Rews MP: चर्चित “देवरा महादेवन मंदिर” मामले में सपा की जांच रिपोर्ट में BJP विधायक दोषी : शिव सिंह, राष्ट्रीय सचिव सपा।
Rews MP: चर्चित “देवरा महादेवन मंदिर” मामले में सपा की जांच रिपोर्ट में BJP विधायक दोषी : शिव सिंह, राष्ट्रीय सचिव सपा।
रीवा । मऊगंज जिले के देवरा महादेवन मंदिर विवाद मामले में भाजपा विधायक प्रदीप पटेल एवं उनके समर्थकों द्वारा विगत दिनों फैलाए गए सांप्रदायिक उन्माद को लेकर मौके वारदात की वस्तु स्थिति की जांच के लिए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी के निर्देशन पर विवादित क्षेत्र सपा के राष्ट्रीय सचिव शिव सिंह एवं प्रदेश महासचिव रामप्रताप यादव के साथ 13 सदस्यीय भेजे गए पार्टी प्रतिनिधिमंडल की ओर से सपा राष्ट्रीय सचिव शिव सिंह ने 9 बिंदुओं में सत्यता की जांच रिपोर्ट राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी राष्ट्रीय प्रमुख प्रधान महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव जी एवं प्रदेश अध्यक्ष डॉ मनोज यादव जी को भेजी है रिपोर्ट में सांप्रदायिक घटनाक्रम के लिए क्षेत्रीय भाजपा विधायक प्रदीप पटेल एवं उनके समर्थकों को दोषी ठहराया गया है रिपोर्ट में विधिवत रूप से यह लेख किया गया है कि देवरा महादेवन मंदिर मामले में अतिक्रमण का नाम देकर भाजपा विधायक प्रदीप पटेल एवं उनके समर्थको द्वारा साम्प्रदायिक दंगा भड़काकर अशान्ति का माहौल पैदा किया गया जिसको लेकर समाजवादी पार्टी ने 22 नवंबर को विधायक के खिलाफ कार्यवाही के लिए डीआईजी रीवा रेंज को ज्ञापन सौंपा था।
विवादित क्षेत्र देवरा महादेवन मंदिर का आराजी नं0 127 रकवा 0.0240 हे0 यानि कुल 06 डिसमिल है जो खसरे में शासकीय दर्ज है तथा खसरे के कालम नं0 12 में म0प्र0 शासन मंदिर शंकर जी पार्वती जी हनुमान जी प्रबंधक कलेक्टर रीवा दर्ज अभिलेख है तथा भूमि आराजी नं0 128 का कुल रकवा 9 एकड़ 27 डिसमिल था तथा विवाद पैदा की गई भूमि आराजी नं0 128/1 का कुल रकवा 3.0640 हे0 है यानि उक्त रकवे का अंश भाग 2 एकड़ 27 डिसमिल भी देवरा महादेवन मंदिर ग्राम पंचायत भवन एवं आगनबाड़ी केन्द्र के अधीन है तथा शेष भूमि में से 2 एकड़ रकवा वर्तमान में पुलिस चौकी के लिये आवंटित कर दिया गया है जो म0प्र0 शासन दर्ज है शेष भूमि रकवा 5 एकड़ में से सवा दो एकड़ में अर्सा पूर्व से बसाहट बस्ती के रूप में बसी हुई है जिसकी प्रविष्टि खसरा वर्ष 1984 1985 1988 1989 में जिन पीड़ित परिवारो के आवासीय मकान बने हुये है उनके नाम खसरे के कालम नं0 12 में दर्ज अभिलेख है मौके पर पीड़ित परिजनो से बसाहट के बारे में पूछा गया तो उन्होने बताया कि हम लोगो के मकान तीन पुस्तो से बने हुये है जिनमें मुस्लिम आदिवासी साकेत कुशवाहा विश्वकर्मा परिवार सहित एक पटेल का भी घर सामिल है जहां अधिकतर बस्ती वालो को शासन से व्यवस्थापन के आधार पर 1979 1980 में आवासीय पट्टो का वितरण भी किया गया था जहां सभी परिवारो को शासकीय योजनाओ का लाभ मिल रहा है जिनमें सड़के विद्युत व्यवस्था पानी सप्लाई सहित अन्य व्यवस्थाये शामिल है तथा शेष बचे पौने तीन एकड़ रकवे के अंश भाग 85 डिसमिल पर ईदगाह बना हुआ है शेष रकवा पूरी तरह से आज भी खाली पड़ा है।
