ग्वालियर

ग्वालियर न्यूज़ : झूठा फंसाने खुद को पड़वाई गोली, दो लाख में हुई थी डील  ,दुश्मनों को फंसाने चले थे, खुद पकड़े गए

ग्वालियर। यहाँ एक अजीब मामला सामने आया है जिसमें कुछ युवकों ने ने पुलिस में शिकायत की कि उन्हेें गोली मारी गई है लेकिन जब पुलिस ने गहराई से जांच की तो मामला उल्टा निकल आया। युवक ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया और वह अपने विरोधियों को फंसाना चाहता था इसीलिए उसने यह षडयंत्र रचा था लेकिन पुलिस से बच नही सका।

 

घटना में घायल मनीष बाथम ने अपने दोस्तों से खुद के पैर में गोली पड़वाई और पुलिस के सामने बोला कि तीन हमलावरों ने उसे गोली मारी है और तीनों का मुंह बंधा हुआ था उसके दो दोस्त भी उसके साथ में थे और उन्होंने भी घटना को देखा है। पुलिस को घायल युवक की कहानी पर भरोसा कम हो रहा था कि क्योकि वह बार बार अपने बयान बदल रहा था।

घटना के मुख्य गवाह के गायब होने और जिन पर गोली मारने का आरोप है उनके घर पर सोते मिलने के बाद पुलिस को कहानी गड़बड़ नजर आई। घटना 9 जुलाई रात की है। घायल के अस्पताल से डिस्चार्ज होते ही पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। जब उससे तरीके से पूछताछ की गई तो पूरे मामले का खुलासा हुआ है। जिसके बाद पुलिस ने इस झूठे घटनाक्रम का मास्टर माइंड नारायण राठौर सहित चार पर मामला दर्ज कर लिया है।

 

टीआई हजीरा शिव मंगल सिंह ने बताया कि 9 जुलाई रात करीब 11 बजे एक युवक को गोली लगने की सूचना मिली थी। पुलिस मौके पर पहुंची तो पता चला कि युवक को जेएएच में भर्ती कराया गया है। जब पुलिस अस्पताल पहुंची तो वहां घायल मनीष बाथम मिला। मनीष ने पुलिस को बताया कि उसे गोली रोहन प्रजापति व मुकेश प्रजापति ने मारी है। जब विवाद के बारे में पूछा तो घायल कुछ खास नहीं बता सका था। इसका पता चलते ही पुलिस ने संदेहियों की धरपकड़ की तो वह अपने घर में सोते मिले। जिन्हें थाने लाकर पूछताछ की तो उन्होंने घटना में शामिल होने से इनकार कर दिया।

 

साथ ही उन्होंने बताया कि उनका पूर्व में विवाद नारायण राठौर और उसके भाई लाखन राठौर से हुआ था, जिस पर लाखन ने उसे गोली मारी थी। उनके खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला भी हजीरा थाना में दर्ज है। संदेहियों ने यह भी बताया कि कुछ समय से आरोपी लाखन का भाई उन्हें धमका रहा था और राजीनामा नहीं करने पर झूठे मामले में फंसाने की धमकी दे रहा है।

 

इस मामले में मनीष ने गवाह के रूप में अपने दोस्त जॉनी नाम पुलिस को बताया था। उसे पुलिस ने तलाशा तो पता चला कि वह गायब है। इसका पता चलते ही पुलिस का माथा ठनका। पुलिस ने जांच की तो घटना की पुष्टि नहीं होते मिली। जिस पर पुलिस ने घायल मनीष के अस्पताल से डिस्चार्ज होते ही उसे थाने लाकर पूछताछ की तो पूरे मामले का खुलासा हुआ है।

 

पुलिस जांच में पता चला कि पूरी घटना का मास्टर माइंड नारायण राठौर है और उसने अपने भाई के पक्ष में गवाही बदलवाने के लिए योजना तैयार की थी। उसके साथ इस घटना में जॉनी, ईशू और प्रदीप राठौर शामिल थे। वारदात के लिए प्रदीप को कट्टा व कारतूस लाना था। मनीष को ईशू द्वारा गोली मारी जाएगी। इसके बाद जॉनी उसके पक्ष में गवाही देगा और गोली का शिकार मनीष को इसके लिए दो लाख रुपए दिए जाएंगे।

 

पुलिस ने बताया…

 

इस मामले में एसपी धर्मवीर सिंह ने बताया कि पुलिस ने आरोपी मनीष को हिरासत में लेकर नारायण, ईशू, जानी की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ पैसे लेकर झूठा साक्ष्य तैयार करने के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button