Singrauli news: एनसीएल की सभी परियोजना एवं इकाइयों में गृहणियों को फ़र्स्ट एड ट्रेनिंग देने हेतु आयोजित प्रोग्राम्स की एनएससी में हुई समीक्षा

एनसीएल की सभी परियोजना एवं इकाइयों में गृहणियों को फ़र्स्ट एड ट्रेनिंग देने हेतु आयोजित प्रोग्राम्स की एनएससी में हुई समीक्षा
जयंत परियोजना को प्रथम, दूधिचुआ परियोजना को द्वितीय एवं खड़िया परियोजना को मिला तृतीय स्थान
सिंगरौली-शुक्रवार को नेहरू शताब्दी चिकित्सालय (एनएससी) में एनसीएल की सभी परियोजना एवं इकाइयों में गृहणियों को फ़र्स्ट एड ट्रेनिंग देने हेतु आयोजित प्रोग्राम्स की समीक्षा हुई। इस दौरान कार्यक्रम में सीएमएस (प्रभारी), एनएससी पंकज कुमार, महाप्रबंधक(दूधिचुआ), विनोद कुमार सिंह, मुख्य प्रबन्धक (कार्मिक/एचआरडी) पंकज कुमार त्रिपाठी, स्टाफ अधिकारी (कार्मिक) जयंत, पी. के. त्रिपाठी, स्टाफ अधिकारी (कार्मिक) एनएससी, सुश्री सफूरा रूबाब, नोडल अधिकारी (सीएसआर) खड़िया, अमरेन्द्र कुमार एवं एनसीएल की परियोजनाओं एवं इकाइयों से अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में एनसीएल परिवार की गृहणियों को प्राथमिक उपचारकर्ता बनाने के उद्देशय से सभी परियोजना एवं इकाइयों में दिये जा रहे प्रशिक्षण गतिविधियों की समीक्षा की गयी। साथ ही विजेता परियोजनाओं को पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर अभी तक सर्वाधिक प्रशिक्षण (250 से अधिक) देने हेतु जयंत परियोजना को पहला, दूधिचुआ परियोजना को (220 से अधिक प्रशिक्षण) देने पर दूसरा एवं खड़िया परियोजना को अभी तक 170 गृहणियों को प्राथमिक उपचार प्रशिक्षण देने पर तीसरा स्थान प्राप्त हुआ।
गौरतलब है कि एनसीएल ने 10,000 से अधिक गृहिणियों को प्राथमिक उपचार प्रशिक्षण देने का लक्ष्य रखा है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत गृहिणियों को सीपीआर (हृदय पुनर्जीवन), सड़क दुर्घटनाओं में प्राथमिक चिकित्सा, सांप के काटने पर उपचार, जलने और चोटों का उपचार, रक्तचाप और मानव शरीर को प्रभावित करने वाली विभिन्न बीमारियों के बारे में गहन जानकारी दी जा रही है। इसी क्रम में एनसीएल द्वारा अभी तक 1433 गृहणियों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है।