बसामन मामा गौवंश वन्य विहार देश व प्रदेश में अपनी पहचान स्थापित करेगा – जनसम्पर्क मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल।
बसामन मामा गौवंश वन्य विहार देश व प्रदेश में अपनी पहचान स्थापित करेगा – जनसम्पर्क मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल।
बसामन मामा गौवंश वन्य विहार में नवनिर्मित संरचनाओं का लोकार्पण एवं भूमिपूजन कार्यक्रम संपन्न।
विराट वसुंधरा
रीवा । लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं जनसम्पर्क मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि बसामन मामा गौवंश वन्य विहार देश व प्रदेश में अपनी पहचान स्थापित करेगा तथा आदर्श वन्य विहार के तौर पर स्थापित होगा। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच स्वस्ति वाचन के उद्घोष के साथ चित्रकूट नयागांव आश्रम के महंत युवराज श्री बद्री प्रपन्नाचार्य एवं मध्यप्रदेश गौसंवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष स्वामी श्री अखिलेश्वरानंद सहित अन्य संतों की उपस्थिति में श्री शुक्ल ने बसामन मामा गौवंश वन्य विहार में 10 करोड 38 लाख 86 हजार रुपए की लागत से नवनिर्मित नवीन संरचनाओं का लोकार्पण किया। इस अवसर पर एक करोड़ रुपए की लागत से बनाए जाने वाले सामुदायिक भवन का भूमिपूजन भी संपन्न हुआ। इस दौरान सांसद श्री जनार्दन मिश्र एवं विधायक सेमरिया श्री केपी त्रिपाठी भी उपस्थित रहे।
संतजनों की रही मौजूदगी
इस अवसर पर मंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि संतजनों की उपस्थिति में आज यह पवित्र कार्य संपन्न हुआ। बसामन मामा गौवंश वन्य विहार के भूमिपूजन में वर्ष 2018 में संतों का आशीर्वाद प्राप्त हुआ था। आज इसके लोकार्पण के साथ ही वर्ष 2018 से प्रारंभ यज्ञ का समापन हुआ है और एक उपलब्धि जुड़ गई है। इस वन्य विहार की प्रशंसा मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान भी कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि बसामन मामा गौवंश वन्य विहार में गौ माता के गोबर एवं मूत्र से बनाए गए उत्पादों से इसे आत्मनिर्भर बनाया जाएगा तथा इसकी मार्केटिंग कर इसे विस्तारित किया जाएगा और अन्य गौशालाओं को भी मदद दी जाएगी। बसामन मामा की कृपा से स्थापित इस गौवंश वन्य विहार में 10 हजार से अधिक गौवंश संरक्षित व संवर्धित किए जाएंगे। अब बेसहारा गौवंश से किसानों की खेती का नुकसान नहीं होगा तथा सड़कों में बैठने वाले गौवंश दुर्घटना के शिकार भी नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि रीवा जिले के हर विधानसभा क्षेत्र में इसी प्रकार के गौवंश वन्य विहार बनाए जाने का प्रस्ताव है। श्री शुक्ल ने कहा कि गौवंश वन्य विहार में कृषि अनुसंधान केन्द्र बनाने के प्रयास होंगे। उन्होंने कहा कि गौ माता की सेवा से विकास के अन्य कार्य बेहतर ढंग से होंगे। उन्होंने कहा कि गौवंश वन्य विहार की स्थापना में बसामन मामा व संतों एवं गुरूओं का आशीर्वाद मिला है। रीवा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में 400 टंकियों का निर्माण कर हर घर में नल से पानी पहुंचाए जाने का कार्य प्रगति पर है। गौवंश वन्य विहार में भी सैम्प वेल में पानी डाला जाएगा और गौ माताओं को फिल्टर पानी मिलेगा।
जनसंपर्क मंत्री ने की विधायक की तारीफ।
श्री शुक्ल ने सेमरिया विधानसभा क्षेत्र के विकास में विधायक श्री केपी त्रिपाठी के लगन व मेहनत के लिए साधुवाद दिया। मंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि विधायक के पी त्रिपाठी सेमरिया क्षेत्र के विकास के लिए निरंतर प्रयास करते रहे और विपरीत परिस्थितियों में भी इस कार्यकाल में सबसे अधिक सेमरिया क्षेत्र में विकास कार्य हुए हैं ऐसे युवा विधायक सेमरिया छेत्र की शान है और जनता के बीच काफी लोकप्रिय हैं सेमरिया विधानसभा क्षेत्र की जनता विधायक के पी त्रिपाठी के कार्यों से काफी संतुष्ट है उन्होंने बसामन मामा गौवंश वन्य विहार के लिए क्यूआर कोड वेबसाइट लांच की तथा 10 हजार रुपए का दान भी किया।
गौमाता की सेवा करने होता है जीवन सफल: महंत बद्री प्रपन्नाचार्य।
इस अवसर पर चित्रकूट नयागांव आश्रम के महंत युवराज श्री बद्री प्रपन्नाचार्य ने अपने आशिर्वचन में कहा कि वेदों में भी कहा गया है कि गाय हमारी माता है और इसकी सेवा से जीवन सफल हो जाता है। वर्तमान समय में गौवंश की जो स्थिति है उसकी सुरक्षा एवं संरक्षण के लिए मंत्री श्री शुक्ल ने जो कार्य किया है वह प्रदेश व देश में कहीं नहीं किया गया है। बसामन मामा की कृपा से गौवंश वन्य विहार बनकर तैयार हुआ है जो गौ सेवा के लिए अपनी विशिष्ट पहचान स्थापित करेगा। उन्होंने वन्य विहार के संचालन के लिए अपना आशीर्वाद दिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद श्री जनार्दन मिश्र ने कहा कि यह पुनीत कार्य बसामन मामा की कृपा से हुआ है। केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा गौ संरक्षण व संवर्धन की योजनाएं संचालित हैं। गौवंश वन्य विहार की स्थापना भी इनमें से एक प्रकल्प है। इसके आत्मनिर्भर बनाने व गौ संरक्षण के लिए समाज को भी भागीदार बनना होगा। उन्होंने कहा कि किसान की तरक्की तभी है जब वह पशुपालन के साथ फल व सब्जी का भी उत्पादन करे।
बचाना होगा गौवंश की विरासत: स्वामी अखिलेशा नंद गिरि।
मध्यप्रदेश गौ संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष श्री स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरि ने कहा कि गौवंश की विरासत को बचाने के लिए यह वन्य विहार एक उदाहरण है जिसमें सभी विभागों के समन्वय से कार्य किए गए हैं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में गौ संवर्धन बोर्ड के माध्यम से नवीन प्रयोग हो रहे हैं जिनसे गौशालाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं। उन्होंने गौशालाओं में आमजनों की भागीदारी की भी अपेक्षा की। स्वामी जी ने कहा कि यह गौवंश वन्य विहार एक आदर्श केन्द्र बना है। इससे अन्य गौवंश वन्य विहार भी प्रेरणा लेंगे।