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Katni news:मध्य प्रदेश कटनी पुलिस का सनसनीखेज हाइप्रोफाइल ड्रामा, महिला थाने में पत्रकारों के साथ जिम्मेदार अधिकारी ने की बदसलूकी, पत्रकार आक्रोशित!

Katni news:मध्य प्रदेश कटनी पुलिस का सनसनीखेज हाइप्रोफाइल ड्रामा, महिला थाने में पत्रकारों के साथ जिम्मेदार अधिकारी ने की बदसलूकी, पत्रकार आक्रोशित!

 

 

 

 

कटनी: मध्य प्रदेश के कटनी जिले का महिला थाना एक हाई वोल्टेज ड्रामा का केंद्र बन गया। पूरा मामला तब शुरू हुआ जब कटनी सीएसपी ख्याति मिश्रा का ट्रांसफर मैहर जिले के अमरपाटन एसडीओपी के पद पर हो गया है। ट्रांसफर के बाद ख्याति मिश्रा के पति शैलेन्द्र शर्मा, जो दमोह जिले के घटेरा में तहसीलदार हैं, वह अपने बेटे और दोनों पक्षों के परिजनों के साथ ख्याति के बंगले से सामान लेने पहुंचे। तभी घटनाओं ने एक नया और सनसनीखेज मोड़ ले लिया। जैसे ही शैलेन्द्र शर्मा के परिजन ख्याति मिश्रा के सरकारी आवास पहुंचे, महिला थाना और कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंचकर सभी को थाने ले गई।

 

 

 

 

 

ख्याति मिश्रा के पति ने लगाए गंभीर आरोप
जब शैलेन्द्र खुद बंगले पर पहुंचे तो वहां कोई नहीं मिला, और बाद में उन्हें जानकारी मिली कि उनके परिवार को महिला थाने ले जाया गया है। थाने पहुंचने पर, शैलेन्द्र शर्मा ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें वहां से जबरन भगा दिया। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, महिला थाना पुलिस ने उनके परिवारजनों, बच्चों और ख्याति मिश्रा के मायके वालों के साथ मारपीट और बदसलूकी की। वही ख्याति मिश्रा के छोटे बेटे ने भी मीडिया के कैमरे में पुलिस द्वारा मारपीट करने की बात कही है।

 

 

 

 

 

कटनी एसपी पर लगाए गए गंभीर आरोप

शैलेन्द्र शर्मा ने कटनी के एसपी अभिजीत रंजन पर बेहद गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि एसपी लंबे समय से उनके परिवार को तोड़ने की साजिश रच रहे हैं और उन्हें जान से मारने की धमकियां भी दी जा चुकी हैं। उन्होंने दावा किया कि आज के घटनाक्रम के पीछे हत्या की साजिश थी। शैलेन्द्र ने बताया कि उनके चाचा जबलपुर से कटनी आ रहे थे, लेकिन तेवरी के पास जानबूझकर उनका एक्सीडेंट करवा दिया गया। उनका कहना है कि यदि वे मौके पर होते, तो उनकी भी हत्या हो सकती थी। वही जब मीडिया कर्मी इस संवेदनशील मामले की रिपोर्टिंग करने महिला थाने पहुंचे, तो पुलिस अधिकारियों द्वारा उनके साथ भी धक्का-मुक्की की गई। मौके पर मौजूद एसडीओपी प्रभात शुक्ला और अन्य पुलिसकर्मियों ने कवरेज से रोकने की कोशिश की, जिससे नाराज़ होकर मीडिया कर्मी महिला थाने में ही धरने पर बैठ गए।घंटों चले हंगामे के बाद, एसडीओपी प्रभात शुक्ला ने पत्रकारों से माफी मांगी, तब जाकर मामला थोड़ा शांत हुआ।

 

 

 

 

पुलिस और परिजनों के बीच हुआ हंगामा

इस पूरे हंगामे के बाद पुलिस सभी परिजनों को जिला अस्पताल मेडिकल चेकअप के लिए ले गई, जहां भी पुलिस और परिजनों के बीच बहस और हंगामा हुआ। तहसीलदार शैलेन्द्र शर्मा ने इस पूरे मामले की लिखित शिकायत कोतवाली थाने में दी है, वहीं कोतवाली प्रभारी अजय सिंह ने बताया कि पूरा मामला उच्च अधिकारियों तक पहुंचा दिया गया है, और उनके आदेश पर जांच कराई जाएगी।…कटनी में सोशल मीडिया से लेकर प्रशासनिक गलियारों तक, ये मामला तेजी से तूल पकड़ रहा है। एक ओर महिला अधिकारी के ट्रांसफर के बाद उपजा पारिवारिक विवाद, दूसरी ओर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों पर हत्या की साजिश जैसे गंभीर आरोप-आने वाले दिनों में यह मामला राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में गूंज सकता है।

 

 

 

 

 

पुलिस और पत्रकारों के बीच हंगामा कब और क्यों हुआ?
यह हंगामा महिला थाने में उस वक्त हुआ जब पत्रकार मामले की रिपोर्टिंग के लिए पहुंचे और पुलिस ने कवरेज करने से रोका। इस दौरान धक्का-मुक्की भी हुई, जिसके चलते पत्रकारों ने थाने में धरना दे दिया। मौके की नजाकत को देखते हुए आनन फानन मे एसडीओपी प्रभात शुक्ला ने मौके पर माफी मांगी, जिसके बाद पत्रकारों का विरोध शांत हुआ।

 

 

 

 

 

 

पुलिस और पत्रकारों के बीच हंगामे की जांच कौन करेगा?

कोतवाली प्रभारी अजय सिंह ने बताया कि मामला उच्च अधिकारियों को सौंपा गया है, और उनके निर्देश पर जांच कराई जाएगी।

 

 

 

 

 

क्या यह मामला राजनीतिक रंग ले सकता है?
वरिष्ठ अधिकारियों पर हत्या की साजिश जैसे गंभीर आरोप और मीडिया से टकराव को देखते हुए, यह मामला राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में गर्मा सकता है।

पुलिस और पत्रकारों के बीच हंगामे का वीडियो या फुटेज सामने आया है सोशल मीडिया पर इस मामले से संबंधित कई वीडियो वायरल हो रहे हैं।

 

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