डेढ़ वर्ष से UP की जेल में बंद अमेरिकी बंदी ने ऐसा किया काम कि बन गया मिशाल, रिहा होने पर किया टाटा बाय-बाय..?

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डेढ़ वर्ष से UP की जेल में बंद अमेरिकी बंदी ने ऐसा किया काम कि बन गया मिशाल, रिहा होने पर किया टाटा बाय-बाय..?

 

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर केन्द्रीय कारागार में बंदी अमेरिकी नागरिक डेढ़ वर्ष की सजा काटकर रिहा हो गया जेल में रहने के दौरान अमेरिकी नागरिक ने जेल में बंद अन्य कैदियों को अंग्रेजी बोलना सिखाया और खुद भी हिन्दी, और भोजपुरी भाषा कुछ हद तक कैदियों से सीखा उक्त बंदी को हिंदी और भोजपुरी भाषा कुछ हदतक अर्थ भी समझने लगा है। अमेरिकी बंदी ने जेल में बंद अन्य बंदियों को अंग्रेजी बोलना सिखाए जो किसी मिसाल से कम नहीं है रिया होने से पहले अमेरिकी बंदी ने अन्य बंदियों को अंग्रेजी बोलना सिखाया तो सबके लिए प्रिय हो गया अमेरिकी अमेरिकी नागरिक का नाम स्काॅट बायड क्नोक्स उम्र 60 वर्ष बताई गई है जिसे वीजा में फर्जीवाड़ा करने के आरोप में लगभग डेढ़ वर्ष से जेल में बंदी था जेल से रिहा होने के दौरान अमेरिकी बंदी स्काॅट बायड क्नोक्स ने सभी से हांथ जोड़कर नमस्ते किया और टाटा गुड बाय गोरखपुर कहते हुए चला गया न्यायालय ने अमेरिकी बंदी को सजा के साथ 90000 रुपए का जुर्माना भी किया था 90000 रुपए बंदी के दोस्त ने जमा किए अगर यह जुर्माने की राशि नहीं जमा होती तो 6 महीने की और सजा उसे काटनी पड़ती।

क्या कहती है पुलिस।

विदेशी नागरिक स्काॅट बायड के बारे में पुलिस अधीक्षक महराजगंज के निर्देश और मार्गदर्शन में पुलिस टीम ने औपचारिकता पूरी कर उसे अपने साथ गोरखपुर से लेकर महराजगंज लेकर चली गई है अमेरिकी बंदी का एग्जिट काॅर्ड आने तक अमेरिकी बंदी को महराजगंज में ही पुलिस की देखरेख में रहना होगा। गोरखपुर केन्द्रीय जेल में अभी भी दो विदेशी बंदी सजा काट रहे हैं जो पाकिस्तान और बांग्लादेश के नागरिक हैं पाकिस्तान और बांग्लादेश के बंदियों को जेल के अंदर हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है।

यह था मामला।

अमेरिकी नागरिक स्काॅट बायड बॉर्डर बीते 26 जून 2015 को भारत आया था। वर्ष 2016 में वीजा की अवधि समाप्त हो गई थी वावजूद इसके बायड ने देश नहीं छोड़ा था और तीन जून 2022 को बिहार की सीमा रक्सौल से स्काॅट ने नेपाल जाने का प्रयास किया था लेकिन उसे सुरक्षा कर्मियों द्वारा लौटा दिया गया था जिसके बाद 15 जून, 2022 की शाम वह सोनौली बार्डर पहुंचा सीमा पर तैनात अधिकारियों को पासपोर्ट दिखाया, जिस पर 06 जून, 2022 को मुंबई पहुंचने की सील लगी थी अधिकारियों को शंका हुई तो अधिकारियों ने जांच पड़ताल की तो स्काॅट की जालसाजी पकड़ी गई अधिकारियों द्वारा पुलिस में सूचना दी गई जहां महराजगंज जिले की थाना सोनौली पुलिस ने पकड़ा और न्यायालय में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया था।

दूसरी जेल में किया गया था ट्रांसफर।

अमेरिकी बंदी स्काॅट बायड महराजगंज केन्द्रीय जेल में सजा काट रहा था कुछ माह पहले उसके कमर में दर्द की शिकायत हुई थी जिसे इलाज के लिए BRD मेडिकल काॅलेज रेफर किया गया था उस दौरान बेहतर इलाज के लिए हाईकोर्ट के आदेश पर 5 फरवरी 2023 को स्काॅट बायड को महराजगंज से गोरखपुर जेल में शिफ्ट कर दिया गया था अमेरिकी बंदी का गोरखपुर जेल के अस्पताल में रखा गया था और इलाज किया जा रहा था अमेरिकी बंदी के जुर्माने की 90 हजार राशि उसके दोस्त ने जमा किये थे।

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