आजीवन मौन ब्रती भोजन करने वाले गौलोकवासी भाजपा नेता स्व बाबादीन वर्मा की बरसी पर संपन्न हुआ पूजा अनुष्ठान और भंडारा।
आजीवन मौन ब्रती भोजन करने वाले गौलोकवासी भाजपा नेता स्व बाबादीन वर्मा की बरसी पर संपन्न हुआ पूजा अनुष्ठान और भंडारा।
भाजपा के नेता स्वर्गीय श्री बाबादीन वर्मा समर्पण एवं प्रतिबद्धता के अमिट हस्ताक्षर रहे।
रीवा: जनसंघ और फिर भाजपा की राजनीति की मुख्य धारा में आधार स्तम्भ रहे स्वर्गीय श्री बाबादीन वर्मा विगत वर्ष 21 मार्च 2023 को नागपुर में परमधाम वासी हुए, का एक वर्ष पूर्ण हुआ श्री वर्मा जी ने आजीवन मौनव्रत धारण करते हुए ही भोजन ग्रहण किए थे इस उपलक्ष्य पर 20 मार्च 2024, बुधवार को उनके मौनव्रत के उद्यापन हेतु पूजा अनुष्ठान का आयोजन किया गया था ज्ञात हो कि भारतीय जनता पार्टी के प्रादेशिक राजनीति में रीवा राजनीति के बाबादीन वर्मा समर्पण एवं प्रतिबद्धता के अमिट हस्ताक्षर रहे हैं बेशक श्री वर्मा मौजूद सक्रिय राजनीति का हिस्सा रहे हैं किंतु भाजपा के लिए उनका योगदान आज भी भविष्यवाणी है श्री वर्मा राजनीति कै ऐसे बागवान है जिन्होंने रीवा जिले की बंजर भूमि में भाजपा रूपी रोप गए पौधे को अपने अथक परिश्रम के पसीने से संचित किया है भाजपा आज फलदार वृक्ष बन चुकी है अतीत में झांकने की फुर्सत किसी को नहीं है किसी भी फलदार पौधे का वीजा रोपण कोई करता है खाद और पानी कोई देता है उसकी रखवाली और कोई करता है तथा फल कई पीढ़ियां खाती हैं रीवा जिले में भाजपा की स्थापना में एक माली की भूमिका बाबादीन वर्मा की रही है जीवन के 80 वर्ष के पड़ाव पर अंतिम सांस ले चुके श्री वर्मा 21मार्च 2023 में महाप्रयाण हो चुके हैं श्री वर्मा का जन्म07मार्च1943 को रीवा जिले के गुढ़ विधानसभा के पलिया 350 गांव में हुआ था उनके पिता का नाम स्वर्गीय श्री भगवान दास कुशवाहा एवं माता का नाम स्वर्गीय श्रीमती देवकी कुशवाहा था श्री वर्मा भाई बहनों में सबसे बड़े थे एवं दो बहने और एक भाई थे भाई जवानी के दहलीज पर ही सबका साथ छोड़कर महाप्रयाण हो चुके थे एवं दो बहने थी श्री वर्मा का शिक्षा दीक्षा ओल्ड हायर सेकेण्डरी तक ही हुआ था भारतीय जनसंघ का दामन थाम कर अपने गुरु श्री केशव प्रसाद पांडेय के साथ सफर शुरू किया आपातकाल के दौरान जेल में भी रहे परंतु राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाई पार्टी एवं संगठन के विभिन्न दायित्व का निर्वहन करते हुए पिछड़ा वर्ग एवं कुशवाहा समाज का भी नेतृत्व करते रहे पार्टी की कसौटी पर खरे भी उतरे राजनीति ने उनके मनो मस्तिष्क पर दस्तक छात्र जीवन में ही दे दी थी1965 से अपने समकालीन साथियों के साथ अपने गुरु श्री केशव प्रसाद पांडेय जी से आशीर्वाद प्राप्त कर दादा मणिराज सिंह एवं शिवनाथ पटेल के साथ मिलकर पार्टी को मजबूत बनाने एवं पार्टी के कार्य को आगे बढ़ाने के लिए प्राणपण से जुट गए दादा मणिराज सिंह और शिवनाथ पटेल अब इस दुनिया में नहीं रहे श्री पटेल गूढ़ से विधायक भी चुने गए थे जनसंघ से लेकर जनता पार्टी और भाजपा में रहते हुए पार्टी ने श्री वर्मा को अवसर तो दिया किंतु उनके खाते में संगठन का दायित्व ही आता रहा कई बार पिछड़ा वर्ग के दावेदार बनकर भी वह गुढ़ विधानसभा क्षेत्र से टिकट के दावेदारी किया पर मौका नहीं मिला जनता पार्टी के समय में नगर परिषद मनगवा का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था जो अल्प समय के लिए ही रहा
