Mauganj news:पांच महिलाओं सहित 11 आरोपियों को फिर भेजा गया जेल, मौके पर पुलिस तैनात, नवागत कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने घटना स्थल का निरीक्षण कर पीड़ित परिवार से मिले!

Mauganj news:पांच महिलाओं सहित 11 आरोपियों को फिर भेजा गया जेल, मौके पर पुलिस तैनात, नवागत कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने घटना स्थल का निरीक्षण कर पीड़ित परिवार से मिले!
रीवा . मऊगंज के गडऱा गांव में हुई हिंसा के बाद हटाए गए अधिकारियों के बाद नए कलेक्टर और एसपी ने पदभार संभाल लिया है। गुरुवार को सुबह नवागत कलेक्टर संजय कुमार जैन और एसपी दिलीप सोनी ने पहले रीवा में संभागायुक्त बीएस जामोद से मुलाकात की और प्रभारी आईजी से भी मिले। गत दिवस हुई हिंसा ही चर्चा का प्रमुख विषय रही। संभागायुक्त ने दोनों अधिकारियों को 15 मार्च को घटित हिंसा की जानकारी दी और वर्तमान हालात के बारे में भी बताया। साथ ही कहा कि दोनों लोग मौके पर जाएं और शांति व्यवस्था बहाल करने के लिए प्रभावी कदम उठाएं। इसके बाद दोनों अधिकारी मऊगंज पहुंचे, जहां पर पदभार ग्रहण किया। नवागत कलेक्टर संजय कुमार जैन ने कलेक्ट्रेट कार्यालय मऊगंज में अधिकारियों के साथ अनौपचारिक बैठक कर कानून व्यवस्था और शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी ली। सीएम हेल्पलाइन एवं अन्य माध्यमों से आने वाली शिकायतों के प्रकरणों का तत्परता से निराकरण करने का निर्देश दिया। बैठक में डिप्टी कलेक्टर रश्मि चतुर्वेदी, एसडीएम मऊगंज बीके पाण्डेय, एसडीएम हनुमना कमलेश पुरी व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
मऊगंज . मऊगंज जिले के गडऱा में हुई हिंसक घटना के बाद अब तक 34 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। जिसमें गुरुवार को 11 आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेजा गया है। इन आरोपियों में तीन नाबालिग थे, जिसके चलते बाल संप्रेक्षण गृ़ह भेजा गया है। घटना को लेकर गांव में अब भी तनाव की स्थिति बनी हुई है। जिस आदिवासी बस्ती में घटना हुई थी, वहां सनाका खिंचा है और अधिकांश लोगों ने अपना घर छोड़ दिया है।
पुलिस की मौजूदगी घटना स्थल के साथ ही मृतक के घर पर भी बनी हुई है। इस घटनाक्रम की जांच के लिए कई पुलिस अधिकारियों को लगाया गया है। कई थानों के प्रभारियों को अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद फाइल भी अलग-अलग अधिकारी तैयार कर रहे हैं और जो मिलते जा रहे हैं उन्हें जेल भेजा जा रहा है। गुरुवार को भी कई लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। इनकी गिरफ्तारी अभी पुलिस नहीं बता रही है। जिन 11 आरोपियों को जेल भेजा गया है उसमें पांच महिलाएं हैं जिसमें एक नाबालिग किशोरी भी है। इसी तरह आरोपियों में छह पुरुष हैं जिसमें दो नाबालिग बताए गए हैं। इस घटना के बाद वर्ग संघर्ष जैसी स्थिति उत्पन्न होने की आशंका के चलते पुलिस ने गांव में सशस्त्र बल की तैनाती की है।
अब तक 18 जा चुके जेल
मुख्य आरोपियों के साथ ही कुछ साजिशकर्ताओं को पुलिस ने पकड़ा है। मामले में अब तक 18 आरोपी जेल जा चुके हैं। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि 50 से अधिक आरोपी संदेह के दायरे में हैं। जल्द ही सभी को गिरफ्तार करने टीमें भेजी गई हैं। वहीं कुछ संदेहियों के फोन के काल रिकार्ड की जांच हो रही है, उनकी भी गिरफ्तारी हो सकती है। क्षेत्र में सक्रिय दो नेता भी राडार में है, जिनकी आरोपियों के साथ लगातार वार्ता हो रही थी। इसमें एक क्षेत्र का पूर्व निर्वाचित प्रतिनिधि भी है। जिस पर आरोप है कि आदिवासी परिवार के व्यक्ति की मौत को हत्या बता राजनीतिक तूल देने का प्रयास भी उसी ने किया था।
