रीवा

REWA NEWS; आषाढ़ में मिला धोखा अब सावन में भी बारिश की उम्मीदो पर फिर रहा पानी

रीवा, 25 जुलाई, सावन के महीने में भी झमाझम बारिश नही हो रही है, सूखे की काली छाया मडऱाने लगी है. जिले मे काले बादलो का ड़ेरा है लेकिन मानसून सक्रिय नही हो रहा है. लिहाजा जिले में अब तक बहुत कम 122.4 मि.मी औषत वर्षा हुई है. खरीफ की बोनी 34 प्रतिशत भी नही हो सकी है, केवल 30 प्रतिशत धान की फसल बोई गई है. धान का रोपा लगाने के बाद किसान परेशान है, पानी न होने के कारण मोटर पम्प से सिंचाई करनी पड़ रही है.

 

गौरतलब है कि आषाढ़ के महीने में झमाझम बारिश नही हुई और अब सावन का महीना शुरू हो चुका है पर बारिश नही हो रही है. सावन के बाद बारिश कम होती है किसान अपनी फसलो को लेकर चिंतित है. बादल बने हुए है पर मानसून सक्रिय नही हो रहा है. केवल अलग-अलग क्षेत्रो में हल्की बूंदाबांदी हो रही है. अगर यही मौसम का मिजाज रहा तो किसान धान का रोपा भी नही लगा पायेगे. उड़द, मूंग, अरहार की बोनी न के बराबर हुई है और अब एक सहारा धान है. रीवा मे धान की फसल का उत्पादन ज्यादा होता है पर जिस तरह से अवर्षा है उसको लेकर किसान धान का रोपा खेत में लगाने की हिम्मत नही कर पा रहे है. जहा धान लगा दी गई है वह सूख रही है पानी न होने के कारण, बाणसागर डैम का भी जल स्तर धीरे-धीरे नीचे खिसकता जा रहा है. यह चिंता का विषय है.

 

सबसे कम वर्षा रायपुर कर्चुलियान में

 

जिले में अब तक 122.4 मि.मी औषत वर्षा हुई है. सबसे कम वर्षा रायपुर कर्चुलियान में 55.5 मिमी हुई है. जबकि गुढ़ में सबसे ज्यादा 202.4 मि.मी वर्षा हुई है. इसी हुजूर में 167 मि.मी, सिरमौर में 172 मि.मी, त्योंथर में 68 मि.मी, सेमरिया 128 मिमी. मनगवां में 97 मि.मी एवं जवा में 89 मि.मी वर्षा हुई है जो कि बहुत कम है. गुरूवार की सुबह 8 बजे तक जिले मे 10 मि.मी वर्षा दर्ज की गई है. कम वर्षा को लेकर किसान चिंतित है.

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