MP news, एएसआई महेंद्र बागरी को ट्रेक्टर से कुचलने वाले ट्रेक्टर चालक एवं ट्रेक्टर मालिक के घर चला बुलडोजर।
MP news, एएसआई महेंद्र बागरी को ट्रेक्टर से कुचलने वाले ट्रेक्टर चालक एवं ट्रेक्टर मालिक के घर चला बुलडोजर।
मध्यप्रदेश के शहडोल जिले में रेत माफिया पूरी तरह बेलगाम हो चुके हैं बीते दिन ऐसी घटना घटित हुई कि पूरा प्रदेश हिल गया जहां पुलिस के एएसआई को ट्रैक्टर से कुचलकर रेत माफियाओं ने मौत के घाट उतार दिया पांच महीने के अंदर यह दूसरी घटना है इससे पहले एक पटवारी और अब पुलिस एएसआई की हत्या करना यह बताने के लिए काफी है कि रेत माफियाओं का इरादा क्या है इनका हौंसला इतना बुलंद है कि सामने आने वाले लोगों की हत्या करने से पीछे नहीं हटते अब रेत माफियाओं में पुलिस का भय नहीं रहा।
ऐसे हुई घटना।
बीती 4 और 5 मई की दरम्यानी रात लगभग बारह बजे एएसआई महेंद्र बागरी अपने हमराह स्टाफ के साथ वारंटी को पकड़ने गए थे तभी नौढिया की तरफ से एक ट्रेक्टर भारी स्पीड में अवैध रेत लोडकर ब्योहारी तरफ आ रहा था जिसे ए एस आई ने रोकने का प्रयास किया तो ट्रेक्टर चालक ने सीधे उनके ऊपर ट्रेक्टर चढ़ा दिया और कूदकर भाग निकला जिससे ए एस आई महेंद्र बागरी की घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई पुलिस द्वारा घटना की सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई तो पुलिस अधीक्षक शहडोल एवं एडीजी दिनेश सागर घटना स्थल पर पहुंचे और शव का पोस्टमार्टम कराकर उनके परिजनों को सौंप दिया गया तथा पुलिस ने आरोपी ट्रेक्टर चालक एवं ट्रेक्टर मालिक के पुत्र को गिरफ्तार कर लिया था अभी एक आरोपी फरार है जिसकी पुलिस तलाश कर रही और आरोपी की सूचना देने वाले को तीस हजार रुपए के इनाम की घोषणा एडीजी दिनेश सागर ने की है।
आरोपियों के घर चला बुलडोजर।
रेत माफियाओं द्वारा पुलिस एएसआई को ट्रैक्टर से कुचलने की घटना से पूरा प्रदेश हिल गया आनन-फानन में दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया और उसके घरों में बुलडोजर चलवा दिया गया है बीते दिन भारी पुलिस बल के साथ आरोपी के गांव पहुंच कर आरोपी के घर को बुलडोजर चला कर नष्ट कर दिया गया हम आपको बता दें कि बिगत दिनों एक पटवारी के ऊपर भी इसी तरह से ट्रेक्टर चढ़ाकर मौत के घाट उतार दिया गया था लेकिन कोई ठोस कार्रवाई न होने के कारण अब रेत माफिया ने पुलिस को भी निशाना बनाया और ए एस आई महेंद्र बागरी को मौत के घाट उतार दिया है।
बड़ा सवाल।
रेत माफियाओं के हौंसले पावर और सेटिंग का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक के बाद एक बड़ी वारदात को बेरहमी से अंजाम देकर शासन प्रशासन के सिस्टम को खुली चुनौती दे रहे हैं पांच माह पहले जब पटवारी की हत्या हुई थी तभी ऐसे अपराध पर लगाम लगाने कोई ठोस कदम उठाए जाने की जरूरत थी लेकिन रात गई बात गई की तर्ज पर मामला ठंडा हुआ और अब रेत माफियाओं ने एएसआई को उसी तरह घटना करके अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं इस घटना के बाद शासन प्रशासन कानून के दायरे में रहकर ही काम करेगा लेकिन रेत माफिया अभी भी रुकने वाले नहीं हैं क्योंकि इनकी सेटिंग हाई लेवल पर रहती है खनिज विभाग जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन और समाज के लोग पीड़ित परिजनों को सांत्वना दे सकते हैं और आरोपियों को जेल में बंद कर सकते हैं लेकिन रेत माफियाओं पर स्थाई रूप से लगाम लगाने क्या सरकार कोई ठोस कदम उठाएगी और रेत ठेकेदारों पर ऐसी घटनाओं के लिए जिम्मेदार मानते हुए कार्यवाही करेगी यह बड़ा सवाल है।