MP news , अजय सिंह राहुल के आरोपों पर कांग्रेस में चढ़ा सियासी पारा जयवर्धन सिंह और कमलनाथ का आया बयान।
MP news , अजय सिंह राहुल के आरोपों पर कांग्रेस में चढ़ा सियासी पारा जयवर्धन सिंह और कमलनाथ का आया बयान।
भोपाल। बीते दिनों वरिष्ठ कांग्रेस नेता विधायक चुरहट अजय सिंह राहुल द्वारा दिए गए बयान के बाद अब कांग्रेस पार्टी के अंदर पीसीसी चीफ जीतू पटवारी के बचाव में जयवर्धन सिंह सामने आए हैं इसके साथ ही कांग्रेस की पराजय को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि प्रशासन ने कांग्रेस पार्टी को हराया है ज्ञात हो कि बीते दिनों पूर्व नेता प्रतिपक्ष विधायक चुरहट द्वारा लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की पराजय पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए पीसीसी चीफ जीतू पटवारी एवं कांग्रेस के सीनियर लीडर दिग्विजय सिंह और कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहे थे कि जीतू पटवारी के कार्यकाल में काफी संख्या में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता दूसरे दलों में चले गए कांग्रेस हाई कमान द्वारा उन्हें रोकने के क्या प्रयास किए गए कांग्रेस के कमजोर प्रदर्शन के लिए उन्होंने एक तरह से पीसीसी चीफ जीतू पटवारी को जिम्मेदार ठहराया था इसके साथ ही अजय सिंह राहुल ने दिग्विजय सिंह और कमलनाथ पर भी टिप्पणी करते हुए कहे थे की इन नेताओं ने अपना क्षेत्र छोड़कर दूसरी लोकसभा सीटों में समय नहीं दिया अजय सिंह राहुल ने मध्य प्रदेश में कांग्रेस की पराजय को लेकर कांग्रेस हाई कमान से कांग्रेस की पराजय पर सभी पहलुओं में समीक्षा करने की बात कही थी।
अजय सिंह राहुल के बयान पर कांग्रेस में घमासान।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी लोकसभा चुनाव में सभी 29 सीटों पर पराजित हुई है जिसको लेकर बीते दिनों अजय सिंह राहुल द्वारा प्रतिक्रिया देने के बाद कांग्रेस पार्टी के अंदर अब घमासान की स्थिति निर्मित हो चुकी है वैसे तो यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस के ही नेताओं ने कांग्रेस पार्टी की लीडरशिप पर सवाल उठाए हैं इससे पहले भी कई कांग्रेसी नेता और स्वयं अजय सिंह राहुल ने बेबाक तरीके से अपनी ही पार्टी की कार्यशैली पर सवाल उठा चुके हैं लेकिन अब लोकसभा चुनाव में अब तक की सबसे बड़ी पराजय के बाद उठ रहे सवालों पर अजय सिंह राहुल की टिप्पणी आने के बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर कहीं ना कहीं संगठनात्मक रूप से कमजोर कड़ी सामने आ चुकी है और जीतू पटवारी सहित दिग्विजय सिंह और कमलनाथ अजय सिंह राहुल के निशाने पर थे।
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी के बचाव में आए जयवर्धन।
लोकसभा चुनाव में पराजय के बाद कांग्रेस नेता विधायक जयवर्धन सिंह ने पीसीसी चीफ जीतू पटवारी का बचाव करते हुए कहा है कि आने वाले समय में हम सब मिलकर काम करेंगे और कहीं भागेंगे और किसी भी प्रकार का सौदा भी नहीं करेंगे कांग्रेस में ही रहकर फिर से बेहतर परिणाम आए इसके लिए अच्छा काम करेंगे जयवर्धन सिंह ने कहा कि वर्तमान प्रदेश नेतृत्व पर हम हार की जिम्मेदारी डालना सही नहीं मानते उन्होंने कहा कि हम सब कांग्रेस पार्टी की सोच और विचारधारा जनता के बीच घर-घर क्यों नहीं पहुंच पा रहे इस पर सोचना चाहिए, पीसीसी चीफ का बचाव करते हुए जयवर्धन सिंह ने कहा कि मात्र 6 महीने में उन्होंने कांग्रेस पार्टी के लिए संघटनात्मक रूप से बेहतर काम किए हैं उनका मानना है की लाडली बहना योजना आने के बाद कांग्रेस पार्टी को बारीकी से प्रदेश की महिलाओं तक कांग्रेस की विचारधारा नहीं पहुंचाई जा सकी।उन्होंने कहा, मेरे हिसाब से जो हमारा वर्तमान प्रदेश नेतृत्व है, हम उन पर पूरी जिम्मेदारी डालें यह सही नहीं है। उनको मात्र 6 माह मिले हैं। सिर्फ उन्हें ही नहीं हम सबको सोचना है कि जो कांग्रेस की सोच, विचारधारा है वो हर घर तक क्यों नहीं पहुंच पा रही। मुझे लगता है लाडली बहना योजना के बाद भी जिस विस्तार से और जिस बारीकी से कांग्रेस को हर महिला तक पहुंचना चाहिए था हम नहीं पहुंच पाए।
क्या कहते हैं कमलनाथ।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व पीसीसी चीफ कमल नाथ ने मध्य प्रदेश में कांग्रेस की लोकसभा चुनाव में पराजय के लिए प्रशासन को जिम्मेदार बताया है बीते शुक्रवार को दिल्ली में सोनिया गांधी से मिलने के बाद मीडियाकर्मियों के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने छिंदवाड़ा से अपने बेटे नकुलनाथ की पराजय पर प्रतिक्रिया देते हुए कहे थे कि प्रशासन और पैसे का जमकर दुरुपयोग लोकसभा चुनाव में किया गया था जिससे मतदाता बहक गए और कांग्रेस की छिंदवाड़ा सहित पूरे प्रदेश में पराजय हुई है। ज्ञात होगी छिंदवाड़ा लोकसभा सीट इस बार भी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की जीत मानी जा रही थी कांग्रेस प्रत्याशी नकुलनाथ के हारने के बाद अब छिंदवाड़ा में कमलनाथ का जादू खत्म जैसा हो चुका है। इसके साथ ही बीते दिनों पूर्व नेता प्रतिपक्ष विधायक अजय सिंह राहुल द्वारा कांग्रेस की पराजय पर दिए गए बयान से राजनीतिक गलियारे में कांग्रेस पार्टी के संगठन और शीर्ष नेता कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर सवाल उठने लगे हैं।