MP newa, यहां पांच सौ वर्ष पूर्व हुए बुंदेला और पेशवा युद्ध के गौरवशाली इतिहास को बयां करता है संग्राम तीर्थ में बनी छतरियां
MP newa, यहां पांच सौ वर्ष पूर्व हुए बुंदेला और पेशवा युद्ध के गौरवशाली इतिहास को बयां करता है संग्राम तीर्थ में बनी छतरियां।
ऐतिहासिक संग्राम तीर्थ का उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल द्वारा कराया जा रहा जीर्णोद्धार।
विराट वसुंधरा/यज्ञ प्रताप सिंह
रीवा। संग्राम तीर्थ रीवा राज्य में सैकड़ों वर्ष पूर्व 1703 बुंदेला युद्ध एवं सन् 1796 पेशवा युद्ध की स्मृति को संजोए हुए है, यहां पर बनी छतुरियाँ उक्त युद्ध के गौरवशाली इतिहास की निसानी है, जो इन दिनों खण्डहर में तब्दील हो रही थी जिसे स्वप्रेरणा से लालबहादुर सिंह रायपुर कर्चुलियान अपने सहयोगियों को साथ लेकर इनके संरक्षण एवं संवर्धन का प्रयास किए और इस वीर भूमि में अपने प्राणों की आहूति देने वाले बहादुरो के सम्मान में इस वीर भूमि में 8 फरवरी 2022 को पुण्य स्मरण समारोह का आयोजन किया।
इस दौरान समाजसेवी लालबहादुर सिंह ने बताया कि संगम तीर्थ के जीर्णोद्धार के लिए बीते वर्ष रीवा विधायक व वर्तमान मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे जिन्होंने अपने उदबोधन में यह कहा कि रीवा के इस गौरवशाली इतिहास को जानकार बड़ी खुसी हुई एवं वीरभूमि का संरक्षण एवं संवर्धन मेरे द्वारा कराये जा रहे कार्यों में प्रथमिकता में रहेगा यहां खड़ी छतुरियो का जीर्णोधार विजय तोरण द्वार, कार्ति स्तम्भ, संग्रहालय, चार दीवारी, पथवे एवं और भी जो कार्य है उन्हे कराकर इसके वैभव को पुनः जीवांत किया जाएगा।
उक्त निर्माण कार्यों का भूमि पूजन किए था एवं यह भी कहा था कि 2024 में इसका लोकार्पण भी किया जाएगा, आज वीर भूमि की चार दीवारी एवं पानी निकासी के लिए नाली निर्माण का कार्य पूर्णता की ओर है एवं तोरण द्वारो का कार्य प्रगति पर है। रीवा सतना रोड से संग्राम तीर्थ आने वाली रोड में तिराहे के पास विजय तोरण द्वारा एवं वीर भूमि में खड़ी छतुरियो का जीर्णोधार, कीर्तिस्म, संग्रहालय अस्तित्व खो रही छतुरियो का निर्माण, बावली का पुर्ननिर्माण जिसके जल में सुगंधित कमल खिले, खण्डहर के रूप में खड़े मंदिर का निर्माण हर छतुरियो में जाने के लिये पथ नलकूप एवं सुलभ प्रसाधन का निर्माण कार्य शेष है उन्हे भी उपमुख्यमंत्री जिनके भागीरथ प्रयास से इस वीर भूमि का कायाकल्प किया जा रहा है आने वाले समय में इसे प्रदेश एवं देश के मानचित्र में स्थान दिलाएगे।