निर्माण कार्य पर छाया महंगाई का मातम, सरिया सस्ता हुआ, पर सीमेंट के दामों ने बढ़ाई टेंशन!
Sariya aur cement price singrauli: मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में सरिया की कीमत में आई गिरावट और सीमेंट की कीमत ने बढ़ाई टेंशन, निर्माण कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सरिया और सीमेंट यह दो ऐसी वस्तुओ है जो निर्माण कार्यो में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह करते है सरिया और आपके घर के छत की मजबूती प्रदान करती है वही अगर सीमेंट की बात करे तो सीमेंट पकड़ में अपनी मजबूती दिखाती है निर्माण कार्य से जुड़े लोगों के लिए एक तरफ राहत की खबर है तो दूसरी ओर चिंता बढ़ाने वाली खबर भी। एक तरफ जहां सरिए की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है, वहीं दूसरी तरफ सीमेंट की कीमतों में अचानक उछाल आ गया है, जिससे ठेकेदारों और आम जनता की जेब पर दोहरी मार पड़ रही है।
जानकारी के मुताबिक, बीते कुछ दिनों में सरिए के रेट में प्रति क्विंटल ₹1,500 से ₹2,000 तक की गिरावट आई है। यह गिरावट कच्चे माल की आपूर्ति में सुधार और डिमांड में कमी के कारण देखने को मिली है।
सरिया | टुडे प्राइस |
12mm | ₹54000 पर टन |
लेकिन राहत की ये खबर ज्यादा देर टिक नहीं पाई, क्योंकि सीमेंट कंपनियों ने अपने दामों में अचानक ₹10 से ₹25 प्रति बैग तक की बढ़ोतरी कर दी है। इससे मकान बनवा रहे लोग और निर्माण सामग्री के व्यापारियों की चिंता बढ़ गई है।
सीमेंट | टुडे प्राइस |
jk सुपर सीमेंट | ₹360 पर बोरी |
विरला सीमेंट | ₹430 पर बोरी |
acc सीमेंट | ₹340 पर बोरी |
स्थानीय व्यापारी बोले – प्लानिंग गड़बड़ हो गई!
स्थानीय बिल्डिंग मटेरियल डीलर राजू गुप्ता बताते हैं, “हम लोगों को लगा था कि अब निर्माण थोड़े सस्ते में हो पाएंगे, लेकिन सीमेंट के दामों ने सारा बजट बिगाड़ दिया। ग्राहक उलझन में हैं और प्लानिंग दोबारा करनी पड़ रही है।”
क्या कहते हैं जानकार?
बाजार विश्लेषकों का मानना है कि सीमेंट की कीमतों में बढ़ोतरी का कारण ट्रांसपोर्ट लागत, उत्पादन में कटौती और डिमांड का बढ़ना है। वहीं सरिए की कीमतों में गिरावट अस्थायी हो सकती है, जो कभी भी पलट सकती है।
जनता की जुबान पर यही सवाल:
“मकान बनवाएं या अभी रुक जाएं?”
महंगाई की इस दोहरी चाल ने आम आदमी को सोचने पर मजबूर कर दिया है। सरकार से लोगों को उम्मीद है कि जल्द ही इन दामों को नियंत्रण में लाने के लिए कोई कदम उठाया जाएगा।