Rewa news, शासकीय उचित मूल्य दुकान से चोरी हुए 125,किंटल खाद्यान्न को पकड़ने पर पुलिस को गांव की जनता देगी 25 हजार ईनाम।
Rewa news, शासकीय उचित मूल्य दुकान से चोरी हुए 125,किंटल खाद्यान्न को पकड़ने पर पुलिस को गांव की जनता देगी 25 हजार ईनाम।
विराट वसुंधरा, संजय पाण्डेय, गढ़।
रीवा जिले के गढ़ थाना अंतर्गत ग्राम पंचायत अमहा में संचालित शासकीय उचित मूल्य दुकान से चोरों ने 22जनवरी की दरमयानी रात लाखों रुपए का गेहूं चावल पार कर दिया था घटना सेवा सहकारी मर्यादित समिति लौरी गढ़ की उचित मूल्य दुकान अमहा जिला रीवा की है जहां दुकान का संचालन गंगेव और लालगांव मार्ग की पटरी के उत्तर तरफ संचालित बस्ती के बीच में होता है गांव के बीचोंबीच संचालित शासकीय उचित मूल्य की दुकान से भारी मात्रा में गेंहू और चावल चोरी हो जाना छोटी बात नहीं है दुकान के विक्रेता भंवरलाल सिंह द्वारा चोरी की लिखित सूचना गढ़ थाने में दर्ज कराई थी।
प्रतिवर्ष होती है खाद्यान्न की चोरी।
ज्ञात हो कि रीवा जिले में हर वर्ष शासकीय उचित मूल्य दुकानों से एक साथ सैकड़ो सैकड़ो बोरियां खाद्यान्न चोरी होना चर्चा का विषय बना हुआ है जहां रोड की पटरी और बस्ती के बीच में रात्रि ट्रक से माल पार हो गया इसकी सूचना किसी भी समीपस्त पड़ोसी को नहीं लगी रीवा जिले में इस तरह से हर वर्ष पुलिस में रिपोर्ट होती हैं और रिपोर्ट के बाद क्या कार्रवाई होती है यह ज्ञात नहीं हो पाता है बीते 22 जनवरी को शासकीय उचितमूल्य दुकान अमहा से चोरी हुए अनाज की कीमत, गेहूं 2700 रुपए प्रति किंटल चावल ₹3000 प्रति किंटल बाजारू रेट है और यह खाद्यान्न निशुल्क गरीबी रेखा या चिन्हित पात्रता कार्ड धारी को प्रदान किया जाता है जो चोरी हो चुका है, इस पूरे मामले में शासकीय उचित मूल्य दुकान के विक्रेता भंवर लाल सिंह द्वारा गढ़ थाना में दर्ज कराई गई रिपोर्ट के अनुसार 150 बोरी गेहूं वजन 75 किंटल और 100 बोरी चावल वजन 50 क्विंटल की रिपोर्ट लिखाई गई है, चोरी गए गेहूं की बाजारू कीमत 202,500 और चावल की 150,000 तथा बोरी की कीमत 6,250 रुपए आंकी गई है, चोरी गया अनाज कुल 358,750 का बताया गया है अब इस पर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं कि प्रतिबोरी में वजन 50 किलो नहीं बल्कि किसी में 47 किलो 48 किलो और 50 किलो तक होता है जबकि अनुमानित सभी बोरियों की वजन को 50 किलो प्रति बोरी बताया गया है।
ट्रक पकड़ा गया लेकिन माल गायब।
शासकीय उचित मूल्य दुकान से चोरी गए 125 किंटल खाद्यान्न को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं चल रही है सूत्रों की माने तो ट्रक पकड़ा गया है लेकिन ट्रक में माल और ट्रक वाला पुलिस की पकड़ से बाहर है इस रहस्यमई चोरी का खुलासा यदि होता है तो नामी गिरामी लोगों के नाम भी सामने आ सकते हैं इस घटना को लेकर नाम न छापने की शर्त पर लोगों ने बताया कि लालगांव के किसी व्यापारी द्वारा थाना में पकड़ा खड़ा ट्रक उपयोग में लाया जा रहा था और ट्रक किसी दूसरे के नाम है पकड़े गए ट्रक के संबंध में अभी पुलिस ने कुछ नहीं बताया कि यह ट्रक किस अपराध में पकड़ा गया है बहरहाल सूत्र बताते हैं कि पुलिस धीरे-धीरे करके इस मामले में गहराई तक पहुंच रही है सूत्रों ने यह भी बताया कि आसपास के क्षेत्र में कई लोग ऐसे हैं जो अनाज का व्यवसाय करते हैं उनके यहां भी बीते वर्षों में कई बार अनाज की बड़ी-बड़ी चोरियां हुई हैं भले ही कागजों में उन्होंने चोरी की छोटी-मोटी घटनाएं दर्शाया हो अब बड़े पैमाने पर हुई इस खाद्यान्न चोरी का यदि पुलिस खुलासा कर पाती है तो पूर्व में हुई चोरियों के भी खुलासा हो सकते हैं।
इनका कहना है।
आज दोपहर गढ़ थाना पहुंचे ग्राम पंचायत अमहा के सरपंच मृगेंद्र सिंह और पूर्व सरपंच तथा अन्य ग्रामीणों ने गढ़ थाना प्रभारी जेपी ठाकुर से मुलाकात कर शासकीय उचित मूल्य दुकान से चोरी गए लाखों के खाद्यान्न को पकड़ने की मांग की है उनका कहना था कि इतनी भारी मात्रा में आखिर अनाज कैसे चोरी हो गया इस दौरान मीडिया को जानकारी देते हुए सरपंच मृगेंद्र सिंह ने कहा कि यह कितने ताजुब की बात है कि लगभग 300 बोरी खाद्यान्न चोरी हो गया आखिर इतनी बोरी को लोड करने में 2 घंटे से अधिक के समय लगे होंगे और इतने लोग कैसे पहुंचे कि उन्होंने 300 बोरी खाद्यान्न चोरी कर लिया यह चोरी संदेह के दायरे में है सरपंच ने कहा कि विक्रेता और अन्य अधिकारियों से इस संबंध में बात हुई तो उन्होंने कहा कि आप भी पुलिस प्रशासन से मांग करिए की इस घटना का खुलासा हो मृगेंद्र सिंह ने कहा कि प्रथम दृष्टया विक्रेता और समिति के लोगों पर ही शंका होती है बावजूद इसके उन्होंने रिपोर्ट लिखाई है और मुझसे कहे हैं कि इस प्रकरण में मदद कीजिए लिहाजा हम सभी ग्रामीण पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन से मांग करते हैं कि इस चोरी की घटना का खुलासा किया जाए क्योंकि इस तरह से प्रतिवर्ष यहां खाद्यान्न की चोरियां हो रही है और किसी भी चोरी का अब तक खुलासा नहीं हो पाया है। सरपंच ने यह भी कहा की घटना का खुलासा होने और चोरों को पकड़े जाने पर ग्रामीणों द्वारा पुलिस को 25000 रुपए इनाम स्वरुप दिया जाएगा।