SINGRAULI NEWS : ननि में बाहरी अधिकारियों की पदस्थापना पर एमआइसी को आपत्ति
नगर निगम के एसडीओ या उपयंत्री को प्रभार देने की मांग
SINGRAULI NEWS . नगर निगम कार्यालय (Municipal Corporation Office) में बाहरी अधिकारियों की पदस्थापना पर एमआइसी ने आपत्ति जताई है। कहा है कि नगर निगम के ही एसडीओ या उपयंत्री को प्रभार दिया जाए। दरअसल, जिला प्रशासन ने दूसरे विभागों से कार्यपालन यंत्री व लेखा अधिकारी के पद पर पदस्थापना किया है।
ननि में नए कार्यपालन यंत्री सिविल (executive engineer civil) का प्रभार जल निगम अधिकारी पंकज बाधवानी व लेखा अधिकारी का प्रभार सहायक कोषालय अधिकारी संजू त्रिपाठी को सौंपा गया है। दोनों अधिकारियों ने पदभार ग्रहण कर लिया है। इस पर एमाआइसी ने आपत्ति जताई है। नगर निगम में कार्यपालन यंत्री सिविल व लेखा अधिकारी को दायित्व से मुक्त करने के बाद विकासकार्य प्रभावित न हो, इसे ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने दूसरे विभाग के अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंप दी है। जिस तरह से एमआइसी ने आपत्ति जताते हुए एसडीओ या उपयंत्री को जिम्मेदारी देने की बात कही है वैसे तो नगर निगम में एसडीओ की मूल पदस्थापना नहीं है, बल्कि एसडीओ का प्रभार उपयंत्री संभाल रहे हैं। यही वजह है कि दूसरे विभाग से अधिकारियों को कार्यभार सौंपना पड़ा है।
नवजीवन विहार स्थित शिवाजी कांप्लेक्स में पाइप लाइन के कार्य का 38 लाख रुपए में ठेका हुआ था। नगर निगम अधिकारियों की ओर से पूरा भुगतान किया गया है, लेकिन मौके पर साढ़े सात लाख का कार्य कराया गया था। परिषद की बैठक में इस घोटाले को लेकर नगर निगम अध्यक्ष कार्रवाई के संबंध में जानकारी लेने के बाद परिषद को तत्काल स्थगित कर दिया था। उस दौरान तत्काल कार्रवाई कर आदेश मांगा गया इसके बाद परिषद आगे बढऩे की बात कही गई। इसके बाद आयुक्त ने उपयंत्री अनुज सिंह को निलंबित कर दिया। वहीं कार्यपालन यंत्री सिविल, दो सहायक यंत्री सहित लेखा अधिकारी को दायित्व से मुक्त कर दिया।
यह बात सही है कि एमआइसी की ओर से केवल नगर निगम के ही अधिकारी को चार्ज देने की बात कही गई है। नए कार्यपालन यंत्री सिविल और लेखा अधिकारी को जिला प्रशासन के निर्देश पर ज्वाइन कराया गया है।
डीके शर्मा, आयुक्त नगर निगम सिंगरौली