Rewa MP: अल्ट्राटेक कंपनी की तानाशाही के खिलाफ ज्ञापन सौंपने जा रहे एटक यूनियन को लोगों को पुलिस ने रोका।

Rewa MP: अल्ट्राटेक कंपनी की तानाशाही के खिलाफ ज्ञापन सौंपने जा रहे एटक यूनियन को लोगों को पुलिस ने रोका।
विराट वसुंधरा
रीवा। जिले के अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी बेला प्लांट की मनमानी और तानाशाही के खिलाफ लोगों का आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है विगत कई माह से स्थानीय जनप्रतिनिधियों सामाजिक कार्यकर्ताओं और किसानों मजदूरों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है अब इसी मामले को लेकर एटक यूनियन के तत्वाधान में दिनांक 19 मई को अल्ट्राटेक सीमेंट बेला सीमेंट वर्कर्स रीवा के कारखाना में कार्यरत श्रमिकों द्वारा अल्ट्राटेक सीमेंट बेला प्लांट के गेट के पास से एकत्रित होकर श्रमिकों मजदूरों ने लाल झंडा हाथों में लेकर कंपनी प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रीवा कलेक्ट्रेट ज्ञापन सौंपने के लिए रवाना हुए जैसे ही काफिला चोरहटा थाना के समीप पहुंचा सीएसपी और थाना प्रभारी द्वारा जबरन काफिले को रोक लिया गया।
मौके पर जिला प्रशासन की ओर से अनुराग तिवारी अनुविभागी दंडाधिकारी तहसीलदार रवि शंकर शुक्ला एवं सी एस पी रितु उपाध्याय को एटक संघ के महामंत्री राम सरोज कुशवाहा ,संघ के अध्यक्ष अरुण तिवारी, राजरखन कुशवाहा, गया प्रसाद मिश्रा ,जिला पंचायत सदस्य लालमणी त्रिपाठी सेमरिया विधायक प्रतिनिधि अनिल त्रिपाठी और बड़ी संख्या में मजदूर की उपस्थिति में मांग पत्र कलेक्टर एवं कमिश्नर के नाम से एस डी एम अनुराग तिवारी को ज्ञापन सौप कर 15 दिन का अल्टिमेटम दिया गया है कि अगर 15 दिन के अंदर मांगे पूरी नहीं होती तो एटक यूनियन उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा।
इस संबंध में जिला पंचायत सदस्य कामरेड लालमणि त्रिपाठी द्वारा बताया गया कि अल्ट्राटेक बेला प्लांट के प्रबंधन द्वारा श्रमिकों की आवाज को दबाया जा रहा है कंपनी के द्वारा प्रशासन पर दबाव बनाकर ज्ञापन सौंपने जा रहे लोगों को बीच रास्ते में रोकवाया गया है श्री त्रिपाठी ने कहा कि पूंजीपतियों द्वारा इसी तरह गरीबों मजदूरों की आवाज को दबाने के लिए प्रशासनिक अमले को आगे करके या फिर कंपनी के बाउंसरों द्वारा बंदूक की नोक पर डराया धमकाया जाता है।