बाघ के हमले से संजय टाइगर रिजर्व में बृद्ध की मौत।
बाघ के हमले से संजय टाइगर रिजर्व में बृद्ध की मौत।
विराट वसुंधरा, ब्यूरो सीधी।
संजय टाइगर रिजर्व अंतर्गत वन परिक्षेत्र दुबरी के ग्राम खैरा में एक 60 वर्षीय वृद्ध के ऊपर बाघ ने हमला कर दिया जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई।घटना के संबंध मे बताया गया है कि 29 सितंबर को रात लगभग 9 बजे रामदुलारे सिंह गोंड पिता शिव मंगल सिंह गोंड 60 वर्ष निवासी खैरा अपने घर के आंगन में बने शौचालय में शौंच के लिए गया था जिसके आंगन में कच्ची दीवाल की बाउंड्रीवॉल बनी थी उसे कूदकर बाघ आंगन में पहुंच गया और वृद्ध के ऊपर हमला कर दिया। उसके गले को दांतों से पकड़ कर घसीटने लगा लेकिन हल्ला गुहार करने पर पड़ोस के लोग आ गए और बाघ फिर से बाउंड्रीवॉल कूदकर भाग गया जबकि वृद्ध की मौके पर मौत हो गई।
घटना की सूचना मृतक के परिजनों द्वारा थाना मझौली में दी गई जहां से रात में ही पुलिस बल घटना स्थल में पहुंच गया और सुबह प्रशासनिक अधिकारी एसडीएम कुसमी आरपी त्रिपाठी, सीईओ कुसमी ज्ञानेंद्र मिश्रा,सहायक संचालक आदिवासी विकास सीधी, उप वन मंडलाधिकारी व सहायक संचालक मझौली निकुंज पांडेय,एसडीओपी रोशनी सिंह ठाकुर,थाना प्रभारी मझौली दीपक सिंह बघेल दलबल के साथ मौजूद रहे।
आक्रोशित ग्रामीणों ने जताया विरोध:-
घटना को लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश था क्योंकि जब कभी भी इस तरह की घटना घटित होती है तब यही कहां जाता है कि जंगली जानवरों से लोगों को सुरक्षा को लेकर स्थाई व्यवस्था बनाई जाएगी लेकिन स्थित ज्यों कि त्यों बनी रहती है और जंगली जानवरों से ग्रामीणों की मौत आम बात हो चुकी है जिस कारण प्रशासन के समक्ष ग्रामीणों द्वारा विरोध जताया गया और कहा गया कि जब तक ग्रामीणों का विस्थापन नहीं होता है तब तक जंगली जानवरों से सुरक्षा के लिए स्थाई समाधान उपलब्ध कराया जाए।
परिजनों को दी गई तात्कालिक सहायता राशि।
घटना के बाद जनजातीय कार्य विभाग सीधी के द्वारा 10 हजार रुपये की तात्कालिक आर्थिक सहायता राशि जारी की गई जिसे अधीक्षक बालक आश्रम उमरिया, लाला बैगा प्रभारी प्राचार्य शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय उमरिया,अशोक मिश्रा प्रभारी प्राचार्य शासकीय हाई स्कूल बहेराडोल के द्वारा मृतक के परिजन को नगद उपलब्ध कराया गया। वहीं 5 हजार रुपये संजय टाइगर रिजर्व के द्वारा प्रदान किए गए जिसे वन परिक्षेत्र अधिकारी आकाश परौहा के द्वारा उपलब्ध कराया गया।
इनका कहना है।
मकान में बनी बाउंड्रीवॉल के अंदर शौचालय बना है उसी में हमारे पिता शौंच के लिए जा रहे थे तभी बाघ ने हमला कर दिया और हल्ला गुहार करने पर भाग गया और पिता की मौके पर मौत हो गई।
सुखनंदन सिंह
मृतक का पुत्र।
इनका कहना है
हमारे कर्मचारी रात से ही घटनास्थल के अगल-बगल मौजूद रहे जबकि रेंजर यहां से थोड़ी दूर बहेरवार से लगातार लोकेशन लेते रहे हैं और हमें भी जानकारी देते रहे हैं।चूंकि पिछले कुछ घटनाओं से ग्रामीण वनकर्मियों के ऊपर अक्रोशित हो जाते हैं इसलिए सिविल ड्रेस में कर्मचारी मौजूद थे।5 हजार रुपये नगद राशि दे दी गई है और 8 लाख रुपए प्रकरण के जरिए मृतक के परिजनों को दिया जाएगा।
निकुंज पांडेय
उपवन मंडलाधिकारी व सहायक संचालक मझौली