सदन में हुई उपराष्ट्रपति और खड़गे की मुलाकात, कहा- ‘कभी किसी की कुर्सी का इतना फायदा नहीं’ जितना आपने किया
मंगलवार को राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान स्पीकर और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच तीखी बहस हो गई. इस दौरान सभापति ने खड़गे के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि आपने जितना कुर्सी का अपमान किया है, उतना किसी ने नहीं किया.
धनखड़ ने चेताया कि आप हर बार कुर्सी नहीं गिरा सकते.
राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान क्या हुआ?
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी अपने संबोधन में केंद्र सरकार पर निशाना साध रहे थे. उन्होंने मणिपुर, कालाधन और लद्दाख के मुद्दे पर केंद्र पर हमला बोला और आरोप लगाया कि सरकार ने पिछले 10 साल में जो वादे किये थे, वे पूरे नहीं किये गये. जब प्रमोद तिवारी यह कह रहे थे तो बीच में कांग्रेस सांसद जयराम रमेश कुछ कहने लगे, जिस पर सभापति ने कड़ी आपत्ति जताई. इसके बाद प्रमोद तिवारी ने फिर से अपना भाषण शुरू किया और पेट्रोल-डीजल की कीमतों के मुद्दे पर केंद्र पर हमला बोला और कहा कि दुनिया के बाजारों में तेल की कीमत गिरी है और यहां बढ़ी है, इसका कुछ न कुछ संबंध प्रधानमंत्री के दोस्तों से है. और मित्रों… .. इस पर अध्यक्ष ने प्रमोद तिवारी को हिदायत दी कि बिना तथ्य के ऐसे आरोप मत लगाइये. इस दौरान फिर से जयराम रमेश अपनी सीट से खड़े हुए और कुछ कहने लगे.
‘सोनिया गांधी ने मुझे बनाया’
इसके बाद सभापति ने फिर से जयराम रमेश के प्रति नाराजगी जाहिर की और तंज कसते हुए कहा कि जयराम रमेश इतने समझदार हैं कि उन्हें खड़गे की जगह बैठना चाहिए. इस पर खड़गे ने आपत्ति जताई और उसी कमरे में बैठीं सोनिया गांधी की ओर इशारा करते हुए कहा कि श्रीमती सोनिया गांधी मुझे (राज्यसभा में विपक्ष का नेता) बनाने के लिए यहां बैठी हैं. न तो रमेश मुझे बना सकता है और न ही तुम मुझे बना सकते हो।’ खड़गे के इस बयान पर अध्यक्ष जगदीप धनखड़ नाराज हो गये. उन्होंने कहा, ”आप हर बार कुर्सी को पदावनत नहीं कर सकते।” आप हर बार कुर्सी का अनादर नहीं कर सकते… आप अचानक खड़े हो जाते हैं और बिना यह समझे कि मैं क्या कह रहा हूं, कुछ कह देते हैं। इस देश और संसदीय लोकतंत्र और राज्यसभा की कार्यवाही के इतिहास में कभी भी आसन के प्रति इतनी अवमानना नहीं हुई जितनी आपने की है। अब आपके लिए आत्ममंथन करने का समय आ गया है।’
सोमवार को भी तीखी बहस हुई
सोमवार को भी राज्यसभा में स्पीकर धनखड़ और कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच तीखी बहस हुई. दरअसल, खड़गे ने अपने बयान में आरोप लगाया कि शिक्षण संस्थानों पर संघ और बीजेपी के लोगों ने कब्जा कर लिया है. सभापति ने इस पर आपत्ति जताई और उनके बयान को राज्यसभा की कार्यवाही से हटाने का निर्देश दिया. अध्यक्ष ने कहा कि क्या किसी संगठन का सदस्य होना गुनाह है? आप बिल्कुल गलत हैं. RSS का सदस्य होना क्या गुनाह है? यह एक संस्था है, जो देश के लिए काम कर रही है, देश के लिए योगदान दे रही है। इस पर खड़गे ने कहा कि संघ की विचारधारा देश के लिए खतरनाक है. सभापति ने खड़गे के इस बयान को रिकॉर्ड से हटाने का भी निर्देश दिया.