सब्जी विक्रेता बताते हैं कि अब ज्यादातर सब्जियां बाहर से आ रही हैं और बारिश के सीजन में हमेशा इसी तरह दाम बढ़ते हैं। अगस्त महीने तक सब्जियों के दाम घटने वाले नही हैं, बल्कि अभी दाम में और उछाल आएगा।
सिंगरौली. बारिश शुरू होते ही पिछले तीन दिनों के अंदर सब्जियों के दाम में भारी इजाफा हुआ है। टमाटर एक बार फिर से 60 रुपए किलो तक पहुंच गया है, जबकि हरी सब्जियों में करेला, बरबटी और गोभी शतक मार चुके हैं। मानसून के सक्रिय होते ही पिछले तीन चार दिनों में हरी सब्जियों के दाम दो गुना बढ़े हैं। आलू के दाम में भी 5 रुपए की बढ़ोतरी हुई है। दाम में अचानक हुई वृद्धि से गरीबों की थाली हरी सब्जी गायब हो गई है।
बताया जाता है कि शहर में इन दिनों आलू 35 रुपए किलो, टमाटर 60 रुपए किलो, प्याजए 25 रुपए किलो, लौकी 35 रुपए किलो, कद्दू 35 रुपए किलो, खीरा 50 रुपए किलो, परवर 45 रुपए किलो, गाजर 85 रुपए किलो, मूली 50 रुपए किलो, कुंदरू 50 रुपए किलो, शिमला मिर्चा 160, करेला 120, गोभी 100 से 140, भिंडी 40, बैगन 80, नेनुआ 60, अरूई 50, अदरक 100 से 140, मिर्चा 60 से 100, धनिया पत्ती 200 रुपए किलो, चुकंदर 30, नीबू 80, बरबट्टी 70 से 100 रुपए प्रति किलो बिक रही है। हालांकि शहर के अलग-अलग दुकानों में सब्जियों के भाव अलग-अलग हैं। कहीं पांच रुपए तो कहीं 10 रुपए का अंतर है, लेकिन हरी सब्जियों के दाम में अचानक हुई वृद्धि से मध्यमवर्गीय और गरीब परिवार, मजदूर किसानों के लिए कुछ दिनों के लिए हरी सब्जी कहीं सपना बनकर न रह जाए।