MP news, शहीद हेमू कालानी का मनाया गया बलिदान दिवस उन्होंने कम उम्र में अपना बलिदान देकर दिखाई थी आजादी की राह।
MP news, शहीद हेमू कालानी का मनाया गया बलिदान दिवस उन्होंने कम उम्र में अपना बलिदान देकर दिखाई थी आजादी की राह।
CM ने आजादी की कीमत समझाते हुए नेताजी सुभाषचंद्र बोस का नारा “तुम मुझे खून दो मैं तुम्हे आजादी दूंगा” दिलाए याद।
अमर शहीद हेमू कालानी के बलिदान दिवस पर उज्जैन पहुंचे मध्यप्रदेश प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने आयोजित कार्यक्रम में कहा कि हम जब शहीदों का स्मरण करेंगे, तभी हमें आजादी की कीमत पता चलेगी। युवा पीढ़ी को नहीं मालूम कि हमारे पूर्वजों की अथक बलिदान से हमें यह बेशकीमती आजादी प्राप्त हुई है। अत: हम शहीदों का स्मरण करते रहें। उनके कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को आजादी की लड़ाई में बलिदान होने वाले शहीदों का स्मरण कराते रहें। इससे हमारी युवा पीढ़ी को भी एक नई दिशा मिलेगी। शहीद हेमू कालानी ने मात्र 19 साल की उम्र में हंसते-हंसते अपने प्राणों की आहुती दी। मुख्यमंत्री रविवार को शहीद हेमू कालानी के बलिदान दिवस कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने शहीद हेमू कालानी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर मूर्ति को प्रतिमा को प्रणाम किया सिंधी कॉलोनी स्थित पार्क में शहीद हेमू कालानी बलिदान दिवस का कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में सांसद श्री अनिल फिरोजिया, उज्जैन उत्तर विधायक श्री अनिल जैन कालूहेड़ा, महापौर श्री मुकेश टटवाल, श्री विवेक जोशी, श्री रूप पमनानी, श्री सुनील नवलानी, श्री महेश परियानी, पार्षद श्री कैलाश प्रजापति, श्रीमती दिव्या बलवानी, श्री जितेन्द्र कृपलानी सहित सिंधी समाज के गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने भगत सिंह और चंद्रशेखर आजाद की दिलाई याद।
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि शहीद हेमू कालानी के स्मृति में हमने यह कार्यक्रम आयोजित किया है। उन्होंने छोटी उम्र में ही अंग्रेजों से लड़ते हुए खुशी-खुशी फांसी का फन्दा स्वीकार किया, लेकिन अपने साथियों के नाम नहीं बताये। डॉ.यादव ने कहा कि अंग्रेज इस देश में व्यापार करने आये थे, लेकिन धीरे-धीरे वे यहां के शासक बन बैठे। कहा जाता था कि अंग्रेजी राज्य में कभी सूर्य अस्त नहीं होता, क्योंकि विश्व के अधिकांश देशों में उनका शासन था। ऐसे शक्तिशाली शासकों से लड़ने के लिये देश में दो विचारधारा उस समय स्थापित थी। एक विचारधारा अहिंसा के मार्ग पर चलने वाली महात्मा गांधी की थी तो दूसरी विचारधारा चंद्रशेखर आजाद एवं भगत सिंह की थी। नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने आजादी की कीमत समझाते हुए नारा दिया था कि “तुम मुझे खून दो मैं तुम्हे आजादी दूंगा”।
CM मोहन यादव ने अर्पित की श्रद्धांजलि।
डॉ.यादव ने कहा कि लोग कहते हैं कि अंग्रेजों ने इस देश को बहुत कुछ दिया है। रेल इसका सबसे बड़ा उदाहरण है, लेकिन कोई यह नहीं समझ पा रहा है कि उन्होंने रेलवे का नेटवर्क सिर्फ उन स्थानों पर स्थापित किया, जहां उन्हें अपनी सेना एवं खजाना रखना था। डॉ.यादव ने कहा कि हम सब शहीद हेमू कालानी का स्मरण करते हैं। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश शासन की ओर से शहीद हेमू कालानी को मैं अपनी श्रद्धांजली अर्पित करता हूं। उन्होंने कार्यक्रम के आयोजनकर्ताओं से कहा कि वे शहीद हेमू कालानी के जीवन को आमजनों तक पहुंचाने के लिये एक पुस्तक का प्रकाशन करें एवं फोटो प्रदर्शनी भी लगायें।
विगत 27 वर्षों से मनाई जा रही जयंती।
डॉ.यादव ने कहा कि उज्जैन जिलेवासियों की सभी समस्या का निराकरण होगा। बंगाली कॉलोनी से लेकर अन्य कॉलोनी के पट्टे एवं अन्य समस्याओं का भी निराकरण प्राथमिकता से किया जायेगा। इसके पूर्व श्री रूप पमनानी ने कहा कि विगत 27 वर्षों से सिंधी समाज शहीद हेमू कालानी की जयन्ती एवं बलिदान दिवस मनाता आ रहा है एवं गत 16 वर्षों से स्वयं मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव कार्यक्रम में शामिल होते रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी बलिदानी किसी एक जाति, समाज या धर्म का नहीं होता, वह देश का होता है। उन्होंने कहा कि समाज को शहीद हेमू कालानी के बलिदान पर गर्व है। उन्होंने विगत दिनों मुख्यमंत्री डॉ.यादव के साथ किये गये लन्दन प्रवास का जिक्र करते हुए कहा कि लंदन की गलियों में घूमते हुए उन्हें उल्टी टोपी लिये एक अंग्रेज भिखारी दिखाई दिया। डॉ.यादव ने उसकी टोपी में कुछ सिक्के डाले और कहा कि इन अंग्रेजों ने 200 सालों तक देश पर राज किया। भारत की सम्पदा को लूटा, लेकिन इतना सब होने के बावजूद आज भी ये निर्धन हैं।