सिंगरौली

SINGRAULI NEWS : जमानत पर छूटे विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी ने पुन: मांगा प्रभार ,जिला कोर्ट ने सुनाई थी सात साल की सजा, डीईओ कार्यालय द्वारा नहीं की गयी थी कोई कार्यवाही

जिला कोर्ट ने सुनाई थी सात साल की सजा, डीईओ कार्यालय द्वारा नहीं की गयी थी कोई कार्यवाही

अवनीश तिवारी, सिंगरौली। जिले के शिक्षा विभाग में ब्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार चल रहा है। आलम यह है कि घोटालों में दोषी पाये गये विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी वैढ़न रामदास साकेत को विगत 02/12/24 को जिला कोर्ट द्वारा रजमिलान विद्यालय में प्रभारी प्राचार्य रहते बड़ा घोटाला करने का दोषी मानते हुये उन्हें सात वर्ष की सजा सुनायी थी। विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी को सजा होने के बावजूद जिला शिक्षा कार्यालय द्वारा न तो उन्हें पद से हटाया गया और ना ही कोई विभागीय कार्यवाही की गयी अब उन्हें भ्रष्टाचार के मामले में 29/01/25 को हाईकोर्ट से जमानत मिल गयी है और वह एक बार फर प्रभार पाने के लिए हाथ पैर मारने लगे हैं।

इस पूरे मामले में विचारणीय तथ्य यह है कि एक बड़े भ्रष्टाचार के आरोपी अधिकारी को शिक्षा विभाग द्वारा किसी तरह क्लीन चिट दे दी जा रही है इससे तरह तरह के सवाल उठने लाजमी हैं। बड़ा सवाल यह भी है कि जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा भ्रष्टाचार के मामले में सजा होने के बावजूद विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी रामदास साकेत पर कोई कार्यवाही क्यों नहीं की गयी।

 


इस संबंध में वरिष्ठ अधिवक्ता त्रिपुरारी नाथ पाण्डेय का कहना है कि  विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी रामदास साकेत के ऊपर भ्रष्टाचार करने का मामला सिद्ध हुआ था और उन्हें जिला न्यायालय द्वारा सात वर्ष की सजा सुनायी गयी थी। इसके बावजूद जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा कोई विभागीय कार्यवाही नहीं की गयी और हद तो यह है कि उन्हें प्रभार से भी नहीं हटाया गया है। अब विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा पुन: जिला शिक्षा अधिकारी प्रभार मांगा जा रहा है जो न्याय व्यवस्था के साथ मजाक लगता है।

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