सिंगरौली न्यूज़ : मंजूरी की बाट जोह रहे प्रस्ताव, नहीं बुलाई जा रही ननि परिषद की बैठक,कमिश्नर की तानाशाही
नगर निगम अधिकारी कर रहे हीलाहवाली, आधा दर्जन प्रमुख कार्य अधर में
सिंगरौली. शहर विकास के आधा दर्जन से अधिक प्रस्ताव मंजूरी की बाट जोह रहे हैं, लेकिन नगर निगम में परिषद की बैठक नहीं बुलाई जा रही है। निगम अधिकारियों की हीलाहवाली से परिषद अध्यक्ष के साथ पार्षदों में रोष है। वार्डों में विकास कार्य को मंजूरी नहीं मिल पाना पार्षदों के आक्रोश की प्रमुख वजह है। इधर अधिकारी जांच व भ्रष्टाचार सहित अन्य मुद्दों पर घेरे जाने से बचने को लेकर परिषद की बैठक टाल रहे हैं। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता समाप्त होने के बाद पार्षद नगर निगम में परिषद की बैठक बुलाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन अधिकारी कोई मुद्दा नहीं होने का हवाला देकर बैठक को टाल रहे थे। शुक्रवार को पार्षदों के साथ अध्यक्ष भी बैठक बुलाने को लेकर अड़ गए। उनकी ओर से आयुक्त को बताया गया कि निगम अधिनियम के तहत किन प्रस्तावों पर परिषद की मंजूरी जरूरी है। अध्यक्ष और आयुक्त के बीच करीब एक घंटे की चर्चा के बाद परिषद की बैठक बुलाने पर आयुक्त ने सहमति दी। संभावना है कि अगले महीने सितंबर के पहले सप्ताह में बैठक बुलाई जाएगी।
वैढ़न बाजार में अंबेडकर चौक के पास स्थित गनियारी शॉपिंग प्लाजा के डिस्मेंटल के प्रस्ताव पर परिषद की मंजूरी जरूरी है।
नगर निगम में सफाई कर्मियों की नियुक्ति सेडमैप के जरिए किए जाने के प्रस्ताव पर भी परिषद से सहमति आवश्यक है।
पुराने जिला अस्पताल और जिला न्यायालय के सामने स्थित नगर निगम की जमीन पर शॉपिंग प्लाजा बनाया जाना है।
शहर में कायाकल्प योजना के तहत 10 करोड़ की लागत से सडक़ों का निर्माण किया जाना है, इस पर मंजूरी जरूरी है।
बसंत विहार कॉलोनी के पास खाली जमीन की प्लाटिंग होनी है। पहले यहां एमआइजी व एचआइजी बनाने का प्रस्ताव था।
टाल रहे थे अधिकारी
नगर निगम के कई अधिकारी परिषद की बैठक को टाल रहे थे। इस संबंध में आयुक्त से बैठ कर चर्चा की गई। उन्होंने परिषद की बैठक बुलाए जाने के औचित्य को स्वीकार किया है। उमीद है कि 3 सितंबर को बैठक बुलाई जाएगी।
देवेश पाण्डेय, अध्यक्ष नगर निगम सिंगरौली