कमलनाथ के नाम लिखी गई यह पाती पहुंच रही सभी कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं के पास, जानिए इसमें क्या है खास।
कमलनाथ के नाम लिखी गई यह पाती पहुंच रही सभी कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं के पास, जानिए इसमें क्या है खास।
चिंतन-मनन…क्रियान्वयन
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प्रतिष्ठित व्यक्ति का व्यक्तित्व कालजयी होता है। क्षेत्र-विशेष में प्रतिष्ठा प्राप्त व्यक्ति हर-पल अपने कार्यो व निर्णयों से जीवनादर्श स्थापित करता है। ऐसे व्यक्ति का व्यक्तित्व अनुसरणीय व काम करने का तरीका अनुकरणीय होता है।..लेकिन ऐसा व्यक्ति अपने जीवनकाल में एक निर्णय भी गलत ले लेता है,तो उसी के द्वारा स्थापित जीवनादर्श अनुसरणीय नहीँ रह पाता तथा उपलब्धियां भी उल्लेखनीय नही रह पाती।
मप्र ही नही बल्कि सम्पूर्ण देश मे राजनीति के क्षेत्र में अनुपमेय कद को प्राप्त श्री कमलनाथ यदि उम्र के चौथे पड़ाव में भाजपा में जाने का निर्णय लेते है, तो कद-विहीन राजनेता बन जायेंगे। उनके कार्यो व छिंदवाड़ा की गरिमामयी उपलब्धियों पर पर्दा डाल दिया जायेगा। छिंदवाड़ा की तो अपूर्णीय क्षति होगी तथा मप्र में कांग्रेस को अनुसरणीय आदर्श के अभाव में कार्यकर्ताओ को जोड़े रखने में कठिनाई आयेगी। राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय मंचो पर जो उपलब्धियां श्री नाथ के नेतृत्व में कांग्रेस के खाते में दर्ज है। उनका उल्लेख करने से भी दोनों पार्टियां बचेंगी। जो कि भविष्य में उज्जवलता की ओर अग्रसर पथ के लिए घातक व बाधक साबित होगा।..क्योकि मीनार बिना आधार स्थापित नहीं हो पाती।
इतिहास गवाह है क्षेत्र-विशेष में अप्रतिम कार्यो से प्रतिष्ठा प्राप्त हस्तियों ने उम्र के चौथे पड़ाव में गलत निर्णय लेकर अपने जीवनादर्श को कालजयी नही बनने दिया। श्री नाथ से आग्रह है कि वे स्वरचित जीवनादर्श को आकार देकर कालजयी स्वरूप प्रदान करे। प्रतिकूल परिस्थितियों को अनुकूल बनाने में सक्षम व्यक्ति ही असाधारण व्यक्तित्व का स्वामी होता है।
इस तरह का पत्र हर कोई व्यक्ति नहीं लिख सकता इतना अधिकार और हिम्मत उसी में होती है जो कमलनाथ के लिए कुछ किया होगा यह पत्र कांग्रेस पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के निजी ब्लॉक पर इन दिनों देखने को मिल रहा है इस पत्र के संबंध में जो जानकारी बताई गई है उसके अनुसार मध्य प्रदेश में सम्यक अभियान चलाने वाले भास्कर राव रोकड़े द्वारा लिखी गई पाती बताई गई है ज्ञात हो कि भास्कर राव रोकड़े कमलनाथ के लिए काफी लंबे समय से राजनीतिक कैंपेनिंग करते रहे हैं छिंदवाड़ा मॉडल भी उन्हीं की सोच बताया जा रहा है।
अब जरा सोचिए जिन कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने अपने जीवन के बहुमूल्य समय कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी को सौंप दिया था और 2023 के विधानसभा चुनाव के बाद सरकार न बनने की पीड़ा मध्य प्रदेश के हर कांग्रेस पार्टी के नेता और कार्यकर्ता में इस तरह से रही है जैसे की कमलनाथ को हुई होगी जिस कमलनाथ के लिए कार्यकर्ताओं ने सीना तानकर भाजपा का विरोध किया और हर मुश्किल में कमलनाथ के साथ खड़े रहे अब उनके विश्वास और समर्पण को एक झटके में कमलनाथ कैसे तोड़ सकते हैं–? बहरहाल यह सब भावनात्मक रूप से सही है लेकिन वर्तमान राजनीतिक स्वरूप वही है जो कमलनाथ करने जा रहे हैं।