हनुमान जी की प्रतिमा गुम होने के बाद मंदिर में श्रद्धालुओं द्वारा किया जा रहा था सुंदरकांड आश्चर्यजनक ढंग से मिल गई प्रतिमा।

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हनुमान जी की प्रतिमा गुम होने के बाद मंदिर में श्रद्धालुओं द्वारा किया जा रहा था सुंदरकांड आश्चर्यजनक ढंग से मिल गई प्रतिमा।

मध्यप्रदेश के नवीन जिले मऊगंज के नईगढ़ी थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बदौआ में तालाब के ऊपर बने मंदिर में स्थापित हनुमान जी की मूर्ति को अब तक दो बार चोरों ने गायब करने का साहस दिखाया जिसकी सूचना दोनों बार नईगढ़ी थाने को दी गई परंतु नईगढ़ी पुलिस दोनों बार मूर्ति ढूंढने में असफल रही जिससे आक्रोशित ग्रामीणों एवं अगस्त क्रांति मंच के संयोजक कुंज बिहारी तिवारी ने अब इस मामले को स्वयं हनुमान जी के भरोसे छोड़कर इस मंदिर में सुंदरकांड करने का आयोजन किया था आयोजन में गांव के सैकड़ो नागरिक उपस्थित हुए साथ ही कुछ हिंदू धर्म प्रेमी ग्रामीणों द्वारा हनुमान जी को खोजने का प्रयास लगातार किया ही जा रहा था तभी लगभग 1:30 के करीब एक अचंभा सा हुआ और जैसे ही सुंदरकांड समाप्त होने का समय आया हनुमान जी की प्रतिमा मिल गई।

बताया जाता है कि गुम हुई प्रतिमा दूसरी बार पुनः ग्रामीणों द्वारा तालाब के अंदर पाई गई जहां पूर्व में मूर्ति बरामद की गई थी दोबारा तालाब के अंदर से हनुमान जी की प्रतिमा को बरामद कर लिया हनुमान जी की मूर्ति मिल जाने से ग्रामीणों में एवं हिंदू धर्म प्रेमियों में काफी उत्साह का माहौल निर्मित हो गया जिस समय ग्रामीणों द्वारा मूर्ति की खोजबीन की गई मऊगंज जिले के पुलिस अधीक्षक सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस के प्रशासनिक अधिकारी एवं थाना प्रभारी नईगढ़ी घटना स्थल पर पहुंच चुके थे एक बार पुनः सभी अधिकारियों एवं वरिष्ठ नागरिकों ने अगस्त क्रांति मंच के संयोजक कुंज बिहारी तिवारी एवं उनके क्रांतिकारी साथियों के आंखों के सामने हनुमान जी की प्रतिमा को दोबारा विधि विधान से हनुमान जी को मंदिर में स्थापित किया गया है परंतु अभी भी धर्म प्रेमियों के मन में यह शंका है कि क्या मूर्ति वहां हमेशा स्थापित रह पाएगी जब राक्षसों द्वारा दो-दो बार घटनाओं को करके पकड़ी नहीं गए तो क्या संभव है की तीसरी बार पकड़े जाएंगे घटना करने वाले अपराधी अभी तक पुलिस की पकड़ से दूर है।

वहीं इस मामले को लेकर पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों एवं अगस्त क्रांति मंच के संयोजक कुंज बिहारी तिवारी को यह आश्वासन दिया गया है कि जल्दी साइबर सेल की मदद से आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा अगर हनुमान जी में स्वयं ही शक्ति होगी तभी ऐसा लग रहा है कि वह वहां पर स्थापित रहेंगे अन्यथा इन राक्षसों के अत्याचार से मूर्ति की रक्षा करना बहुत ही संदिग्ध समझ में आ रहा है वहीं धर्म प्रेमियों का यह भी कहना है कि अगर हनुमान जी में शक्ति होगी तो वह इस तालाब के ऊपर रहेंगे और उन राक्षसों का नाश कर देंगे परिणाम स्वरुप एक बार पुनः हनुमान जी के सुंदरकांड पाठ के समापन के पश्चात मूर्ति पुनः बदौआ गाव के मंदिर में विराजमान की गई है और गांव के निवासियों में यह आशा एवं विश्वास भी जाग चुका है कि अगर बजरंगबली कलयुग में निवास कर रहे हैं तो वह स्वयं ही अपनी रक्षा कर लेंगे और उन्हें चुराने वालों को शीघ्र ही पुलिस प्रशासन के सामने दंडवत होना पड़ेगा।

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