मध्य प्रदेशरीवा

Rewa news, अवैध वसूली में कीर्तिमान स्थापित कर रहे रीवा और मऊगंज जिले में इन विभागों के जिम्मेदार।

Rewa news, अवैध वसूली में कीर्तिमान स्थापित कर रहे रीवा और मऊगंज जिले में इन विभागों के जिम्मेदार।

इन दिनों रीवा और मऊगंज जिले में अवैध वसूली का कीर्तिमान बनाने जैसे हालात दिखाई दे रहे हैं दोनों जिले में सर्वाधिक आबकारी विभाग खनिज विभाग ड्रग विभाग खाद्य विभाग में जमकर भ्रष्टाचार और अवैध वसूली के मामले सामने आ रहे सामाजिक कार्यकर्ताओं और आरटीआई एक्टिविस्टों का कहना है कि इन विभागों में चेक करो करोडो रूपए अवैध वसूली करके नीचे से ऊपर तक तिजोरियां भरी जा रही है इन अनियमितताओं से सरकार के टैक्स की भारी मात्रा में चोरी की जाती है देखा जाए तो खनिज विभाग निजी वसूली के कारण रीवा और मऊगंज मिट्टी मोरम गिट्टी के अवैध खदानों के कारण चर्चित है जगह-जगह पर शराब की पैकारी हो रही है और मेडिकल नशा जमकर फल फूल रहा है खरीदी केंद्रों में कैसी हालत हैं यह भी किसी से छिपा नहीं है आबकारी विभाग खनिज विभाग ड्रग विभाग और खाद्य तथा सहकारिता विभाग के अधिकारी तो मालामाल है लेकिन जनता और सरकार दोनों का हक लूटा जा रहा है।

आबकारी विभाग के अधिकारियों ने आंखों में बांध लिया पट्टी।

आबकारी विभाग की हालत इन दिनों और अधिक खराब हो गई है रीवा और मऊगंज जिले में किसी काम का नहीं शराब कारोबारी द्वारा अवैध तरीके से शराब की पैकारी कराई जा रही है कंपोजिट शराब की दुकानों में रेट लिस्ट नहीं लगाई गई है और मनमाने दाम पर दुकानदार जनता को लूट रहे हैं शराब पैकारी के तो ऐसी हालत हैं कि अब जनता जागरुक हो गई है और अवैध रूप से गांव-गांव पहुंचाने वाली शराब को जनता खुद पड़कर पुलिस के हवाले कर रही है रीवा और मऊगंज जिले में इन दिनों शराब माफिया जमकर मनमानी कर रही है तो वहीं आबकारी विभाग के अधिकारी आंखों में पट्टी बांधकर यह सब होता देख रहे है बीते दिन नईगढ़ी में अवैध शराब को जनता ने पकड़ा और पुलिस के हवाले किया लेकिन वहां भी पुलिस वाले ने खेल कर दिया हालांकि मामला मीडिया में आने के बाद एसपी मऊगंज में पुलिस आरक्षक को लाइन अटैच कर दिया है इसी तरह रीवा और मऊगंज जिले में कई जगह है अवैध शराब बनाई जाती है मिलावटी शराब के कारण लोगों की मौत भी हो जाती है अवैध शराब बनाने वालों पर कभी कभार शराब ठेका के इशारे पर आबकारी विभाग नींद से जाग जाता है।

नींद में है ड्रग विभाग

रीवा और मऊगंज जिले में ड्रग विभाग गहरी नींद में सोया रहता है दोनों जिलों में अवैध मेडिकल स्टोरों की संख्या काफी मात्रा में बढ़ चुकी है जहां गुणवत्ता विहीन नकली दवाएं उपभोक्ताओं तक पहुंचाई जा रही है नशे की टेबलेट और नशीली कफ सिरप इन्हीं मेडिकल स्टोरों के जरिए गांव-गांव पहुंच रहा है और युवा नशे की लत में अपना जीवन बर्बाद कर रहा है यह देखने वाला कोई विभाग का अधिकारी नहीं है कि मेडिकल दवा किस थोक दुकान से उठाई गई और किसी डॉक्टर की पर्ची पर कितनी बिक्री की गई केवल उठाने के रिकॉर्ड मिलेंगे और करोड़ों करोड़ों रुपए के दवा के बिक्री के रिकार्ड संधारित नहीं मिलेंगे।

सहकारिता विभाग के अधिकारियों की बढ़ गई भूख।

रीवा और मऊगंज जिले में नागरिक आपूर्ति और सहकारिता विभाग की इन दिनों चांदी है खरीदी केंद्रों में इस समय गेहूं खरीदी का कार्य चल रहा है खरीदी केंद्रों में क्या हो रहा है यह अब बताने की जरूरत नहीं है की प्रति बोरी 50 किलो में लगभग ₹20 हर हाल में निकालना है और यह काली कमाई नीचे से ऊपर तक करोड़ों में पहुंचती है, सहकारिता विभाग के जो कर्मचारी 3000 से लेकर 20000 तक वेतन पाते हैं अधिकांश करोड़पति हैं विभाग में भ्रष्टाचार होने का यही सबसे बड़ा प्रमाण है बड़े अधिकारियों को तो अपने कुर्सी में बैठकर अपना हिसाब करना है फिर चाहे जनता को लूटने पड़ेगा व्यापारियों से साथ गांठ करके सरकार को चूना लगाना पड़े निजी स्वार्थ और धन कमाने की ऐसी भूख है कि इनके लिए सब कुछ जायज है

 

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