महाकुंभ मेले में हुए हादसे पर सवाल उठाने वाले शंकराचार्य को जान का खतरा।
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले में मौनी अमावस्या की मध्य रात्रि हुए हादसे को लेकर मामला अभी ठंडा नहीं हुआ है योगी सरकार की व्यवस्था पर सवाल उठाने वाले शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती द्वारा घटना के बाद से कई बार मीडिया में बयान देकर योगी सरकार को घेरा है जिसके चलते अब शंकराचार्य भी सरकार के समर्थकों के निशाने पर आ गए हैं सोशल मीडिया में देखा जा रहा है कि शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती पर लोगों द्वारा अभद्र टिप्पणी भी की जाने लगी है उन्हें सरकार विरोधी मानकर लोगों द्वारा विपक्ष से भी जोड़ा जाने लगा है। शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि उन्हें जान से मारने की धमकी मिल रही है क्योंकि उन्होंने कुंभ मेले में हुई भगदड़ के लिए उत्तर प्रदेश सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
इस मामले में अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का कहना है कि उनको जान से मारने की धमकी दी जा रही हैं बता दें कि मौनी अमावस्या के अमृत स्नान पर देर रात हुई भगदड़ को लेकर शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने महाकुंभ की व्यवस्था के लिए उत्तर प्रदेश सरकार को दोषी ठहराया गया था लापरवाही बरतने के आरोप लगाए हैं उन्होंने कहा है कि हादसे में हुई मौतों की संख्या छिपाई जा रही है मर्चुरी में लासें सड़ रही हैं सरकार की तरफ से मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या गिन ली जाती है लेकिन हादसे में हुई मौतों को अब तक नहीं गिना जा सका।
मीडिया द्वारा शंकराचार्य से पूछा गया कि क्या सत्ता पक्ष की तरफ से उन्हें सरकार के खिलाफ बयान न देने के लिए कहा जाता है इस प्रश्न का जवाब देते हुए शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद कहते हैं कि ‘उनका कोई आदमी आता और कहता कि महाराज जी आपकी बातें तथ्य विरुद्ध हो रही है।
जबकि तथ्य यह है कि वह सच हमारे सामने रखें लेकिन वह तो इस तरह से किसी भी प्रकार से संवाद ही नहीं करते हैं उनके लोग धमकी दे रहे हैं शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने आरोप लगाया कि बीते दिन 4-5 लोगों द्वारा लिखा गया है कि तुमको जान से मार देंगे तो मार दो मैं संन्यासी हूं मुझे मरने से क्या डरना हमें कौन सा सांसरिक सुख भोगना है।