Singrauli news: सावधान! अब पशु-पक्षियों पर भी मंडरा रहा खतरा

Singrauli news: सावधान! अब पशु-पक्षियों पर भी मंडरा रहा खतरा

 

सिंगरौली. मानसून सीजन शुरू होने के साथ ही शहर में स्थापित लोहे के बिजली खंभा करंट की घटनाओं को लेकर चेतावनी का अलार्म बजा रहे हैं। यहां शहरी क्षेत्र बिजली आपूर्ति के लिए लोहे के पोल ही अधिक स्थापित हैं। मानसून सीजन में यही लोहे के पोल करंट का कारण बनते हैं। मानसून शुरू होने से पहले कोई इंतजाम नहीं किया गया। शहर के सभी 45 वार्डों में बहुत बड़ी संख्या में बिजली तंत्र के लिए लोहे के पोल लगे हैं।

बिजली कंपनी के अधिकारी सूत्रों के अनुसार इनकी संख्या कई हजार है। मगर मानसून में लोहे के यही पोल उनमें करंट प्रवाहित होने और इससे हादसों का खतरा भी बढ़ाते हैं। इसुंलेटर या तार के संपर्क में आते ही पोल में करंट प्रवाहित हो जाता है। ऐसा जानलेवा हो सकता है। जिले में बीते वर्षों में पोल में बिजली का करंट प्रवाहित होने से उसके आसपास विचरण कर रहे मवेशी की जान चली जाने की घटनाएं हो चुकी हैं।

इस बार भी वार्ड 40 में बिजली खंभा ेमें फंसकर एक मवेशी की मौत हो गई है। इसलिए मानसून के इस सीजन में भी लोहे के पोल में करंट प्रवाहित होने से हादसे के खतरे को नकारा नहीं जा सकता। खंभा में करंट से हादसे का खतरा कम करने के लिए बिजली अधिकारियों की ओर से शहरी क्षेत्र में कोई प्रयास भी नहीं किया गया है।

झूल रहे बिजली तार भी बन रहे मुसीबत

ग्रामीण क्षेत्रों में कई स्थानों पर बिजली के तार झूल रहे हैं। उन्हें समय रहते ठीक नहीं किया गया। जिससे देहात में भी बिजली तार से करंट का खतरा बना हुआ है। पिछले वर्ष बिजली तार गिरने से जंगली जानवर फंस गए थे। जिससे तीन जानवरों की मौत हुई थी। इस बार भी खतरा होने से इंकार नहीं किया जा सकता है। ग्रामीण क्षेत्र में कुछ ही स्थानों पर बिजली तार को ठीक किया गया है।

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