MP NEWS : जर्जर स्कूल की सुध लेने नहीं पहुंचा कोई भी अधिकारी

जिले में तीसरी रैंकिंग प्राप्त करने वाले शासकीय स्कूल की दयनीय स्थिति
जबलपुर: शासकीय माध्यमिक शाला गोविंदगंज तमरहाई में शुक्रवार को जर्जर भवन होने के कारण छज्जा गिर गया था, जिसके चलते यहां पर अध्ययन करने वाले मासूम विद्यार्थियों की जान बाल- बाल बची थी। गौरतलब है कि शासकीय भवन में इस तरह की घटना होने की जानकारी अधिकारियों तक होने के बावजूद भी कोई भी अधिकारी शासकीय स्कूल की सुध लेने के लिए नहीं पहुंचा था। जिससे यह पता चलता है कि जिले में तीसरे नंबर की रैंक हासिल करने वाले इस शासकीय स्कूल की स्थिति कितनी दयनीय है।
उल्लेखनीय है कि गुरुवार की दोपहर लगभग 1:45 बजे लंच के समय शासकीय स्कूल गोविंदगंज का छज्जा अचानक से गिर गया, जिसके चलते यहां पर बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती थी। स्कूल स्टाफ ने बताया था कि जर्जर भवन होने की शिकायत लगभग 2 महीने पहले भी शिक्षा विभाग के इंजीनियर और अन्य जनप्रतिनिधियों के अलावा अधिकारियों को भी की गई थी। परंतु स्कूल के भवन में किसी भी प्रकार से कोई भी मरम्मत का कार्य नहीं किए जाने के कारण गुरुवार को यह हादसा हुआ था। गनीमत रही कि इस हादसे में किसी भी प्रकार की कोई जनहानि नहीं हुई है। अभी भी जर्जर भवन का छज्जा ऐसे ही लटका हुआ है, इसके पास जाने में भी खतरा बना हुआ है, आगे अगर किसी भी प्रकार से अधिकारियों द्वारा कोई सुध नहीं ली गई तो कोई भी बड़ी दुर्घटना स्कूल भवन में हो सकती है।
जिले की तीसरी रैंक में है गोविंदगंज स्कूल
जानकारी के अनुसार शासकीय माध्यमिक शाला गोविंदगंज जिले में तीसरी रैंक के शासकीय स्कूल में आता है जिसमें पहले नंबर पर एम एल बी गर्ल्स दूसरे नंबर पर मॉडल हाई और तीसरे नंबर पर गोविंदगंज स्कूल को रैंक हासिल है। जिसमें लगभग 550 बच्चे अध्ययन करते हैं। गौरतलब है कि शासकीय स्कूलों में एक तरफ स्मार्ट क्लास आदि बनाए जा रहे हैं, जिससे बच्चों को उच्च शिक्षा प्राप्त हो सके। वहीं दूसरी तरफ इस टॉप रैंकिंग वाले स्कूल के भवन की जर्जर हालत होने के बावजूद भी कोई अधिकारी या जिला प्रशासन द्वारा इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिसके चलते गुरुवार को जर्जर भवन का छज्जा गिर गया जो अभी भी यूं ही लटका हुआ है, जिस पर आगे कोई भी बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती है।
16 बार हो चुकी है चोरी
स्कूल स्टाफ से मिली जानकारी के अनुसार गोविंदगंज स्कूल में लगभग 16 बार चोरी हो चुकी है, जिसकी शिकायत भी कोतवाली थाने में की गई थी। 16 बार चोरी में स्कूल का विभिन्न प्रकार से सामान जैसे मध्यान भोजन में उपयोग होने वाले बर्तन से लेकर अन्य सामान चोरों द्वारा चुरा लिया गया था। जिसकी कोतवाली थाने में शिकायत की गई थी और उस शिकायत को गंभीरता पूर्वक लेते हुए तत्कालीन थाना प्रभारी अनिल गुप्ता ने स्वयं के खर्चे से यहां पर सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे। स्कूल स्टाफ ने बताया कि स्कूल में स्मार्ट क्लास बनने के लिए दो कमरे बुक किए गए थे, परंतु लगातार हो रही चोरियों के कारण स्कूल स्टाफ द्वारा यहां पर स्मार्ट क्लास बनने से मना कर दिया गया था क्योंकि स्मार्ट क्लास बनने के बाद भी चोरी की घटनाएं और भी बढ़ जाएगी, स्कूल स्टाफ का कहना है कि स्मार्ट क्लास बनने के बाद भी अगर यहां दोबारा चोरी होती है तो उसकी रिकवरी फिर स्कूल स्टाफ द्वारा की जाएगी। जिसके चलते यहां के स्टाफ ने ही स्मार्ट क्लास बनने से मना कर दिया था।
जन सहयोग से लगवाया स्कूल में फर्नीचर
शासकीय माध्यमिक शाला गोविंदगंज जिले में तीसरी रैंक हासिल किया हुआ है, परंतु इस अच्छी रैंकिंग वाले स्कूल में विभाग के किसी भी अधिकारियों का बिल्कुल भी ध्यान नहीं है। जिसके चलते यहां स्कूल स्टाफ को स्वयं के व्यय से ही सभी कार्य करवाने पड़ते हैं। जानकारी के अनुसार यहां के प्राचार्य समेत सभी शिक्षक – शिक्षिकाओं ने जन सहयोग करते हुए स्कूल में लगभग 5 लाख का फर्नीचर लगवाया था, ताकि सभी विद्यार्थी बेंच में बैठकर पढ़ाई कर सकें। स्कूल की स्थिति इतनी दयनीय है कि यहां पर स्वयं के पैसों से ही लाइट सुधरवाने या फर्नीचर लगवाने से लेकर अन्य कार्य स्कूल स्टाफ को करवाने पड़ते हैं, जिस पर जिला प्रशासन बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहा है।