MP में वर्ष 2024 में होगी नौकरी की भरमार कर लें तैयारी नई भर्ती प्रक्रिया के तहत 5 हजार पुलिस आरक्षकों के भरे जाएंगे पद।
मध्यप्रदेश में वर्ष 2024 में होगी नौकरी की भरमार नई भर्ती प्रक्रिया के साथ भरे जाएंगे 5 हजार पुलिस आरक्षकों के पद।
मध्यप्रदेश में पुलिस आरक्षकों की कमी पूरा करने के लिए सरकार नए वर्ष 2024 में बंपर भर्ती करने जा रही है सूत्रों की माने तो मध्य प्रदेश पुलिस में लगभग 5 हजार पुलिस आरक्षकों के पद भरे जायेंगे यह भर्ती नए नियम और नए बोर्ड से करने की तैयारी सरकार करने जा रही है। पूर्व में हुई भर्तियों में धांधली के मामले सामने आए थे ऐसे में माना जा रहा है कि भर्ती के लिए बनाए जा रहे नए बोर्ड से सबसे पहले पुलिस आरक्षकों की भर्ती परीक्षा आयोजित होगी। जिसके बाद अन्य विभागों की भर्ती परीक्षा इस बोर्ड के द्वारा कराई जाएगी पूर्व में पुलिस विभाग में भर्ती के लिए पुलिस का बोर्ड था जिसे बोर्ड को भंग करके लिखित परीक्षा का व्यापम को दिया गया था व्यापम में धांधली के मामले आने के बाद अब नए सिरे से मध्य प्रदेश में सभी भर्ती प्रक्रिया में नए बोर्ड का गठन किया जाएगा।
भर्ती प्रक्रिया में धांधली के कारण हो रहा बदलाव।
धांधली के आरोपों से घिरने के बाद मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल से अब पुलिस बल की भर्ती परिक्षाएं न करवाए जाने का बड़ा निर्णय लिया गया है। इसके लिए अब अलग से पीएचक्यू बोर्ड बनाया जाएगा बताया जा रहा है कि मध्यप्रदेश में अब पुलिस में होने वाली सभी भर्तियां पुलिस मुख्यालय की ओर से बनाए जा रहे बोर्ड के जरिए नई प्रक्रिया के तहत की जाएंगी, कर्मचारी चयन मंडल की भर्ती परीक्षाओ में होने वाले विवादों को देखते हुए यह बदलाव किया जा रहा है। वर्दी वाली भर्तियों में पुलिस, वन, आबकारी में आरक्षक के साथ ही जेल प्रहरियों की भर्ती अब कर्मचारी चयन मंडल से नहीं होगी। यह फैसला शासन स्तर पर हो गया है। इन भर्तियों के लिए नया बोर्ड बनाया जा रहा है जो सभी विभागों के आरक्षक और प्रहरियों की भर्ती परीक्षा का आयोजन करेगा। यह बोर्ड इसी साल से काम शुरू करेगा, जिसका जिम्मा पुलिस मुख्यालय को दिया गया है। इस पर काम भी शुरू हो चुका है। पुलिस मुख्यालय के आला अफसर इस बोर्ड को बनाने में जुट गए हैं इस बोर्ड का स्वरूप क्या होगा किस-किस रैंकिंग के पद इसमें शामिल होंगे लिखित परीक्षा के लिए पेपर कैसे आएगा इसकी जानकारी अभी सामने नहीं आई है।
भर्ती प्रक्रिया में मध्यप्रदेश हुआ बदनाम।
मध्य प्रदेश में व्यापम भर्ती प्रक्रिया में धांधली के ऐसे मामले सामने आए जिसके कारण मध्य प्रदेश की सरकार की छवि भी धूमिल हुई थी और स्वास्थ्य विभाग से लेकर लगभग विभागों के सभी पदों के लिए होने वाली व्यापम से परीक्षाओं पर तरह-तरह की सवाल खड़े होने लगी थे प्रदेश में व्यापमं द्वारा इंजीनियरिंग एवं मेडिकल कॉलेज में प्रवेश की परीक्षाओं में धांधली हुई थी जिस पर मध्य प्रदेश पुलिस और उसके बाद सीबीआई ने व्यापक कार्रवाई करते हुए हजारों लोगों पर प्रकरण दर्ज किए थे। देश भर में विवादास्पद होने के बाद व्यापम का नाम बदलकर मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल किया गया। इसके बाद भी भर्ती परीक्षाओं में गड़बड़ी होने के आरोप इस बोर्ड पर लगाते रहे हैं बीते वर्ष पटवारी भर्ती में भी धांधली के आरोप लगे थे जिसके चलते अब यह तय किया गया है की पुलिस विभाग में भर्ती परीक्षा के लिए नया बोर्ड बनाया जाएगा। और यह भर्ती प्रक्रिया जल्दी ही शुरू की जाएगी क्योंकि मध्य प्रदेश में पुलिस विभाग में आरक्षकों के कई हजार पद रिक्त हैं तो वही वन विभाग आबकारी विभाग में भी काफी पद रिक्त है इसके लिए नए बोर्ड का गठन कर 5000 पुलिस आरक्षक पदों से भर्ती प्रक्रिया सीघ्र ही शुरू की जाएगी।