Rewa News : रीवा लोकायुक्त पुलिस ने महिला पटवारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों किया गिरफ्तार, महिला पटवारी पर दूसरी बार लोकायुक्त ने कि कार्यवाई।
रीवा : लोकायुक्त पुलिस ने महिला पटवारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों किया गिरफ्तार, महिला पटवारी पर दूसरी बार लोकायुक्त ने कि कार्यवाई।
मनोज सिंह : संवाददाता रीवा
🛑 रीवा : लोकायुक्त पुलिस ने एक भ्र्ष्ट महिला पटवारी को 2500 रुपये कि रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है,
जी हाँ.. आपको बता दें कि यही महिला पटवारी का नाम भारती अवधिया है जो वर्तमान समय में सिरमौर तहसील क्षेत्र के ग्राम तेंदुन हल्का में पदस्थ है, बिडंबना यह है कि यह महिला पटवारी इसके पहले भी लोकायुक्त द्वारा रिश्वत लेते हुए पकड़ी जा चुकी है, यह दूसरी कार्यवाही है,
प्राप्त जानकारी के मुताबिक.. महिला पटवारी ने शिकायतकर्ता उमेश सिंह से जमीन का नक्शा पास कराने के एवज में 5000 रु. रिश्वत की डिमांड की थी, पीड़ित द्वारा मना करने के बावजूद महिला पटवारी रिश्वत के लिए अड़ी रही, जिसके बाद फरियादी ने महिला पटवारी को 2500 रूपये दिए थे, इसके बाद फिर महिला पटवारी द्वारा 2500 रूपये कि मांग कि जा रही थी, जिससे परेशान पीड़ित ने पटवारी की शिकायत रीवा लोकायुक्त पुलिस से कर दी, फिर क्या था…लोकायुक्त पुलिस ने जाल बिछाया और रिश्वत की दूसरी किस्त लेते हुए महिला पटवारी को लोकायुक्त पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है,
• नक्शा पास कराने के लिए मांगी 5 हजार की रिश्वत..
मामला रीवा जिले के तहसील सिरमौर अंतर्गत ग्राम तेंदुन का है, आरोप है कि शिकायतकर्ता उमेश प्रताप सिंह से नक्शा पास करवाने के एवज में ग्राम तेंदुन हल्का में पदस्थ महिला पटवारी भारती अवधिया ने 5 हजार रुपए की डिमांड की थीं, पीड़ित उमेश प्रताप सिंह ने लोकायुक्त से इसकी शिकायत की, महिला पटवारी ने शिकायतकर्ता से रिश्वत के 2500 रुपए पहली किस्त में ले चुकी थी, इसके बाद लोकायुक्त ने शिकायत सही पाए जाने पर महिला पटवारी को रिश्वत की दूसरी किस्त 2500 रुपए लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है,
• 8 साल पहले भी लोकायुक्त ने की थी महिला पटवारी पर कार्रवाई..
लोकायुक्त निरीक्षक जियाउल हक के अनुसार “यह पहला ऐसा मामला नहीं है जब महिला पटवारी भारती अवधिया पर रिश्वत लेने के आरोप लगे हों,
साल 2016 में गुढ़ तहसील के रीती ग्राम में हल्का पटवारी रहते हुए इसी तरह से पटवारी भारती अवधिया ने भूमि का सीमांकन करने के एवज में फरियादी से 9 हजार रुपए रिश्वत की डिमांड की थी, उस दौरान भी फरियादी द्वारा पटवारी भारती अवधिया की शिकायत लोकायुक्त पुलिस से की गई थी, जिसके बाद लोकायुत पुलिस ने कार्रवाई करते हुए रिश्वत की रकम लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था।