NDA: NDA की बैठक में जयंत चौधरी को नहीं मिली मंच पर बैठने की जगह… पढ़े पूरी खबर
NDA: लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने कई मशहूर हस्तियों को भारत रत्न से सम्मानित किया. इनमें राष्ट्रीय लोकदल प्रमुख जयंत चौधरी के दादा स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह का नाम भी शामिल था | इसका असर यूपी की राजनीति पर भी पड़ा. बीजेपी और इनेलो ने गठबंधन किया. अब जब केंद्र में गठबंधन की सरकार बनने जा रही है तो उससे पहले जयंत चौधरी सुर्खियों में हैं. कल संसदीय दल की बैठक के दौरान उनके बैठने को लेकर सियासी हंगामा मच गया है–NDA
हां, राजनीति में आप कहां बैठते हैं, यह मायने रखता है। शुक्रवार को एनडीए की संसदीय बैठक में राष्ट्रीय लोक दल प्रमुख जयंत चौधरी दो सांसदों के साथ मंच पर नहीं दिखे तो काफी विवाद हुआ. सोशल मीडिया पर भी इस पर बहस हुई |
उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव में अपने अच्छे प्रदर्शन से उत्साहित समाजवादी पार्टी ने इस पर सवाल उठाया और पूछा कि रालोद अध्यक्ष मंच से गायब क्यों थे और अन्य सांसदों के बीच क्यों बैठे थे. सपा ने भारतीय जनता पार्टी पर उंगली उठाई. उन्होंने कहा, ‘बीजेपी की जाट समुदाय के प्रति नफरत और दिवंगत चौधरी चरण सिंह और चौधरी अजित सिंह के प्रति झूठा सम्मान उजागर हो गया है. अगर जयंत चौधरी वाकई किसान हितैषी नेता हैं तो उन्हें किसानों के हित में खुद को एनडीए से अलग कर लेना चाहिए और बीजेपी के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए. उन्हें भाजपा के साथ छोटे-मोटे प्रलोभन के लिए अपने स्वाभिमान और किसान हित से समझौता नहीं करना चाहिए।’