Singrauli news: फर्नीचर फैक्ट्री बच्चों के परीक्षा तैयारी में बन रहा बाधा, कलेक्टर के आदेश का उल्लंघन, कमिश्नर को नहीं है खबर, बच्चे एवं रहवासी परेशान

फर्नीचर फैक्ट्री बच्चों के परीक्षा तैयारी में बन रहा बाधा, कलेक्टर के आदेश का उल्लंघन, कमिश्नर को नहीं है खबर, बच्चे एवं रहवासी परेशान
विराट वसुंधरा न्यूज
ब्यूरो कार्यालय
सिंगरौली।। विंध्यनगर में शिवाजी कॉम्पलेक्स के पीछे की रहवासी कॉलोनी में हीं फर्नीचर बनाने की फैक्ट्री फिर से संचालित होने लगी है। ऐसा यहां के रहवासियों का कहना है। कुछ माह पहले शिकायत करने पर नगर निगम की टीम जांच करने पहुंची थी। शिकायत सही मिलने को पर विंध्याचल फर्नीचर के नाम संचालित प्रतिष्ठान को सील कर के दिया गया था। बाद में संचालक द्वारा फर्नीचर और सोफा आदि ने दूसरी जगह निर्मित कराकर केवल
गोदाम के रूप में उपयोग करने का हलफनामा देने के बाद नगर निगम ने रहवासी एरिया में संचालन की अनुमति दी थी। हालांकि, कॉलोनी के रहवासियों का कहना है कि विंध्याचल फर्नीचर में सोफा आदि बनाए जाने लगे हैं। परीक्षा के सीजन में फर्नीचर बनाने वाली मशीनों के शोर के कारण बच्चों की तैयारियां प्रभावित हो रही हैं। लोगों का कहना है कि कलेक्टर ने परीक्षा को देखते हुए शहर में लाउडस्पीकर बजाने पर प्रतिबंध लगा दिया है, लेकिन इस प्रतिष्ठान की मशीनों के शोर पर कैसे लगाम लगेगी।
इस बारे में नगर निगम के कार्यपालन अभियंता वीबी उपाध्याय से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि कुछ माह पहले शिकायत मिलने के बाद जांच कर विंध्याचल फर्नीचर को सील कर दिया गया था। बाद में संचालक ने केवल गोदाम के रूप में संचालन करने का हलफनामा दिया था तब जाकर सील खोली गई थी। कहा कि यदि इसका उल्लंघन हो रहा है तो जांच कराएंगे। इसके साथ यदि कॉलोनी के रहवासियों द्वारा विंध्याचल फर्नीचर को फैक्ट्री के रूप में चलाने व ध्वनि प्रदूषण की शिकायत की जाएगी तो सील करने की कार्रवाई की जाएगी। कहा कि रहवासी एरिया में व्यावसायिक गतिविधियां शासन द्वारा प्रतिबंधित हैं। लेकिन फर्नीचर फैक्ट्री संचालक पर नियमों को ताक पर रखकर फैक्ट्री पुनः संचालन कर रहा है , नाराज लोगों ने मीडिया से शिकायत करते हुए कहा कि इस पर जल्द से जल्द लगाम लग नहीं तो खुद ही हमें कड़े कदम उठाने पड़ेंगे ।
नगर निगम कमिश्नर को फोन लगाने पर उन्होंने फोन नहीं रिसीव किया जवाब देने से कमिश्नर लगातार भाग रहे हैं