China Sun News: चीन का ‘कृत्रिम सूर्य’ बना रिकॉर्ड: 1,000 सेकंड तक लगातार चला प्लाज्मा लूप

चीन का ‘कृत्रिम सूर्य’ बना रिकॉर्ड: 1,000 सेकंड तक लगातार चला प्लाज्मा लूप
China Sun News: चीन के न्यूक्लियर फ्यूजन प्रोजेक्ट, जिसे कृत्रिम सूर्य (Artificial Sun) कहा जाता है, ने एक बड़ा रिकॉर्ड बनाया है। इस परियोजना ने 1,000 सेकंड तक लगातार प्लाज्मा लूप चलाकर नई ऊंचाई हासिल की है। यह उपलब्धि भविष्य की स्वच्छ और असीमित ऊर्जा के सपने को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
क्या है ‘कृत्रिम सूर्य’?
‘कृत्रिम सूर्य’ चीन का न्यूक्लियर फ्यूजन रिएक्टर है, जिसका आधिकारिक नाम Experimental Advanced Superconducting Tokamak (EAST) है।
इसका उद्देश्य सूर्य में होने वाली फ्यूजन प्रक्रिया को धरती पर दोहराना है।
इसमें हाइड्रोजन(hydrogen) के आइसोटोप्स को मिलाकर अत्यधिक ऊर्जा उत्पन्न की जाती है, जो एक स्वच्छ और सुरक्षित ऊर्जा स्रोत हो सकती है।
1,000 सेकंड का रिकॉर्ड क्यों महत्वपूर्ण है?
स्थिरता: 1,000 सेकंड (लगभग 16 मिनट) तक प्लाज्मा को स्थिर बनाए रखना तकनीकी रूप से बेहद चुनौतीपूर्ण है। यह फ्यूजन ऊर्जा(fusion energy) के व्यावहारिक उपयोग के करीब आने का संकेत है।
Future of Energy: यह उपलब्धि फ्यूजन ऊर्जा को मुख्यधारा में लाने के लिए एक मील का पत्थर है, ओ कोयला और तेल जैसे पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों का पर्यावरण-अनुकूल विकल्प हो सकता है।
पिछले रिकॉर्ड से आगे: चीन ने पहले 403 सेकंड का रिकॉर्ड बनाया था, जिसे अब काफी हद तक पार कर लिया गया है।
‘कृत्रिम सूर्य’ कैसे काम करता है?
Plasma manufacturing: रिएक्टर में गैस को बहुत उच्च तापमान (10 करोड डिग्री सेल्सियस से अधिक) तक गर्म किया जाता है।
Magnetic field. प्लाज्मा को नियंत्रित करने के लिए मजबूत चुंबकीय क्षेत्र का उपयोग किया जाता है।
Energy production: फ्यूजन प्रक्रिया से जब हाइड्रोजन के न्यूक्लियस आपस में मिलते हैं. तो भारी मात्रा में ऊर्जा उत्पन्न होती है।
क्यों है यह तकनीक खास?
स्वच्छ ऊर्जा फ्यूजन ऊर्जा से कोई ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जित नहीं होती।
असीमित संसाधनः हाइड्रोजन समुद्र के पानी में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
मुरक्षितः फ्यूजन प्रक्रिया में रेडियोधर्मी कचरा बहुत कम बनता है।
चीन का लक्ष्य
China का उद्देश्य इस प्रौद्योगिकी को 2040 तक व्यावसायिक रूप से उपयोग में लाना है।
इस परियोजना से चीन ग्लोबल फ्यूजन एनर्जी रेस में अमेरिका और यूरोप(America and Europe) से आगे निकलने की कोशिश कर रहा है।
निष्कर्ष
चीन का कृत्रिम सूर्य प्रोजेक्ट(artificial sun project) न केवल ऊर्जा क्षेत्र में एक बड़ा तकनीकी चमत्कार है, बल्कि यह स्वच्छ और असीमित ऊर्जा के लिए मानवता की उम्मीदों को नई दिशा देता है। यदि यह प्रौद्योगिकी व्यावसायिक रूप से सफल होती है, तो यह जलवायु परिवर्तन(Climate change) और ऊर्जा संकट का समाधान हो सकती है। क्या यह भविष्य की ऊर्जा का स्रोत बनेगा? समय बताएगा।