Rewa news, स्वास्थ्य विभाग के सीएचसी / पीएचसी में पूर्व से कार्यरत आउटसोर्स कर्मचारियों को बाहर निकालने का हुआ विरोध।
Rewa news, स्वास्थ्य विभाग के सीएचसी / पीएचसी में पूर्व से कार्यरत आउटसोर्स कर्मचारियों को बाहर निकालने का हुआ विरोध।
नई भर्ती प्रक्रिया में आउटसोर्स डाटा इन्ट्री आपरेटरों ने लेन-देन कर पक्षपात पूर्ण भर्ती करने का लगाया आरोप।
विराट वसुंधरा
रीवा। जिले के स्वास्थ्य विभाग के सीएचसी / पीएचसी में पूर्व से कार्यरत आउटसोर्स कर्मचारियों को नई भर्ती प्रक्रिया में कुछ कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है जिले भर में लगभग दो दर्जन आउटसोर्स कर्मचारी जो विगत 4 वर्षों से स्वास्थ्य विभाग के लिए पूरी निष्ठा और ईमानदारी से काम कर रहे थे उन्हें बाहर का रास्ता दिखाए जाने के बाद संबंधित कर्मचारियों ने आउटसोर्स कर्मचारी भर्ती करने वाली कंपनी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और जिला कलेक्टर सहित सीएमएचओ कार्यालय रीवा में शिकायत पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है बताया जाता है कि बीते सप्ताह आउटसोर्स कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया में ऐसे लोगों को शामिल किया गया था जिन्हें नौकरी देना था महज एक दिन के लिए पोर्टल में आवेदन लिया गया और जिन लोगों को पूर्व में सूचना दी गई थी उन्होंने आवेदन प्रक्रिया में भाग लिया और कुछ कर्मचारियों को जानकारी नहीं दी गई इस पक्षपात पूर्ण भर्ती प्रक्रिया में रीवा जिले में लगभग दो दर्जन पूर्व से कार्यरत आउटसोर्स कर्मचारी जो अनुभवी हैं उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है शिकायत करने पहुंचे आउटसोर्स कर्मचारीयों ने यह भी बताया कि उन्हें बीते 8 महीने से वेतन भुगतान भी नहीं दिया गया है।
अनुभव को किया गया दरकिनार।
बताया गया है कि विगत 2020 से कई डाटा इन्ट्री ऑपरेटर आउटसोर्स एजेन्सी कैपिटल इन्फोलाइन के माध्यम से
तत्कालीन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा एवं कलेक्टर रीवा के प्रतिनिधि द्वारा कमेटी बनाकर नियुक्ति हेतु पूरे नियम का पालन कर परीक्षा एवं साक्षातकार उपरांत ही मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला रीवा के द्वारा नियुक्ति पत्र जारी किया जाकर सेवा में लिया गया था। तब से सभी आउटसोर्स कर्मचारी लगातार विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन में पूरी ईमानदारी एवं लगन के साथ कार्य दायित्वों का निर्वहन कर रहे थे। शिकायतकर्ताओं ने कहा कि हमारे कार्य कुशलता का सत्यापन खण्ड चिकित्सा अधिकारियों द्वारा किया जा सकता है।
नई भर्ती प्रक्रिया में धांधली का आरोप।
शिकायतकर्ताओं द्वारा भर्ती प्रक्रिया में धांधली करने का आरोप लगाते हुए मीडिया को बताया गया कि नवीन अनुबंधित एजेन्सी सेडमैप भोपाल को स्वास्थ्य विभाग द्वारा पत्र के द्वारा निर्देशित किया गया था कि पूर्व से कार्यरत समस्त डाटा इन्ट्री आपरेटरों को प्राथमिकता के साथ कार्य पर लिया जाये, किन्तु ऐसा नही किया जा कर नवीन एजेन्सी सुरभी सिक्योरिटी सर्विस द्वारा कुछ पुराने कर्मचारियों को हटाकर नए आपरेटरों की भर्ती की जा रही है जो अन्यायपूर्ण है। शिकायतकर्ताओं ने कहा कि नवीन एजेंसी द्वारा न ही खण्ड चिकित्सा अधिकारियो से अभिमत नहीं लिया जा रहा है जो कि अनुचित वा अमानवीय है जबकि खंड चिकित्सा अधिकारी ही सही तरीके से पूर्व के कर्मचारियों के कार्य व्यवहार का सत्यापन कर सकते हैं।
नई भर्ती प्रक्रिया में योग्यता का नहीं रखा गया ख्याल।
शिकायतकर्ताओं ने कहा कि कई विभागों एवं शासन की गाईडलाइन व एनएचएम भोपाल द्वारा चयनित डाटा इन्ट्री आपरेटर में जो योग्यता – क्वालिफिकेशन चाहा जाता है वह कम्प्यूटर संबंधी एक वर्षीय पाठ्यक्रम जैसे—कोपा, डीसीए, पीजीडिसीए, बीसीए आदि के तहत चयन किया जाता है व रोस्टर नियम का पालन किया जाता है लेकिन नवीन एजेन्सी के द्वारा इन सभी आवश्यक नियमों का पालन नही किया जा रहा है। मनमाने तरीके से अभ्यार्थियों का चयन किया जा रहा है शिकायतकर्ताओं ने यह भी आरोप लगाया कि जो रिश्वत दे रहे हैं उन्हें नौकरी दी जा रही है और जो रिश्वत नहीं दे पा रहे हैं उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है।
8 माह से नहीं दिया गया वेतन।
सीएमएचओ कार्यालय पहुंचे लगभग दर्जन भर आउटसोर्स डाटा इन्ट्री आपरेटरों ने आरोप लगाया कि विगत 8 माह से बिना मानदेय / वेतन मिले बिना भी कार्यरत रहे है फिर भी आज दिनांक तक वेतन भुगतान नहीं किया गया और अब सेवा से पृथक करने का नवीन एजेन्सी द्वारा मनमाना रवैया अपनाया जा रहा है आउटसोर्स कर्मचारी ने जिला कलेक्टर रीवा एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में शिकायत पत्र देकर बीते 8 मा का वेतन देने और अनुभव योग्यता के आधार पर पुनः सेवा में रखे जाने की मांग की है।