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Sidhi news:सोन नदी से रेत का अवैध कारोबार चरम पर!

Sidhi news:सोन नदी से रेत का अवैध कारोबार चरम पर!

 

 

 

 

 

सिहावल पुलिस चौकी क्षेत्र अंर्तगत गेरूआ घाट का वायरल हो रहा वीडियो
देर शाम से अल सुबह तक चलती है गाड़ियां

ब्यूरो प्रमुख दीपक द्विवेदी

सीधी।जिले के पुलिस चौकी सिहावल क्षेत्र अंर्तगत गेरूआ घाट से अवैध रेत निकासी धडल्ले से चल रही है, इस पूरे कारोबार में सोन घड़ियाल विभाग एवं पुलिस विभाग की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है। रविवार को सोशल मीडिया में वायरल हो रहे वीडियो में यह देखा जा सकता है कि सैकड़ों की संख्या में श्रमिकों के साथ दर्जनों मिनी ट्रक रेत कारोबार में लगें रहे। खास बात यह है कि इस वीडियो में एक मोटर साइकल दिखाई दे रही हैं जिसकी पहचान सोन घड़ियाल विभाग के कर्मचारी के रूप में की गई है, हालांकि वह किस कर्मचारी की हैं उक्त व्यक्ति नहीं दिखाई दे रहा है। ऐसा माना जा रहा है मीडिया एवं ग्रामीणों को आता देख वह किसी रेत वाहन में सवार हो गया है जिसके चलते वह कैमरे में नहीं आया है, लेकिन यह साफ हो गया है कि सोन नदी से अवैध रेत निकासी का कारोबार सोन घड़ियाल विभाग द्वारा ही कराया जा रहा है।

 

 

 

 

गौरतलब हो कि सीधी जिला अवैध रेत एवं अन्य खनिज के उत्खनन, परिवहन का हब्ब बना हुआ है जो प्रदेश में पहला स्थान अर्जित करने की होड़ में शामिल हो गया है। सोन नदी में पल रहे घड़ियालों की सुरक्षा के लिए बनाए गए अभ्यारण के अधिकारी कर्मचारी कार्यवाही की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं।
बताया तो यहां तक जा रहा है की रेत माफियाओं को जिले के सोन घड़ियाल अभ्यारण के अधिकारियों के साथ-साथ पुलिस विभाग का भी मौन संरक्षण प्राप्त है।
बताते चलें की इन दिनों सोन नदी के तट से अवैध रेत उत्खनन एवं परिवहन का कार्य खासकर अमिलिया थाना क्षेत्र अंतर्गत सिहावल पुलिस चौकी के विभिन्न घाटों से जोरों से चल रहा है। वहीं ग्रामीणों की मानें तो शाम ढलते ही सोन नदी से रेत का उत्खनन व्यापक पैमाने पर शुरू हो जाता है जहां सैकडों ट्रैक्टर एवं मिनी ट्रक के माध्यम से सोन नदी से रेत निकाली जाती हैं।

 

 

 

 

ऊपर तक पहुंचता है नजराना
अपुष्ट सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक निचले स्तर से लेकर ऊपर बैठे अधिकारियों तक अवैध रेत की कमाई का नजराना पहुंचता है। कभी-कभार जब कुछ पुलिसकर्मियों को इसका हिस्सा नहीं मिल पाता तो उनके द्वारा नाम ना छापने के एवज में दबी जुबान में ये बात निकल कर सामने आती है की खबर लिखने से या शिकायत करने से क्या होगा यदि खुलकर सामने आएंगे तो हम लोगों का ट्रांसफर हो जायेगा क्योंकि इस काली कमाई का हिस्सा नीचे से लेकर ऊपर बैठे सभी अधिकारियों को महीने में पहुंच जाता है और वो सुनेंगे तो सिर्फ अधिकारियों की। हम लोग तो छोटे कर्मचारी हैं कभी इधर कर दिए जाएंगे, कभी उधर। हालांकि ये बात सच है की प्रभारी अकेले इस खेल में शामिल नहीं है और ये बात भी सच है की प्रभारी के ही सहयोग से रेत का अवैध खनन हो रहा है क्योंकि जिस दिन पुलिस चाह लेगी सोन नदी से रेत का एक भी दाना इधर से उधर नहीं हो सकता।

 

 

 

 

बिगड़ी प्रधानमंत्री सड़कों की सूरत
ग्रामीण क्षेत्रों में सुगम आवागमन के लिए बनी प्रधानमंत्री सड़कों पर भारी मालवाहकों के गुजरने से सड़क की बखिया उधड़ने लगी है। जगह जगह गड्डों में तब्दील होता जा रहा है जिसकी मुख्य वजह है सोन नदी से रेत भरकर ओवरलोड वाहनों का इसी मार्ग से गुजरने लगना। सोन नदी से प्रतिबंधित रेत उत्खनन एवं परिवहन को लेकर जहां सोन घड़ियाल विभाग एवं पुलिस प्रशासन पर सवाल उठाए जा रहे हैं वहीं स्थानीय नेताओं की चुप्पी पर भी सवाल किए जाने लगे हैं। जनता का मानना है की नेताओं के भी सम्बन्ध माफियाओं से हैं इसलिए इस कारोबार को लेकर उनकी जुबान नहीं खुलती है।

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