singrauli news : 4 दर्जन से ज्यादा ड्रायवरों का तीन साल बाद भी नहीं मिला पीएफ नंबर, वाहन शाखा प्रभारी की भूमिका संदिग्ध

नगर निगम के वाहन शाखा में भारी भ्रष्टाचार
4 दर्जन से ज्यादा ड्रायवरों का तीन साल बाद भी नहीं मिला पीएफ नंबर, वाहन शाखा प्रभारी की भूमिका संदिग्ध
अवनीश तिवारी
नई ताकत न्यूज नेटवर्क,सिंगरौली। वैसे तो नगर निगम का अधिकांश विभाग भ्रष्टाचार में आकंठ डूबा है परन्तु इन दिनों वाहन शाखा का भ्रष्टाचार शिर चढ़कर बोल रहा है। नगर निगम के वाहन शाखा प्रभारी के संरक्षण में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार नगर निगम में लम्बे समय से काम कर रहे चालकों को पीएफ तो दूर उनका पीएफ नंबर तक नहीं मिला है। चालकों ने बताया कि इस संबंध में जब वह वाहन शाखा प्रभारी से बात करते है तो उनके द्वारा गोल मोल जवाब देकर मामला रफा दफा कर दिया जाता है। बताया जाता है कि नगर निगम में चार दर्जन से अधिक चालक ऐसे हैं जो तीन वर्ष से ज्यादा समय से वाहन चला रहे हैं इसके बावजूद उन्हें पीएफ नंबर उपलब्ध नहीं कराया गया।
बताया जाता है कि वाहन शाखा प्रभारी की मिलीभगत से संविदाकार द्वारा पीएफ तो काटा जाता है परन्तु वह पीएफ उनके खाते में जमा न होकर संविदाकार तथा नगर निगम के अधिकारियों के खाते में चला जाता है।
भ्रष्टाचार के बड़े खेल का नहीं हो सका खुलासा
सिंगरौली। नगर निगम के स्टोर शाखा में बड़ा भ्रष्टाचार हुआ जिसकी जांच संबंधित अधिकारियों को सौंपी गयी परन्तु नतीजा आजतक नहीं निकला मनमानी खरीदी पर नगर निगम की खूब छीछालेदर हुयी परन्तु निगम कमिश्नर द्वारा इसपर चुप्पी साध ली गयी। वहीं मॉडल रोड निर्माण को लेकर जमकर भ्रष्टाचार का खेल खेला गया जिसमें जिम्मेदार अधिकारियों पर बड़ी कार्यवाही की बात कही तो गयी परन्तु हुआ कुछ नहीं। इसी प्रकार शिवाजी काम्पलेक्स में पाइप लाइन लगाने में हुये बड़े भ्रष्टाचार पर नगर निगम आयुक्त द्वारा जांच दल बनाया गया। जांच दल द्वारा रिपोर्ट भी सांैपी गयी परन्तु कार्यवाही कुछ नहीं हुयी। बताया जाता है कि नगर निगम के अधिकारियों की ऐसी पैठ यहां जम गयी है कि उनके आगे निगम आयुक्त, महापौर, स्पीकर की भी नहीं चल रही है। ऐसे में भ्रष्टाचार पर कार्यवाही होगी यह कहना संभव नहीं है।