CM डॉ मोहन यादव ने रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव के शुभारंभ के साथ ही रीवा के लिए तीन औद्योगिक इकाईयों का लोकार्पण और सात इकाईयों का किया भूमिपूजन।
CM डॉ मोहन यादव ने रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव के शुभारंभ
के साथ ही रीवा के लिए तीन औद्योगिक इकाईयों का लोकार्पण और सात इकाईयों का किया भूमिपूजन।
विराट वसुंधरा
रीवा। विकसित मध्यप्रदेश बनाने तथा औद्योगिक विकास एवं रोजगार की उपलब्धता के उद्देश्य से मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव द्वारा उज्जैन में पहले रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव का शुभारंभ किया गया। इंडस्ट्री कान्क्लेव में 169 उद्योगपतियों को 6774 करोड़ की भूमि आवंटित की गई। इस अवसर पर आठ हजार करोड़ से अधिक के उद्योगों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन हुआ जिससे प्रदेश में 17 हजार से अधिक लोगों को रोजगार प्राप्त होगा। रीवा जिले के उद्योग विहार चोरहटा इंडस्ट्रियल एरिया में सांसद श्री जनार्दन मिश्र ने तीन इकाईयों का लोकार्पण एवं सात इकाईयों का भूमिपूजन किया। इस अवसर पर अध्यक्ष नगर निगम श्री व्यंकटेश पाण्डेय व कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल भी उपस्थित रहे।
उद्योगों की स्थापना होगी वरदान साबित: सांसद।
इस अवसर पर सांसद श्री जनार्दन मिश्र ने कहा कि बुनियादी संरचनाओं की उपलब्धता के कारण रीवा जिले में उद्योग स्थापना में वृद्धि हुई है। जिले में शासन-प्रशासन व जनप्रतिनिधियों के समन्वय से उद्योग स्थापना के लिए सकारात्मक वातावरण बना है। रीवा को कनेक्टिविटी का भी लाभ मिल रहा है जिससे नवीन उद्योगों की स्थापना हो रही है। श्री मिश्र ने कहा कि रीवा जिले में सिंचाई सुविधाओं के विस्तार के साथ-साथ उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल के प्रयासों से अधोसंरचना निर्माण व अन्य विकासात्मक कार्य हो रहे है। जिससे अन्य राज्यों के उद्यमी आकर्षित होकर अपने उद्योग स्थापना में रूचि दिखा रहे हैं। रीवा में गुढ़, मऊगंज, हनुमना, त्योंथर, डभौरा आदि स्थानों में भी औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना कर मूलभूत सुविधाओं की पूर्ति की जा रही है ताकि अधिक से अधिक उद्यमी अपनी इकाईयाँ स्थापित करें और स्थानीय लोगों को रोजगार का लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि आगामी वर्षों में रीवा के लिए नवीन उद्योगों की स्थापना वरदान साबित होगी।
उप मुख्यमंत्री के नेतृत्व में बह रही विकास की धारा।
इस अवसर पर अध्यक्ष नगर निगम श्री व्यंकटेश पाण्डेय ने कहा कि सांसद श्री जनार्दन मिश्र एवं उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल के नेतृत्व में रीवा एवं विन्ध्य विकास की धारा में निरंतर आगे बढ़ रहा है। वह दिन दूर नहीं जब रीवा औद्योगिक हब के तौर पर जाना जाने लगेगा। इस अवसर पर कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने कहा कि रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव संबंधित क्षेत्र में उद्योग को बढ़ावा देने में सहायक सिद्ध होगा। बड़े उद्योगों के साथ-साथ एमएसएमई की इकाईयाँ भी स्थापित होंगी। उन्होंने कहा कि निर्माण इकाईयाँ जीविका का साधन देती हैं। रीवा जिले में नवीन औद्योगिक क्षेत्र जवा, त्योंथर, हनुमना, डभौरा व सिरमौर में उद्योग स्थापना के लिए भूमियों का चयन कर इन्हें एमपीआरडीसी को प्रदान किया जा रहा है ताकि पर्याप्त मात्रा में जमीन की उपलब्धता रहे और उद्यमी सुविधा अनुसार औद्योगिक इकाईयाँ स्थापित कर सकें। उन्होंने उद्यमियों को प्रशासनिक स्तर से हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। इससे पूर्व चेम्बर ऑफ एसोसिएशन के अध्यक्ष उद्यमी राजीव खन्ना ने औद्योगिक क्षेत्र रीवा में मूलभूत सुविधाओं की तरफ अतिथियों का ध्यान आकृष्ट किया। कार्यक्रम में जिला पंचायत अन्तर्गत गठित सहकारिता एवं उद्योग समिति की अध्यक्ष डॉ संगीता सोनल शर्मा सहित उद्यमी श्री रूंगटा, श्री गुरमीत साहनी, कमलेश सचदेवा एवं अन्य बड़ी संख्या में उद्यमी व एमपीआईडीसी के केके गर्ग, एसके त्रिपाठी, नवेन्दु शुक्ला उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन महाप्रबंधक उद्योग जेपी तिवारी ने किया। तथा कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन एमपीआईडीसी के एग्जक्यूटिव डायरेक्टर यूके तिवारी द्वारा किया गया।