ग्राम पंचायत देवरा के तत्कालीन संरपंच द्वारा दिनांक 2 नवंबर 2019 को ग्राम सभा की बैठक में ईदगाह बनाये जाने का प्रस्ताव पारित करते हुये उसी भूमि को ईदगाह के लिये आवंटित भी कर दिया गया था लेकिन राजस्व विभाग की गड़बड़ी के चलते खसरे में ईदगाह दर्ज नही किया गया उसी ईदगाह के एरिया में बनी बाउन्ड्री को भाजपा विधायक प्रदीप पटेल ने अपने ही सरकार को प्रभाव में लेकर प्रशासन की मौजूदगी में तोड़वा दिया है जिससे वह इलाका आज भी पुलिस छावनी में तबदील है बाउन्ड्री टूटने के बाद जिस तरह बीजेपी विधायक ने बीजेपी सरकार प्रदेश भाजपा नेतृत्व एवं जिला तथा पुलिस प्रशासन का आभार व्यक्त किया था इससे स्पष्ट है कि विधायक को सरकार का खुला संरक्षण प्राप्त था क्षेत्रीय बस्ती के लोगों द्वारा यह भी बताया गया कि हम लोगों के बीच आज तक धर्म एवं जाति को लेकर कभी भी किसी भी प्रकार का आपस में बाद विवाद नहीं हुआ जब से प्रदीप पटेल विधायक बने हैं तब से इस क्षेत्र का अमन चैन प्रभावित हो रहा है और घटना के बाद से आज भी क्षेत्र में अशांति का माहौल है।
सबसे बड़ी बात यह है कि विधायक के साथ घटनाक्रम में स्थानीय लोग शामिल नहीं थे जो थे भी वह बाहर से बुलाए गए लोग थे घटना की दो और मुख्य वजहे बताई जा रही है कि विधायक प्रदीप पटेल पूर्व में जब दूसरे दल में थे तब हिंदू धर्म की मूर्तियों एवं ग्रन्थों का घोर अपमान करते थे जिससे भाजपा से जुड़े कुछ समुदाय के लोग विधायक से काफी नाराजगी रखते थे ऐसा करके उनको खुश करना भी एक बड़ी वजह बताई जा रही है तथा दूसरी वजह यह भी सामने आ रही है कि मऊगंज अभी नया जिला बना है विवाद पैदा किये हुये इलाके की जमीन नेशनल हाईवे से जुड़ी हुई है ऐसे में बेसकीमती जमीन यदि खाली हो जाती है तो विधायक के चहेतो को वह जमीन व्यवसायिक उपयोग के लिये मिल जायेगी उसमे विधायक का भी शेयर बन जायेगा और मंदिर के बहाने भूमि भी खाली हो जायेगी तथा दोनो उद्देश्य भी पूरे हो जायेगे। आज भी बीजेपी विधायक एवं उनके समर्थको द्वारा लगातार पीड़ित पक्ष को धमकियां दी जा रही है पूरे बस्ती के रहवासी दहसतजदा है उनके साथ कभी भी घटना दुर्घटना कराई जा सकती है इस आधार पर समाजवादी पार्टी की ओर से उच्च स्तरीय कार्यवाही हेतु जॉच रिपोर्ट भेजी जा चुकी है।
प्रतिनिधिमंडल में प्रमुख रूप से जिला अध्यक्ष रीवा अमरेश पटेल राष्ट्रीय युवजन सभा के राकेश कुमार यादव प्रदेश सचिव संतकुमार पटेल प्रदेश सचिव राजमणि यादव लोहिया वाहिनी के प्रदेश महासचिव रामचंद्र यादव सपा अनुसूचित जाति के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रदीप बंसल सपा नेता जयराम यादव एड सपा जिला महासचिव सीधी दिनेश यादव अशोक वर्मा विवेक वर्मा राजेश यादव आशीष बिसेन मौजूद थे जांच रिपोर्ट के साथ विवादित क्षेत्र के प्रमाणित राजस्व दस्तावेज भी भेजे गए हैं उक्त जानकारी प्रवक्ता जय सिंह पटेल ने दी है