देशरीवा

कुल गोत्र में विवाह बंधन हमारे स्वस्थ समाज की व्यवस्था है : पंकज त्रिपाठी।

कुल गोत्र में विवाह बंधन हमारे स्वस्थ समाज की व्यवस्था है : पंकज त्रिपाठी।

 

सनातन वैदिक हिन्दू आर्य परम धर्म संसद 1008 का आयोजन जगद गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज के सान्निध्य में महाकुंभ प्रयागराज में हुआ जहां रीवा जिले के पंकज त्रिपाठी को वक्ता के रूप में बोलने का मौका मिला श्री त्रिपाठी ने सनातन वैदिक हिन्दू आर्य परम धर्म संसद में डीएनए प्रोफाइल और इसके असर सामाजिक मूल्य महत्व समाज में डीएनए की आवश्यकता और विवाह परंपरा पर प्रकाश डाला।

श्री त्रिपाठी ने जोर दे कर कहा कि शादी बंधन कुल गोत्र और समाज को देख कर ही करना चाहिए जिससे आने वाली हमारी पीढ़ी स्वास्थ हो परिवार संस्था विमर्श में डीएनए परीक्षण और उसकी आवश्यक इसका वैज्ञानिक और आध्यात्मिक महत्व समझने की आवश्यकता पर जोर दिया वही आज के इस भागदौड़ भरी जिंदगी में जहां हम अपने पूर्वजों से अपनी वैदिक परंपरा गोत्र कुलदेवी इत्यादि से दूर होते जा रहे हैं उसे जानने सहेजने पर विमर्श किया गया।

जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज के मार्गदर्शन में कुलवृक्ष संस्था को वैदिक परंपरा कुल गोत्र परिवार एवं उनके ईस्ट देवी देवताओं ऋषि मुनियों सहित पूरी पारिवारिक जानकारी संकलन का कार्य कर रही है जिसमें हम सभी मिल कर आगे बढ़ाए।

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