Rewa MP अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी प्रबंधन की तानाशाही के खिलाफ ग्रामीणों में बढ़ा आक्रोश, बड़े आंदोलन की तैयारी।

Rewa MP अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी प्रबंधन की तानाशाही के खिलाफ ग्रामीणों में बढ़ा आक्रोश, बड़े आंदोलन की तैयारी।
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विराट वसुंधरा/ अनिल त्रिपाठी, संवाददाता
रीवा । जिला स्थित अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट प्रबंधन की लापरवाही और तानाशाही रवैया के खिलाफ लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है कंपनी प्रबंधन द्वारा पर्यावरण नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है प्रदूषण के कारण लोगों का जीना मुश्किल हो रहा है इसके साथ ही जिनकी जमीन ली गई है नियम और शर्तों के अनुसार उन्हें नौकरी भी नहीं दी जा रही है कंपनी द्वारा गहरी माइंस खोदने के कारण आस-पास के गांव में जल संकट भी गहरा गया है अल्ट्राटेक कंपनी की तानाशाही के खिलाफ स्थानीय जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों द्वारा ग्राम पंचायत मधेपुर में पूर्व जनपद अध्यक्ष लालमन पाण्डेय की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई बैठक में सर्व सम्मति से क्षेत्रीय जन प्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने निर्णय लिया कि अगर अल्ट्राटेक कंपनी अपनी तानाशाही बंद करके सभी अव्यवस्थाओं को दुरुस्त नहीं करती तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
बैठक में शामिल लोगों ने कहा कि प्रदूषण रोकने के लिए कंपनी द्वारा वृक्षारोपण नहीं किया जा रहा रोजगार नहीं दिया जा रहा है मुख्य गेट पर बोर्ड लगा दिया जाता है कि 100 किलोमीटर दूर का कर्मचारी नौकरी में रखा जाएगा
अल्ट्राटेक कंपनी द्वारा गहरी माइंस खोदी गई है और पानी करियारी नदी में बहाया जा रहा है जबकि बीते महीने ग्रामीणों की नाराजगी को देखते हुए प्रशासनिक अधिकारियों के समक्ष कंपनी प्रबंधन द्वारा वादा किया गया था कि माइंस का पानी नाला में नहीं फेंकेंगे और आसपास के तालाबों को पंप लगाकर भरेंगे लेकिन कंपनी ने ऐसा कुछ नहीं किया कंपनी के अधिकारी धमकाते हैं कि शासन प्रशासन उनकी जेब में है।
चाहिए माइंस का पानी जो स्टोर होता है करियारी नदी में बहा दिया जाता है जबकि इसके पहले अल्ट्राटेक के खिलाफ पानी को लेकर ग्रामीणों द्वारा आंदोलन किया गया था तो अल्ट्राटेक का मैनेजमेंट प्रशासन के सामने वादा किया था कि माइंस का पानी नाला में फेंकना बंद कर देंगे और आसपास के तालाबों में मोटर पाइप द्वारा तालाब भरवारा जाएगा जिससे पानी की समस्या समाप्त हो जाएगी लेकिन उसका वादा झूठा निकला छेत्र के जन प्रतिनिधियों ने मैनेजमेंट से मिलकर उसका वादा याद दिलाया तो मैनेजमेंट का कहना है शासन प्रशासन को हम जेब में रखते हैं सरकार हम चलाते हैं जो हमारी इच्छा होगी वह हम करेंगे इस बात से नाराज होकर क्षेत्रीय प्रतिनिधियों ने एक बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है