Rewa news, उप मुख्यमंत्री की पहल से विंध्य क्षेत्र के श्रद्धालुओं के लिए बद्रीनाथ धाम व हरिद्वार में निर्माण कराया जाएगा आश्रम,और धर्मशाला।
Rewa news, उप मुख्यमंत्री की पहल से विंध्य क्षेत्र के श्रद्धालुओं के लिए बद्रीनाथ धाम व हरिद्वार में निर्माण कराया जाएगा आश्रम,और धर्मशाला।
रीवा मध्यप्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि लक्ष्मणबाग संस्थान रीवा की स्वामित्व की जमीनों में बद्रीनाथ धाम व हरिद्वार में श्रृद्धालुओं के लिये आश्रम, धर्मशाला व आश्रम स्थल का निर्माण कराया जायेगा। श्री शुक्ल ने लक्ष्मणबाग परिसर रीवा में आयोजित बैठक में कहा कि आश्रम के निर्माण से विन्ध्य व रीवा वासियों को देवभूमि में रूकने में सुगमता होगी उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि लक्ष्मणबाग संस्थान की जमीनें संपूर्ण भारत में हैं और उनके सहजने का कार्य प्राथमिकता से किया गया है। देवभूमि हरिद्वार व बद्रीनाथ धाम में स्थित जमीनों में आश्रम, धर्मशाला बन जाने से विन्ध्यवासियों को रूकने में सुगमता होगी तथा वह वहां अपनत्व के भाव से रूकेंगे।
लक्ष्मण बाग की निजी भूमि पर होगा निर्माण।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि बद्रीनाथ और हरिद्वार में आश्रम व धर्मशाला में कमरों के अतिरिक्त हाल का भी निर्माण कराया जायेगा ताकि प्रवचन व धार्मिक अन्य आयोजनों के लिये इनका उपयोग हो सके। उल्लेखनीय है कि बद्रीनाथ धाम में 3 हजार वर्गफीट तथा हरिद्वार में 12 हजार पाँच सौ वर्गफीट जमीन लक्ष्मणबाग संस्थान रीवा के स्वामित्व की हैं। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने लक्ष्मणबाग गौशाला में गौपूजन भी किया।
महाराजा ने की सराहना।
बैठक में महाराजा रीवा श्री पुष्पराज सिंह ने कहा कि उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल द्वारा लिया गया यह निर्णय ऐतिहासिक है। लक्ष्मणबाग संस्थान की स्थापना के उपरांत यह पहला निर्णय है जबकि ऐतिहासिक धाम में आश्रम व धर्मशाला की स्थापना के प्रयास हो रहे हैं। उन्होंने जानकारी दी कि उत्तराखण्ड के मंत्री श्री सतपाल महाराज जी से निर्माण के संबंध में चर्चा हो चुकी है। बद्रीनाथ धाम व हरिद्वार में भवन निर्माण वहां के इंजीनियर्स के देखरेख में होगा तथा आश्रम बनजाने के उपरांत लक्ष्मणबाग रीवा से ही लोग रूकने की बुकिंग करा सकेंगे। बैठक में बाला व्यंकटेश शास्त्री, डॉ. प्रभाकर चतुर्वेदी, योगेन्द्र द्विवेदी कार्यपालन अधिकारी लक्ष्मणबाग संस्थान सहित संस्थान के सदस्य व गणमान्य जन उपस्थित रहे।