जनसंघ से भाजपा के प्रचंड बहुमत तक।
रीवा जिला सहित विंध्य की धरा पर जनसंघ से लेकर भाजपा का इतिहास किसी से छिपा नहीं है जो इस इतिहास क आंशिक ज्ञान भी रखते हैं उन्हें दादा मणिराज सिंह केशव प्रसाद पांडेय शिवनाथ पटेल तथा श्री बाबादीन वर्मा की भूमिका की भी जानकारी होगी प्रदेश के पटल पर जिस प्रकार भाजपा अटल आडवाणी जी के कारण जानी जाती थी ठीक उसी प्रकार रीवा जिले में दादा मणिराज सिंह केशव प्रसाद पांडेय शिवनाथ पटेल बाबादीन वर्मा को जाना जाता है जो जनसंघ के जमाने के नेता आज भी भाजपा में मौजूद हैं ऐसा शायद ही कोई होगा जो इस जोड़ी को न जानता होगा श्री बाबादीन वर्मा लंबे समय तक पार्टी संगठन के दायित्व संभाल चुके हैं सन 1965 से लेकर मनगवां संगठन का काम देखते रहे फिर मनगवां विधानसभा क्षेत्र का काम सभाला अपने गुरु श्री केशव प्रसाद पांडेय के चुनाव में अहम भूमिका भी निभाई एवं उनके संरक्षण में रहकर पार्टी के संगठन का दायित्व निभाते रहे कौशल प्रसाद मिश्र जी के चुनाव में भी बढ़ चढ़ कर काम किया पार्टी में मंडल अध्यक्ष मनगवां के साथ-साथ जिले में पिछड़ा प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष का दायित्व निभाते हुए अन्य दायित्व का भी निर्वाह किया भारतीय जनता पार्टी के पिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश के सदस्य भी रहे एवं शिक्षक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष भी रहे भाजपा का गठन 6 अप्रैल 1980 को हुआ था प्रथम अध्यक्ष पंडित अटल बिहारी वाजपेई जी के मार्गदर्शन में पार्टी का निर्माण में प्रमुख योगदान देने वाले नेताओं में राजमाता विजयाराजे सिंधिया कुशाभाऊ ठाकरे प्यारेलाल खंडेलवाल वीरेंद्र कुमार सखलेचा जी कैलाश जोशी सुंदरलाल पटवा नारायण प्रसाद गुप्ता एवं कैलाश सारंग के साथ कार्य कर चुके श्री बाबादीन वर्मा राजनीतिक अनुभव की किताब है इतना ही नहीं पिछड़ा वर्ग के नेताओं में शुमार श्री बाबादीन वर्मा पिछड़ा वर्ग वा कुशवाहा समाज के इकलौते राजनीतिक नेता थे समय-समय में चुनाव एवं संगठन को लेकर आप प्रदेश के विभिन्न विधानसभा क्षेत्र में भी काम करते रहे हैं जब कांग्रेस की गढ़ मानी जाती थी चुरहट , छतरपुर,सतना,पन्ना जिला विधानसभा एवं मनगवां विधानसभा में कांग्रेस का बोलबाला था तब आपने पिछड़ा वर्ग के लोगों को जगाने का और भाजपा के मूल धारा में जोड़ने का भी काम किया था और अपने राजनीतिक जीवन में जनसंघ से लेकर भाजपा के प्रचंड बहुमत पाने तक भाजपा का आधार स्तंभ बने रहे।
ऐसी रही जीवन कि यात्रा
रीवा जिले कि गुढ़ विधानसभा क्षेत्र ग्राम पलिया 350 के एक गरीब किसान कुशवाहा परिवार में 07 मार्च 1943 को जन्म हुआ इनके पिता स्वर्गीय श्री भगवान दास कुशवाहा किसी तरह से मजदूरी करके अपने परिवार का भरण पोषण करते थे सन् 1955 में अपने परिवार के साथ मनगवां बस्ती में घर बनाकर रहने लगे श्री बाबादीन वर्मा का बचपन से ही शिक्षा और राजनीति समाजसेवा में विशेष रुचि थी आपने अध्यापन कार्य के दौरान टीउसन पढ़ाकर अपने खर्च का साधन बनाया इतना ही नहीं पिता जी के साथ मिलकर सब्जी बेचने का काम भी करते थे और एक दिन जब मुलाकात केशव प्रसाद पांडेय जी हुई तो उस दिन से उन्ही के मार्गदर्शन में राजनीतिक पारी शुरू हुई जनसंघ से लेकर भाजपा तक का सफर रहा और 21मार्च 2023 को नागपुर के निजी अस्पताल में सभी को अलविदा कहकर अंतिम सांस ली, उन्होंने अपने परिवार में दो बेटा पांच बेटियों का भरा पूरा परिवार छोड़कर चले गए।
