सिंगरौली न्यूज़ : 15 दिनो में ध्वस्त होने लगी लाखो की सड़क,गुणवत्ता विहीन डब्ल्यूबीएम सड़क के कार्य की खुली पोल
- 15 दिनो में ध्वस्त होने लगी लाखो की सड़क,गुणवत्ता विहीन डब्ल्यूबीएम सड़क के कार्य की खुली पोल
- मामला नगर परिषद सरई के वार्ड क्रमांक 3 के सीता बसोर के घर से बबिया के घर तक का
- गुणवत्ता विहीन डब्ल्यूबीएम सड़क के कार्य की खुली पोल
सिंगरौली 28 जुलाई। नगर परिषद सरई क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 3 में पिछले पखवाड़े सीता बसोर के घर से लेकर बबिया पनिका के घर तक करीब एक किलोमीटर दूरी तकरीबन 11 लाख रूपये अधिक लागत से डब्ल्यूबीएम का कार्य कराया गया था। लेकिन उक्त सड़क एक बारिष भी नही झेल पाई और चंद दिनो में ही सड़क की गिट्टिया निकलते हुये सड़क ध्वस्त हो गई। आरोप है कि डब्ल्यूबीएम सड़क कमीषनखोरी के भेट चढ़ गई।
दरअसल जानकारी के अनुसार नगर परिषद सरई के वार्ड क्रमांक 3 सीता बसोर के घर से लेकर बबिया पनिका के घर तक करीब 11 लाख रूपयें की लागत से 15 दिनो पूर्व संविदाकार के द्वारा डब्ल्यूबीएम सड़क का निर्माण कार्य कराया गया था। जहा सड़क निर्माण कार्य के दौरान ही मुरूम के स्थान पर भस्सी का इस्तेमाल किये जाने पर स्थानीय रहवासियो ने आपंत्ति जताते हुये विरोध कर नगर परिषद अध्यक्ष एवं सीएमओ को भी अवगत कराया गया था। किंतु संविदाकर पर मेहरबान नगर परिषद के द्वारा कोई रोकटोक नही किया गया। लिहाजा लाखो रूपये की लागत से निर्मित डब्ल्यूबीएम सड़क गुणवत्ता विहीन होने के चलते एक बारिष भी नही झेल पाई। कई वार्डवासियो के द्वारा आरोप लगाया जा रहा है कि उक्त सड़क कमीषनखोरी के भेट चढ़ जाने से पहली तेज बारिष में टूट गई। और डब्ल्यूबीएम सड़क कि गिटिट्या बाहर आ गई। इसी तरह बारिष होती रही तो सड़क की गिटिट्या ही नजर आयेगी जहा पैदल चलना भी नामुमकिन हो जायेगा। फिलहाल लाखो रूपये की लागत से निर्मित डब्ल्यूबीएम सड़क 15 दिनो के अंदर क्षतिग्रस्त होने एवं गुणवत्ता विहीन कार्य की पोल खुलने पर वार्डवासियो ने नगर परिषद के अध्यक्ष एवं सीएमओं पर कई तरह के सवाल खड़ा करते हुये इसकी जॉच कराये जाने की मांग कलेक्टर से की है।
सीएमओ दफ्तर में कमीषन का शुरू है खेल
आरोप है कि नगर परिषद दफ्तर इन दिनो कमीषनखोरी का अड्डा बन गया है। आलम यह है कि सक्रिय दलालो के माध्यम से 10 से 15 प्रतिषत कमीषन बंदरबाट की जा रही है। जो जितना ज्याद कमीषन देगा उस कथित ठेकेदार कार्यो का मूल्यांकन प्राथमिकता के साथ किया जायेगा। यह खेल कमीषनखोरी का यह खेल कुछ महिनो से ज्यादा तेज हो गया है। इस पर नगर परिषद के अध्यक्ष एवं सीएमओ अब तक अंकुष लगाने में नाकाम साबित हो रहे है। वही दफ्तर में बढ़ते कमीषनखोरी को लेकर नगर परिषद की जमकर किरकिरी भी हो रही है। वही यह भी चर्चा है कि नगर परिषद अध्यक्ष स्वंम अपने विवेक से काम नही कर पा रही है। एक चर्चित पार्षद के दिन अच्छे आ गये है।
मुरूम के जगह पर भस्सी का उपयोग
जानकारी के अनुसार उक्त डब्ल्यूबीएम सड़क निर्धारित मापदण्ड के अनुरूप कार्य नही कराया गया। चर्चाए है कि करीब डेढ़ महिने पहले पहुच मार्ग में मिट्टी का कार्य हुआ है इसके बाद संविदाकार ने डब्ल्यूबीएम का कार्य करा दिया। मिट्टी को जमा होकर हार्ड होने का वक्त ही नही दिया। लिहाजा डब्ल्यूबीएम कार्य होने के एक पखवाड़े के अंदर ही सड़क तहस नहस होने लगी। वही मुरूम की जगह पर भस्सी का उपयोग कर दिया। जबकि भस्सी से पकड़ नही आती। वार्ड वासियो का आरोप है कि संविदाकार ने किस प्राकलन के आधार पर भस्सी डाला है और निर्धारित प्राकलन के अनुसार सड़क का कार्य क्यो नही किया।
इनका कहना है
हाल ही में डब्ल्यूबीएम सड़क कार्य ठेकेदार के द्वारा कराया गया था। किंतु गुणवत्ता विहीन कार्य होने के कारण सड़क टूट गई है और पुलिया भी बनाना था ठेकेदार ने नही बनाया जिसके चलते बारिष में सड़क बह गई प्राकलन के अनुसार कार्य न होने का परिणाम है इसकी जॉच कराकर कार्यवाही की जायें।
रामसजीवन बसोर