सिंगरौली

प्रशासनिक कार्यवाही के बाद तिलमिलाया मुआवजा गैंग

बंधा कोल ब्लाक के लिए अर्जित की जाने वाली भूमि पर बड़े पैमाने पर बनाये जा रहे घर

Singrauli News:  सिंगरौली जिले के पचौर, बंधा, मझौली आदि गांवों में आवंटित कोल ब्लॉक के लिए सर्वे का काम पूरा हो चुका है। जिसके बाद खरीद फरोख्त और नामांतरण पर प्रशासन द्वारा रोक लगा दिया गया है। साथ ही अनाउंसमेंट भी करवाया गया है.लेकिन इसके बावजूद भी लोग मकान बना रहे हैं।

सिंगरौली जिले में इसके लिए बकायादा दलाल तक सक्रिय हैं। जैसे ही मुआवजा गिरोह को इस बात की जानकारी होती है कि इलाके में कही कोई इंडस्ट्री लगने वाली है,गिरोह सक्रिय हो जाता है। यह गिरोह पहले ललितपुर सिंगरौली रेलवे प्रोजेक्ट सक्रिय हुआ था। इसके बाद सिंगरौली प्रयागराज हाइवे में सक्रिय हुआ और अब कोल ब्लॉक में एक बार फिर से सक्रिय हो गया है। लेकिन अब सिंगरौली जिला प्रशासन मुआवजा रैकेट गिरोह के मंसूबे पर पानी फेर दिया।

जिला प्रशासन के द्वारा आवंटित गांवों में ड्रोन सर्वे कराया जा रहा है । हालांकि इस ड्रोन सर्वे का विरोध मुआवजा रैकेट गिरोह के द्वारा किया गया. गिरोह के लोग जिला प्रशासन के सामने कलेक्टर हटाओ- सिंगरौली बचाओ ने नारे भी लगाने लगे,लेकिन प्रशासन की सख्ती से आगे गिरोह ने प्रशासन के ड्रोन सर्वे के काम में कोई बाधा न डाल सके। बताया जा रहा है कि कोल ब्लॉक में मुआवजे इंडस्ट्री पाने की होड़ में कई बड़े नेताओं और अधिकारियों ने भी जमीन खरीद रखी है। इसके साथ ही जमीन मालिक मकान बनवाने के लिए डील भी करते हैं। इस प्रोजेक्ट में भी रेलवे और हाइवे प्रोजेक्ट की तरह ही एक एग्रीमेन्ट के तहत जमीन का मुआवजा तुम्हारा और मकान का हमारा की तर्ज पर मुआवजा रैकेट मुआवजा इंडस्ट्री तैयार कर रहा है।गांव के ही कुछ जागरूक युवाओं ने बाहरी हटाओ गांव बचाओ का नारा लगाते हुए कहा कि यहां बाहर के लोग आकर रोक के बाद भी मुआवजे के लिए मकानों का निर्माण करा रहें हैं, जिसमें यहां के पटवारी भी उनका साथ दे रहें है।युवाओं ने एक वीडियो बनाया और कलेक्टर के पास भेज दिया। सिंगरौली कलेक्टर भी वीडियो देखकर दंग रह गए। पटवारी को कलेक्टर ने निलंबित करने का फरमान जारी कर दिया। इसके साथ ही उन्होंने फौरन एक टीम तैयार की और ड्रोन के जरिए सर्वे का काम शुरू कराया। इलाके में जब जिला प्रशासन की टीम के साथ 300 से ज्यादा पुलिस फोर्स पहुंची तो मुआवजा माफिया के होश उड़ गए और गिरोह के कुछ सदस्य जिला प्रशासन के सामने कलेक्टर हटाओ सिंगरौली बचाओ का नारा लगाने लगे। हालांकि प्रशासन की सख्ती के बाद मुआवजा गिरोह वहां से रफूचक्कर हो गया।

वहीं कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला ने कहा कि मुआवजे के लिए बड़े पैमाने पर बाहरी लोगों ने मकान का ढांचा तैयार कर लिया है। दूसरे के जमीन पर मुआवजा पाने की होड़ में बाहर या अन्य राज्यों से लोग आकर यहां मकानों का निर्माण करा रहे हैं, जिनका मुआवजा नहीं मिलेगा। इसलिए सभी से अपील है कि मुआवजा पाने की होड़ में आवंटित कोल ब्लॉक के क्षेत्र में मकानों का निर्माण न करें और न ही जमीन क्रय विक्रय करें।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button