निर्विवाद निष्छल रहा जीवन।
बाबादीन वर्मा (कच्छी) कुशवाहा समाज से आते है पर कभी भी उन्होंने जातिगत राजनीति नहीं किया उन्होंने हमेशा पार्टी और संगठन को सर्वोपरी मानकर काम किया है पार्टी के रीति नीति और सिद्धांत को आत्मसात कर चलने वाले श्री वर्मा को स्पष्ट वादी सरल स्वभाव का लोग मानते हैं किंतु जीवन की कार्यशैली व तौर तरीकों से लोग बखूबी परिचित है सभी के प्रति निष्कपट भाव रखने वाले व्यक्तित्व थे उन पर हमेशा यह भी आरोप लगता था कि यह घोर भाजपाई हैं लेकिन लांछन कोई नहीं लगा सकता था रीवा जिले में पिछड़ा वर्ग के क्षेत्र में भाजपा को पुष्पित पल्लवित करने में अपना सर्वस्व समर्पित करने वाले श्री वर्मा भाजपा की सेवा देते हुए अपने छोटे बेटे डॉक्टर विष्णु देव कुशवाहा को पार्टी की सेवा में लगा दिया है
बढ़े पूत पिता के धर्म खेती उपजे अपने कर्मन।
बढ़े पुत्र पिता के धर्म वाली कहावत भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री बाबादीन वर्मा एवं उनके पुत्र डॉ विष्णु देव कुशवाहा पर काफी हद तक लागू होती है लोगों का अपना अलग-अलग विश्लेषण हो सकता है बाबादीन पुत्र विष्णु देव का राजनीतिक जीवन पिता की भांति ही भाजपा के लिए संकल्पित है अगर उनके पिता ने पार्टी के लिए प्रतिबद्ध एवं समर्पित भाव से कार्य न किया होता तो पुत्र विष्णु देव कुशवाहा प्रदेश स्तर पर अपनी पहचान शायद ही बना पाते स्वर्गीय श्री बाबादीन वर्मा के छोटे पुत्र विष्णु देव कुशवाहा का जन्म 07,08,1981को मनगवां में हुआ शिक्षा दीक्षा स्नातकोत्तर तक हुई बीएचएमएस,तीन विषय से एम.ए एवम संस्कृत भाषा से भी एम.ए योग आचार्य, एमएसडब्लू की भी उपाधि प्राप्त किया राजनीतिक शुरुआत युवा मोर्चा मंडल उपाध्यक्ष से हुई फिर भाजपा मनगवां मंडल का उपाध्यक्ष फिर पिछड़ा वर्ग जिला मंत्री की जिम्मेदारी मिली इसके साथ ही भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा प्रदेश कार्य समिति सदस्य व मनगवां विधानसभा क्षेत्र प्रभारी का कार्य किया
1990 से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का स्वयं सेवक रहा
1996 में प्राथमिक वा 1998में प्रथम वर्ष सरस्वती शिशु मंदिर छतरपुर में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का प्रशिक्षण प्राप्त किया
मनगवां प्रखंड में बजरंग दल त्रिशूल दीक्षा कार्यक्रम में मुख्य भूमिका निभाई अयोध्या श्री राम मंदिर निर्माण अभियान कार्य में जनमानस से राशि एकत्रीकरण में कार्य किया मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद द्वारा संचालित सीएमसीएलडीपी में मेंटर का कार्य समय समय पर आशा यात्रा,एकात्म यात्रा, जगद्गुरु1008श्री श्रीस्वामी शंकराचार्य जी की यात्रा,का नेतृत्व किया पत्रकारिता में 12वर्ष कार्य किया भारतीय जीवन बीमा निगम में 12 वर्ष का अनुभव सामाजिक कार्यों के 25वर्ष राजनीतिक परिदृश्य में सहज सामाजिक व सर्वहारा वर्ग का एक बड़ा चेहरा है जिनकी राजनीतिक योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिन्ह नही है