पक्ष-विपक्ष सभी में बड़ी ‘फैन फॉलोइंग’ संवाद से बिगड़ी बात भी बना ले जाते हैं राजनाथ सिंह

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नई दिल्ली. मोदी 3.0 में सबसे वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री और चार बार के सांसद राजनाथ सिंह को लगातार दूसरी बार रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी मिली है। राजनाथ पुरानी पीढ़ी के उन बिरले नेताओं में हैं, जिनकी पक्ष-विपक्ष सभी में बराबर ’फैन फॉलोइंग’ है। वे सबसे सुलझे हुए और संतुलन साधने वाले नेताओं में से एक हैं। यही वजह है कि अटल-आडवाणी के दौर वाली सरकार में भी वे प्रभावी रहे और आज मोदी के दौर में भी अपना वजूद मजबूत बनाए रखते हुए वरिष्ठता में नंबर 2 पर हैं। सभी दलों से संवाद कौशल में माहिर होने के कारण गठबंधन की सरकार में उनका महत्त्व बढ़ा है। रक्षामंत्री के दूसरे कार्यकाल में उनके सामने कई चुनौतियां भी हैं।

उत्तर प्रदेश के चंदौली के भाभोरा गांव में 1951 में जन्मे राजनाथ 13 वर्ष की आयु से ही आरएसएस की शाखाओं में जाने लगे थे। फिजिक्स से एमएससी करने के बाद मिर्जापुर के केबी डिग्री कॉलेज में पढ़ाने लगे। लेकिन, संघ और जनसंघ से नाता बना रहा। 1974 में मुख्यधारा की राजनीति में उतरे तो इमरजेंसी में दो साल जेल में रहे। 1977 में यूपी से पहली बार विधायक बने और 1991 में भाजपा की कल्याण सिंह सरकार में शिक्षा मंत्री बने तो नकल कानून से नकल माफिया की कमर तोड़कर तहलका मचा दिया था।

हाईवे डवलपमेंट, किसान कॉल सेंटर लाए

वे यूपी के सीएम भी रहे तो अटल सरकार में केंद्रीय मंत्री भी। केंद्रीय भूतल मंत्री रहते हुए उन्होंने नेशनल हाईवे डवलपमेंट प्रोग्राम धरातल पर उतारा। 2003 में कृषि मंत्री के तौर पर किसान काल सेंटर व कृषि बीमा योजना लागू की। भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष रहते हुए 2007 में पार्टी में 33% महिला आरक्षण लागू किया। उनके पार्टी अध्यक्ष दौर में भाजपा ने 2014 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई। गृहमंत्री रहते हुए 2015 में पैरामिलिट्री में महिला आरक्षण भी लागू किया।

रक्षा निर्यात का बनाया रेकॉर्ड

मेक इन इंडिया के तहत रक्षा उपकरणों के उत्पादन को बढ़ावा देने राजनाथ ने अगस्त 2020 में 101 व मई 2021 में 108 सैन्य उपकरणों पर प्रतिबंध लगाया। इससे उपकरणों का उत्पादन मिशन मोड में चला, वित्त वर्ष 2023-24 में रक्षा निर्यात 21,083 करोड़ रुपए पहुंच गया।

 

आगे कई चुनौतियां

 

विवादित अग्निपथ स्कीम में सुधार

तीनों सेनाओं का तेजी से आधुनिकीकरण

सीमा पार से आंतकवाद का मुकाबला

एलएसी पर चीन के साथ चल रहे तनाव को खत्म करना

चीन से लगी सीमाओं पर शांति बरकरार रखना

रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (डीआरडीओ) का पुनर्गठन

थिएटर कमांड की स्थापना

Rewa news, शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने शिक्षकों की शुरू हुई पांच दिवसीय पाठशाला

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