नवागत कलेक्टर संजय कुमार जैन, एसपी दिलीप सोनी, जिपं सीईओ मेहताब सिंह गुर्जर आदि ने गड़रा का निरीक्षण करने सायं पहुंचे। पहले घटना स्थल पहुंचे जहां आदिवासी बस्ती में युवक को बंधक बनाया गया था और जिस स्थान पर पुलिसकर्मियों से मारपीट कर एएसआई पर हमला किया गया था। बस्ती के आसपास अन्य क्षेत्रों का भी अधिकारियों ने जायजा लिया। इस दौरान सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों को निर्देशित किया है कि किसी भी संदिग्ध व्यक्ति से पूछताछ करें और सही जानकारी नहीं दे तो उसे हिरासत में लेकर वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित करें। इसके बाद मृतक राहिल उर्फ सनी द्विवेदी के घर भी पहुंचे। जहां मृतक के पिता से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। मृतक के पिता ने बताया कि जिन लोगों ने घटना को अंजाम दिया है, वह उनके यहां काम करने वाले लोग हैं। कुछ राजनीतिक लोगों ने उन्हें भड़काकर परिवार के खिलाफ खड़ा किया और एक दुर्घटना से मृतक का नाम भी जोडऩे का प्रयास किया, जिसके चलते साजिश रची गई और इस वारदात को अंजाम दिया गया। उन्होंने कहा है कि जिन लोगों ने भड़काया, घटना के पहले संपर्क में रहे उनसे भी पूछताछ की जाए तो पूरी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। कलेक्टर-एसपी ने आश्वासन दिया है कि इस मामले में पूरी निष्पक्षता के साथ जांच की जाएगी। कोई भी दोषी नहीं बचेगा चाहे वह कितना भी प्रभावशाली हो।
पुलिस की लापरवाही अभी जांच के दायरे से बाहर
डीजीपी ने अपने दौर में स्पष्ट कहा था कि इस घटनाक्रम को अंजाम देने वाले आरोपियों के साथ ही साजिशकर्ता और लापरवाह रहे पुलिस के अमले की भी जांच होगी और हर दोषी को सजा देने का प्रयास किया जाएगा। जांच में आरोपियों को चिन्हित करने में ही सप्ताहभर का समय बीत गया है। जबकि लगातार आरोप सामने आ रहे हैं कि दोपहर 12 बजे युवक को बंधक बनाने की जानकारी पुलिस के पास आ गई थी लेकिन कई घंटे जिम्मेदार लापरवाह बने रहे। क्षेत्र के कुछ अधिकारी रीवा में थे। आरोपियों की शर्त के अनुसार पूर्व में हुई सड़क दुर्घटना की फाइल तलाशने में ही काफी समय अधिकारियों ने बिता दिया। इसके बाद एसडीओपी सिविल ड्रेस में पहुंची और कुछ बयानबाजी कर दी। बंधक बनाने के मामले में बिना शस्त्र के सुरक्षा बल को भेजा गया। इन तमाम लापरवाही की जांच अभी प्रारंभ नहीं हुई है।
गड़रा गांव के घटना स्थल का जायजा लेने के साथ मृतक परिवार से भी मुलाकात की है। उन्हें आश्वासन दिया है कि घटना के हर पहलू की विस्तार से जांच की जाएगी। पुलिस पर लोग भरोसा करें और शांति बनाए रखें, जल्द ही सभी आरोपी गिरफ्तार होंगे।
दिलीप सोनी, पुलिस अधीक्षक मऊगंज
मऊगंज में स्थिति शांतिपूर्ण है। वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठकों में गडऱा गांव के घटनाक्रम की जानकारी ली है। पूरे मामले में लोगों के बीच भरोसा पैदा किया जाएगा और पहले की तरह स्थिति बहाल की जाएगी। इसके अलावा शासन की योजनाएं लोगों तक पहुंचे, इस दिशा में काम करने की योजना बना रहे हैं।
संजय कुमार जैन, कलेक्टर मऊगंज
कानून व्यवस्था जिले में बेहतर बनाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। हाल के घटनाक्रम की जानकारी हासिल की है। विधि अनुसार ही पूरी प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
दिलीप सोनी, एसपी मऊगंज