जिसने भी देखा आश्चर्यचकित होकर देखता रह गया गया कुदरत का करिश्मा जो सामने आया खुद को पाया बौना।
विश्व कीर्तिमान धारी धर्मेन्द्र सिंह की सरकार से हो रही उपेक्षा, राष्ट्र की धरोहर एशिया के सबसे लंबे कद वाले व्यक्ति पर क्यों ध्यान नहीं दे रही सरकार।
विश्व के दूसरे और एशिया के सबसे लंबे धर्मेंद्र सिंह बराज का रीवा में हुआ भव्य स्वागत पत्रकारों से हुए रुबरु।
विराट वसुंधरा/ यज्ञ प्रताप सिंह
रीवा। बीते दिन विश्व के दूसरे और एशिया के पहले सबसे लंबे कद के व्यक्ति 48 वर्षीय धर्मेंद्र सिंह बराज रीवा पहुंचे थे रीवा पहुंचने पर उन्होंने किला जाकर महामृत्युंजय मंदिर में माथा टेका और देश की सुख शांति और समृद्धि के लिए कामना की इसके बाद पत्रकारों से रूबरू हुए धर्मेंद्र सिंह बराज से पत्रकारों ने कई सवाल किये और उनके निजी जीवन के बारे में पूरी जानकारी हासिल की धर्मेंद्र सिंह बराज ने बताया कि वह उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के निवासी हैं उनकी लंबाई 8 फीट 1 इंच है और वह एशिया में सबसे लंबे और विश्व में दूसरे सबसे लंबे कद के व्यक्ति हैं उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है। बीते कुछ दिनों से धर्मेंद्र सिंह बराज के घुटनों में तकलीफ थी जिसका इलाज कराने सतना पहुंचे थे सतना में पूर्व सैनिकों के संगठन द्वारा उनकी सभी तरह से व्यवस्थाएं की गई और आयुर्वेदिक पद्धति से इलाज करवाया गया 21 अक्टूबर को वापस प्रतापगढ़ लौटते समय रीवा में भी उनका भव्य स्वागत हुआ।
सरकार से हो रही उपेक्षा।
एशिया के सबसे लंबे व्यक्ति और विश्व में दूसरे स्थान पर अपने असाधारण कद और अनूठी पहचान के लिए प्रसिद्ध उत्तर प्रदेश के धर्मेंद्र सिंह बराज परिचय के मोहताज नहीं है उनका नाम गिनीज बुक में दर्द है लेकिन केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से धर्मेंद्र सिंह बराज को कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है सरकार में बैठे लोगों को यह चिंता नहीं है कि जो व्यक्ति भारत देश नाम – मान और प्रतिनिधित्व विश्व स्तर पर प्राकृतिक रूप से कर रहा है उन्हें सुरक्षित और संरक्षित, व्यवस्थित करने की भी आवश्यकता है जबकि देखा जा रहा है कि विभिन्न खेल सिनेमा और अन्य विधाओं में देश का नाम रोशन करने वाले लोगों को शान द्वारा कई तरह की सुविधा मुहैया कराई गई है लेकिन धर्मेंद्र सिंह बराज को सरकार की तरफ से अब तक कोई ऐसी व्यवस्था और सुविधाएं नहीं दी गई है जिससे उनके निजी जीवन में आने वाली परेशानियां को ठीक किया जा सके वैसे देखा जाए तो धर्मेंद्र सिंह बराज के खान-पान स्वास्थ्य परीक्षण, उपचार, सुरक्षा, संरक्षण की जिम्मेदारी सरकार को इस रूप में लेनी चाहिए कि वो विश्व कीर्तिमान धारी देश की धरोहर हैं।
उपचार कराने आए थे सतना
बीते सप्ताह धर्मेंद्र सिंह बराज उत्तर प्रदेश से सतना आए थे उनके स्वास्थ्य को लेकर कुछ परेशानियां थी और समुचित इलाज उत्तर प्रदेश में नहीं मिल पाया जिसके कारण उन्हें सतना आकर उपचार करना पड़ा बता दें कि धर्मेंद्र सिंह बराज पूर्व सैनिकों के संगठन शहीद सेवा समिति के संपर्क में थे पूर्व सैनिक संजय सिंह, यज्ञ प्रताप सिंह सहित संगठन के पदाधिकारियों ने धर्मेंद्र सिंह बराज को बुलाया और सतना में उनके सफल इलाज कराया उनका पैर के घुटने में कुछ तकलीफ थी जो अब पूरी तरह से ठीक होना बताया गया है।
तो वहीं पूर्व सैनिक संजय सिंह ने कहा कि धर्मेंद्र सिंह बराज जब 4 वर्ष के थे तभी उनकी पूज्यनीय माता जी का साया सर से उठ गया था उनकी परवरिश बड़ी बहन ने किया था।
सतना और मैहर में हुआ भव्य स्वागत।
सतना पांच दिवसीय प्रवास पर आए धर्मेंद्र सिंह बराज ने अपना इलाज तो कराया ही इसके साथ ही उन्होंने कई कार्यक्रमों में शामिल होकर जनता से संवाद किया और अपना संदेश दिया धर्मेंद्र सिंह बराज ने लोगों को आपसी भाईचारे का संदेश देते हुए नशा से दूर रहने की जनता से अपील की है इस दौरान उन्होंने जनता से सीधा संवाद भी किया है सतना प्रवास के दौरान उनसे लगभग हजारों लोगों ने मुलाकात की और उनके स्वस्थ्य और दीर्घायु होने की कामना की जनता से मिले प्यार और स्नेह से अभिभूत धर्मेंद्र सिंह बराज ने कहा कि मध्य प्रदेश के लोग बहुत अच्छे हैं सतना और रीवा के लोगों का प्यार स्नेह और आशीर्वाद सदैव मेरा हौसला बढ़ाएगा।