MP news, पहले सीईओ फिर सरपंच और अब रिश्वतखोर पटवारी चढ़ा लोकायुक्त टीम के हत्थे।

0

MP news, पटवारी को लोकायुक्त टीम ने 5 हजार रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा, MP लोकायुक्त ने एक दिन में की तीसरी बड़ी कार्रवाई।

मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर है आए दिन कोई न कोई भ्रष्टाचारी रंगे हाथों पकड़ा जा रहा है बीते दिन उमरिया जिले में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत को रीवा लोकायुक्त टीम ने 10 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा था जबलपुर लोकायुक्त टीम ने महिला सरपंच को 18 हजार रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा था जिसके बाद एक और रिश्वत लेने का मामला सामने आया है जहां पटवारी लोकायुक्त टीम के हाथों 5 हजार रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया है मामला मध्यप्रदेश के पन्ना जिले से सामने आया है। जहां हितग्राही से गरीबी रेखा में नाम जोड़ने के एवज में एक पटवारी को 5 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोचा गया है। फिलहाल लोकायुक्त पुलिस ने पटवारी को गिरफ्तार कर भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्रवाई की है।

यहां पकड़ा गया रिश्वतखोर पटवारी।

प्राप्त जानकारी के अनुसार पन्ना जिले के तहसील सिमरिया के ग्राम कुंवरपुर में अशोक प्रजापति पटवारी हल्का नंबर 27 को लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है फरियादी ग्राम कुंवरपुर निवासी जालिम सिंह की शिकायत पर लोकायुक्त पुलिस ने यह कार्रवाई की है। बताया गया कि पटवारी अशोक प्रजापति ने आवदेक के पुत्र का नाम गरीबी रेखा सूची में जोड़ने के एवज में 5 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी जब पटवारी रिश्वत ले रहे थे तभी लोकायुक्त टीम के हाथों पकड़े गए हैं।

एक दिन में लोकायुक्त की तीन कार्रवाई।

मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचार रिश्वतखोरी किस तरह चल रही है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बीते दिन
मध्य प्रदेश के उमरिया ज़िले की जनपद पंचायत करकेली की मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रेरणा परमहंस को 10 हज़ार रुपये की रिश्वत लेते हुए रीवा लोकायुक्त की टीम ने गिरफ्तार किया था लोकायुक्त की दूसरी कार्यवाही में जबलपुर लाेकायुक्त टीम ने ग्राम पंचायत बड़ी खैरी की महिला सरपंच को 18 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा था, और तीसरी घटना पन्ना जिले से सामने आई जहां ग्राम कुंवरपुर के पुरानी आंगनबाड़ी केंद्र स्थित पटवारी के अस्थाई कार्यालय में 5 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा गया है।

 

 

- Advertisement -

Leave A Reply

Your email address will not be published.