Rewa news:जनकल्याण शिविर में प्राप्त सभी आवेदन विभागीय पोर्टल में दर्ज करें: कलेक्टर

Rewa news:जनकल्याण शिविर में प्राप्त सभी आवेदन विभागीय पोर्टल में दर्ज करें: कलेक्टर
रीवा. कलेक्टर प्रतिभा पाल ने कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में सीएम हेल्पलाइन और जनकल्याण अभियान के प्रकरणों की समीक्षा की। कलेक्टर ने अधिकारियों से इन प्रकरणों के शीघ्र निराकरण के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा, मुख्यमंत्री जनकल्याण अभियान के तहत आयोजित शिविरों में आम नागरिकों से बड़ी संख्या में आवेदन प्राप्त हो रहे हैं। इनको संबंधित विभागों द्वारा तेजी से निपटाया जा रहा है, लेकिन अब इन प्रकरणों को जनकल्याण पोर्टल के साथ-साथ विभागीय पोर्टल में भी दर्ज किया जाना जरूरी है। कलेक्टर ने विशेष रूप से आयुष्मान कार्ड योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि जनकल्याण पोर्टल में 16 हजार से अधिक आवेदन दर्ज हैं, जबकि विभागीय पोर्टल पर केवल 13 हजार प्रकरण दर्ज हैं। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को तीन दिन के भीतर शेष आवेदन विभागीय पोर्टल में दर्ज करने के निर्देश दिए। साथ ही राजस्व सहित अन्य विभागों को निर्देश दिए कि वे संबंधित आवेदनों को जनकल्याण पोर्टल और अपने विभागीय पोर्टल में समान रूप से दर्ज करें।
कलेक्टर ने 14 जनवरी से 28 जनवरी तक जिलेभर में आयोजित होने वाले आनंद उत्सव कार्यक्रम के बारे में निर्देश दिए। कहा कि सभी एसडीएम, जनपद सीइओ और सीएमओ खेल, साहित्य और सांस्कृतिक गतिविधियों के आयोजन में कोई कसर नहीं छोड़ें। बैठक में आयुक्त नगर निगम डॉ. सौरभ सोनवड़े, अपर कलेक्टर सपना त्रिपाठी, सभी एसडीएम, संयुक्त कलेक्टर पीके पांडे, संयुक्त कलेक्टर श्रेयस गोखले सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
लंबित प्रकरणों का शीघ्र निराकरण करें
कलेक्टर ने समाधान ऑनलाइन के तहत लंबित सीएम हेल्पलाइन प्रकरणों को शीघ्र निपटाने के निर्देश भी दिए। सात दिनों के भीतर सभी लंबित प्रकरणों का निराकरण किया जाना चाहिए, खासकर प्रधानमंत्री आवास योजना, नलजल योजना, मजदूरी भुगतान, वृद्धावस्था पेंशन, जननी सुरक्षा योजना और प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के प्रकरणों को प्राथमिकता दी जाए।
त्योंथर क्षेत्र के खरीदी केन्द्रों में निगरानी रखें
कलेक्टर ने त्योंथर क्षेत्र में धान उपार्जन की समीक्षा करते हुए अधिकारियों से खरीदी केंद्रों पर कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि जिन केंद्रों पर धान की अधिक आवक हो रही है, वहां तत्काल उठाव किया जाए।