sidhi news : पांच घंटे आफत की बारिश, नदी नाले आये उफान पर, आवागमन में असर
जिले भर में सुबह से लेकर दोपहर तक लगातार हुई बारिश, मझौली एवं पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश ने रोकी वाहनों की रफ्तार
सीधी/मझौली:जिले में आज सुबह से पांच घंटे की लगातार बारिश कई क्षेत्रों में आफत बन गई। नदी-नाले उफान पर आ गये और कई मार्गों में आवागमन ठप्प हो गया। आफत की बारिश का असर मझौली समेत पहाड़ी अंचलों में ज्यादा देखने को मिला।ऐसा ही कुछ नजारा जिला मुख्यालय से 10 किमी दूर तेंदुआ गांव का सामने आया है। यहां तेंदुआ-खिरखोरी मार्ग में महान नहर परियोजना द्वारा ओवर ब्रिज बनाया गया है जहां पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं बनाई गई है। लिहाजा यहां बरसात के दिनो में घुटनों तक पानी भर जाता है और आने-जाने में परेशानी के साथ बड़ी दुर्घटना की आशंका बढ़ जाती है। इस मामले को लेकर जनप्रतिनिधियों के संज्ञान में मामले को पहले भी लाया गया लेकिन अभी तक इसका कोई भी स्थाई समाधान नही हो सका है। दरअसल तेंदुआ नेशनल हाइवे से खिरखोरी तक प्रधानमंत्री सडक़ है जिससे कई गावों के लोगों और स्कूली बच्चों का आना-जाना लगा रहता है। तेंदुआ में महान नहर परियोजना का ओवर ब्रिज बनाया गया है जहां पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं बनाई गई है जिसमें घुटनों तक पानी भर जाता है। विभागीय लापरवाही का खामियाजा आम जनता को भुगतने को मजबूर होना पड़ रहा है। इस सडक़ से धनखोरी, खिरखोरी, पडख़ुरी एवं मझौली, ब्योहारी तक के लोग आते-जाते हैं।
जनपद अध्यक्ष ने कलेक्टर को लिखा पत्र
जनपद पंचायत सीधी अध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह परिहार ने अभी 9 जुलाई को कलेक्टर सीधी को पत्र लिखकर कहा है कि तेंदुआ मेन रोड से खिरखोरी पहुंचमार्ग प्रधानमंत्री सडक में तेंदुआ स्कूल के पहले महान नहर परियोजना ओवर ब्रिज बन जाने से सडक़ में पानी का ज्यादा भराव हो जाने से स्कूली बच्चो एवं आम लोगों का आवागमन पूरी तरह से बंद हो जाता है। अत: उक्त बाधित मार्ग जो बरसात के दिनो में पूरी तरह से अवरूद्ध हो जाता है का तत्काल उचित कार्यवाही कराये जाने का कष्ट करें, जिससे स्कूली बच्चों तथा आम जनो का आवागमन बहाल हो सके।
जनपद सीईओ ने किया निरीक्षण
सुबह से 5 घंटे तक मझौली क्षेत्र में तेज बारिश के कारण नदी, नाले उफान पर आ गये। जनपद पंचायत मझौली के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एस.एन.द्विवेदी द्वारा क्षेत्र भ्रमण कर पंचायतों में निर्मित कराए गए चेक डेम एवं स्टॉप डेम का निरीक्षण करते हुए एसडीओ, आरईएस एवं अन्य जिम्मेदार अधिकारी, कर्मचारियों को निर्देश दिए हैं कि पंचायतों में निर्मित जल संग्रहण संसाधनों का निरीक्षण कर 24 घंटे के अंदर वस्तुस्थिति से अवगत कराएं।
तेज बारिश से शिकरा की बागदेवा नदी उफान पर, आवागमन बाधित
मझौली ब्लॉक के ग्राम पंचायत शिकरा में तेज बारिश होने की वजह से गुरुवार की शाम से शुक्रवार को 3 बजे दिन तक शेर बांध की ओर से आने वाली शिकरा-बकवा मुख्य मार्ग में पडऩे वाली बागदेवा नदी पुल के ऊपर से घुटने तक पानी के तेज बहाव की वजह से गांव के चार टोलों के रहवासियों को आवागमन में अच्छी खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा। बारिश की वजह से ग्रामीणों व वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। स्कूलों में पढऩे वाले बच्चे स्कूल नही जा सके, नौकरी पेशा वाले लोग पानी के बहाव कम होने का इंतजार करते रहे गए। ग्रामीणजन अपने दैनिक उपयोगी जरूरतों का सामान नही खरीद पाए। ज्ञात हो कि बागदेवा नदी का निर्माण प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के तहत कई वर्ष पूर्व हुआ था लेकिन इस पुल का निर्माण पिलर की जगह ढोले डालकर किया गया था।
बरसात के बाद उन ढोलो में काफी कचरा जमा हो गया था जिसे साफ-सफाई कराना भी जिम्मेदारों द्वारा उचित नही समझा गया। शिकरा से बकवा मुख्य मार्ग में पडऩे वाली बागदेवा नदी में शुक्रवार को कई लोग तेज बहाव पर भी अपने जान को जोखिम में डालकर लोग नदी पार करते देखे गए जिनकी तस्वीर भी साोशल मीडिया में वायरल हुई है। ग्रामीणों ने भी मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि पुल के ऊपर से पानी बहाव का मुख्य कारण पुल के नीचे एवं आसपास जमा कचरे हैं। अगर कचरे को निकलवा दिया जाय तो शिकरा गांव के शिकरा दक्षिण टोला, देवकछार, तेलियान टोला, कुम्हरान टोला, बूढान टोला, तिरहवा टोला, कोरकोट बहरा के रहवासियों को समस्या से निजात मिलेगी।
इनका कहना है
रात 3 बजे से शुक्रवार को 3 बजे शात तक हम लोगो का आवागमन बंद हो चुका है, जो ढोले से पुल बनी है उस ढोले में कचरा जमा है। पुल के नीचे व उसके आसपास सफाई हुई होती तो यह समस्या न हुई होती।
देवीदीन विश्वकर्मा, ग्रामीण
जब पानी गिरने लगता है तो काफी समस्या होती है। कल से आवागमन बाधित है, ढोला में कचरा जमा होने की वजह से पुल के ऊपर से घुटनो तक पानी बह रहा था।
सीमू साहू, ग्रामीण
कल से आवागमन बंद है। पुल के ऊपर से पानी बहने की वजह से बच्चे स्कूल नही जा सके। आवागमन बाधित रहा। पुल के इस पार से उस पार जाने में भारी समस्या हुई।
विनोद कुमार सिंह