इतने वर्षों बाद यह महाशिवरात्रि क्यों है खास? जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और भव्य आयोजन
Mahashivratri news 2025: महादेव के भक्तों के लिए सबसे बड़ा पर्व महाशिवरात्रि इस साल 26 फरवरी 2025, बुधवार को मनाया जाएगा। यह महाशिवरात्रि कई वर्षों बाद एक विशेष संयोग में आ रही है, जिससे इसका धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व और भी बढ़ गया है। इस दिन भगवान शिव का जलाभिषेक, व्रत, रात्रि जागरण और शिव बारात का आयोजन किया जाएगा।
इतने वर्षों बाद क्यों है खास?
1. गुरु और बुध का विशेष योग: इस बार महाशिवरात्रि पर गुरु और बुध ग्रह का शुभ संयोग बन रहा है, जो भक्तों के लिए अत्यंत फलदायी माना जाता है।
2. शिव-गणेश संयोग: बुधवार को गणेश जी का दिन माना जाता है, जिससे यह दिन शिव और गणेश के संयुक्त पूजन के लिए विशेष हो गया है।
3. रुद्राभिषेक का महत्व: इस दिन शिवलिंग पर विशेष रूप से गंगाजल, बेलपत्र और दूध से रुद्राभिषेक करने से जीवन की सभी बाधाएँ दूर होती हैं।
4. शिव बारात का आयोजन: देशभर में भव्य शिव बारात निकाली जाएगी, जिसमें श्रद्धालु भगवान शिव के अद्भुत रूप में शामिल होंगे।
महाशिवरात्रि 2025 का शुभ मुहूर्त
– निशीथ काल पूजा: रात 12:09 बजे से 01:00 बजे तक
– चतुर्दशी तिथि प्रारंभ: 25 फरवरी 2025 को दोपहर 02:30 बजे
– चतुर्दशी तिथि समाप्त: 26 फरवरी 2025 को शाम 04:45 बजे
भक्तों के लिए खास सलाह
– भगवान शिव को गंगाजल, बेलपत्र, धतूरा, भांग, शहद और दूध अर्पित करें।
– उपवास रखकर “ॐ नमः शिवाय” का जाप करें और पूरी रात जागरण करें।
– महाशिवरात्रि की रात महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से विशेष लाभ मिलेगा।