SINGRAULI NEWS : सोनपुरवा गोल्ड और मिसिरगावां पहाड़ से लौह अयस्क का उत्पादन होगा जल्द

चितरंगी के चकरिया-सिधार गुरहर से ज्यादा सोनपुरवा गांव उगलेगा सोना, मिसिरगवां में मिला लौह अयस्क भंडार
SINGRAULI NEWS। जिले के चितरंगी क्षेत्र में चकरिया-सिधार गुरहर पहाड़ के अलावा सोनपुरवा गांव के पहाड में भी सोने के अयस्क का पर्याप्त मात्रा में भंडार बताया गया है। जबकि मिसिरगवा गांव के पहाड़ में लोह अयस्क का प्रचुर मात्रा में भंडार मिला है। भारतीय भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण की अनुशंसा पर प्रदेश सरकार ने चकरिया सिधार-गुरहर पहाड़ में भी खनन कराने का निर्णय लिया है। चकरिया . गुरार पहाड़ में सोने की खदान संचालित करने की कवायद शुरू होने के बाद अब चितरंगी ब्लॉक के ही सोनपुरवा गांव में सोना, जबकि मिसिरगवां में लौह अयस्क की पर्याप्त भंडार मिलने की जानकारी सामने आ रही है। खनिज विभाग के अधिकारियों की माने तो सोनपुरवा के 260 हेक्टेयर क्षेत्रफल में सोना का भंडारण बताया जा रहा है। जिसमें करीब 200 हेक्टेयर क्षेत्र वन विभाग के कब्जे में है और 50 हेक्टेयर भूमि राजस्व विभाग के अधिकार क्षेत्र में शामिल है। वहीं मिसिरगवां गांव के 1554 हेक्टेयर क्षेत्रफल में लौह अयस्क का भंडारण बताया जा रहा है।
जिसमें करीब 1145 हेक्टेयर क्षेत्र वन विभाग के कब्जे में है और 409 हेक्टेयर भूमि राजस्व विभाग के अधिकार क्षेत्र में शामिल है। यही वजह है कि दोनों विभागों की सहमति के बाद ही खनन के बावत नीलमी प्रक्रिया शुरू की जा सकेगी। प्रक्रिया शासन स्तर पर पूरी की जाएंगी। वही गरिमा नेचुरल रिसोर्स छत्तीसगढ़ की कंपनी माइनिंग प्लान जमा कर दिया है और जल्दी पर्यावरण जनसुनवाई होगी। इसके बाद से सोना खनन का काम शुरू हो जाएगा।
सोनपुरवा व मिसिरगवां पहाड़ में मिला सोना का भण्डार
खनिज विभाग सिंगरौली के अधिकारियों के मुताबिक सोनपुरवा व मिसिरगवां पहाड़ के चिह्नित क्षेत्र के अलावा आसपास के क्षेत्रों में भी सोने और लौह अयस्क का भंडार होने की संभावना है। शासन स्तर से इस परियोजनाओं के दोनों खदानों में खनन शुरू होने के बाद बाकी के क्षेत्रों में भी भंडारण की तलाश की जाएगी। इसको लेकर भी शासन स्तर से कवायद जारी है। जल्द ही इस पर भी कार्य शुरू होगा।
चकरिया, सिधार गुरहर पहाड़ में जल्द शुरू होगा खनन
भारतीय भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण जीएसआई की रिपोर्ट के बाद खनिज विभाग ने खदान की नीलामी कर दी है। चितरंगी के चकरिया में 23.57 हेक्टेयर क्षेत्रफल में अयस्क का भंडार है। जबकि सिधार-गुरहर खदान कुल 149.30 हेक्टेयर में फैली हुई है। इस चट्टानी भूमि क्षेत्र में पिछले दो वर्षों से सोने की खोज की जा रहा थी। शासन स्तर से यहां खनन के लिए नीलामी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। चकरिया खदान को गरिमा नेचुरल रिसोर्स छत्तीसगढ़ को खनन का जिम्मा मिला है। वहां 60 करोड़ रुपए के सोने का भंडार बताया गया है। जबकि गुरहर पहाड़ खदान को कनॉट प्लेस नई दिल्ली को खनन का जिम्मा मिला है। जहां संबंधित एजेंसी जितना सोना निकालेगी। सरकार को राशि उसी के हिसाब से देना होगा।
इनका कहना
सोनपुरवा में गोल्ड एवं मिसिरगवां पहाड़ में आयरन प्रचुर मात्रा में होने का सर्वे के आधार पर पता चला है। जिसका ब्लॉक बनाकर नीलामी की प्रक्रिया प्रचलन में है।
एके राय
जिला खनिज अधिकारी, सिंगरौली