Panna news, जंगली जानवरों का शिकार करना पड़ा महंगा,अपने ही जाल में फंसा शिकारी, हुई मौत।
लोग कहते है कि दूसरों के लिए गड्ढा खोदने वाले कभी कभी खुद उसी गड्ढे में गिर जाते हैं ऐसा ही एक मामला मध्यप्रदेश के पन्ना जिले से सामने आया है जहां जंगली जानवरों का शिकार करना एक व्यक्ति को महंगा पड़ा और उसकी जान चली गई घटना के बारे में बताया गया है कि पन्ना टाइगर रिजर्व सहित आसपास के जंगलों पीटीआर से लगे जंगल में एक शिकारी ने जंगली जानवरों का शिकार करने के लिए करंट का तार फैलाया था और खुद करंट की चपेट में आ गया उससे एक दिन पहले एक नीलगाय ने दम तोड़ दिया। सुबह शिकारी उसे लेने गया था। तभी वह खुद करंट के तार की चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई।
ऐसे हुई घटना।
मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के बृजपुर थाना पुलिस द्वारा बताया गया कि उत्तर वन मंडल की विश्रामगंज रेंज में गुड़ा बीट के कक्ष क्रमांक 351 में करंट की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हुई है वन विभाग के रेंजर नितिन राजोरिया स्थानीय मीडिया को जानकारी दी थी उन्होंने बताया कि मृतक परसू पिता बलदेव गौड़ (50) वर्ष ने बीती रात विश्रामगंज रेंज के जंगल में 11 केवी लाइन पर तार डालकर जमीन पर करंट के तार फैलाए थे रात में उस करंट में फंसकर एक नीलगाय मर चुकी थी और जब बीती सुबह परसू नामक व्यक्ति वहां पहुंचा तो वो खुद अपने द्वारा बिछाए गए करेंट की चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई।
फंदा लगाकर और करंट का जाल बिछाकर किया जाता है शिकार।
बताया जाता है कि बीते कई सालों से पन्ना टाइगर रिजर्व जैसे सबसे सुरक्षित इलाके शिकारी सेंध लगाकर करंट के तार बिछाकर शिकार करते हैं शिकारियों के फंदे में कई बाघों का शिकार भी हुआ है बीते वर्ष एक बाघिन और उसके पहले एक नर बाघ की मौत करंट व फंदे की चपेट में आने से हो चुकी है इसके अलावा कई नीलगाय और अन्य जानवरों का शिकार लंबे समय से यहां हो रहा है बीते दिन हुई घटना में नील गाय और शिकारी दोनों की मौत करंट की चपेट में आने से ही हुई है।